सोमवार, 30 अप्रैल 2018

महबूबा मंत्रिमंडल में शामिल हुए भाजपा के छह और पीडीपी के दो मंत्री

शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के पांच कैबिनेट, एक राज्यमंत्री व पीडीपी के दो कैबिनेट मंत्रियों के साथ कुल आठ मंत्रियों ने शपथ ली।

जम्मू, राज्य । भाजपा-पीडीपी सरकार में व्यापक फेरबदल के चलते सोमवार को सात नए कैबिनेट व एक राज्य मंत्री को मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया। जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में राज्यपाल एनएन वोहरा ने नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। भाजपा ने पांच नए कैबिनेट मंत्री व एक राज्यमंत्री बनाया है तो पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने अपने दो नए कैबिनेट मंत्री बनाए हैं। 

इस बीच, मंत्रिमंडल में फेरबदल पर जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि एक नई टीम आई है।पुरानी टीम ने भी अच्छा काम किया था। नई टीम में युवा और शिक्षित लोग हैं और मुझे उम्मीद हैं कि वे अच्छा काम करेंगे। 

डा. निर्मल सिंह की जगह महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में शामिल किए जा रहे कविन्द्र गुप्ता ने दोपहर बारह बजे सबसे पहले शपथ ली। कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले भाजपा विधायकों में प्रदेश अध्यक्ष व जम्मू पश्चिम के विधायक सत शर्मा, कठुआ के विधायक राजीव जसरोटिया, सांबा के विधायक देवेन्द्र मन्याल शामिल थे। पदोन्नत हुए राज्यमंत्री सुनील शर्मा ने भी कैबिनेट के रूप में शपथ ली तो डोडा के विधायक शक्ति परिहार ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। वहीं, दूसरी ओर पीडीपी की ओर से मोहम्मद अशरफ मीर व मोहम्मद खलील बंड ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।


 करीब पंद्रह मिनट तक चले इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना, राष्ट्रीय महासचिव राम माधव, सरकार के कइ कैबिनेट मंत्री, विधायक, विधान परिषद के सदस्य मौजूद थे। भाजपा हाईकमान ने तीन साल से अधिक समय तक उपमुख्यमंत्री रहे डा. निर्मल सिंह के साथ जिन दो मंत्रियों बाहर किया है उनमें बाली भगत व प्रिया सेठी शामिल हैं। वहीं, पीडीपी ने अपने ग्रामीण विकास मंत्री हक खान को बदला है। अब मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत पीडीपी के 12 व भाजपा के 9 कैबनेट मंत्री रह गए हैं। दोनों के दो दो राज्यमंत्री हैं। 

उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री सोमवार शाम तक कवीन्द्र गुप्ता को उपमुख्यमंत्री बनाने के साथ नए मंत्रियों को विभागों का प्रभार देने संबंधी सरकारी आदेश जारी कर देंगी। भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल फेरबदल में भाजपा ने अप्रत्याशित बदलाव करते हुए डॉ. निर्मल सिंह की जगह कविंद्र गुप्ता को उपमुख्यमंत्री बना दिया है। डॉ. निर्मल सिंह विधानसभा के स्पीकर बनाए गए हैं। डॉ. निर्मल सिंह ने रविवार देर शाम को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है।

भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल फेरबदल में भाजपा ने अप्रत्याशित बदलाव करते हुए डॉ. निर्मल सिंह की जगह कविंद्र गुप्ता को उपमुख्यमंत्री बना दिया है। डॉ. निर्मल सिंह विधानसभा के स्पीकर बनाए गए हैं। डॉ. निर्मल ने रविवार देर शाम को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है।

पीडीपी के एक कैबिनेट मंत्री की सीट डॉ. हसीब द्राबू को वित्त मंत्री के पद से हटाने के बाद से खाली हुई थी, जबकि दूसरी सीट ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल हक खान को हटाकर खाली करने की बात कही जा रही है। इसी के साथ महबूबा मंत्रिमंडल में भाजपा के 09 कैबिनेट व दो राज्यमंत्री और पीडीपी के 12 कैबिनेट व दो राज्यमंत्री हो जाएंगे। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार देर शाम भाजपा के नए मंत्रियों की सूची पर मुहर लगा दी। 


भाजपा एक और राज्यमंत्री बदलने का कर सकती है फैसला:

मंत्रिमंडल में पांच कैबिनेट व एक नया राज्यमंत्री बनाने का फैसला करने वाली भाजपा सोमवार सुबह अपना एक और राज्यमंत्री बदलने का फैसला कर सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में देर शाम को इस पर चर्चा ह़ुई थी, लेकिन फैसला नहीं हो पाया। अब सुबह  इस पर चर्चा होगी कि राज्यमंत्री अजय नंदा को बदलना है या नहीं।

दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने लगाई मुहर-आज भाजपा के एक राज्यमंत्री व पांच कैबिनेट मंत्रियों के साथ पीडीपी के भी दो कैबिनेट मंत्री ने शपथ ली।

भाजपा के नए कैबिनेट मंत्री:

कविंद्र गुप्ता -भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सत शर्मा-कठुआ के विधायक, राजीव जसरोटिया-सांबा के विधायक, डॉ. देवेंद्र मन्याल,

इन्हें मिली पदोन्नति:-

यातायात राज्यमंत्री सुनील शर्मा बने कैबिनेट मंत्री-डोडा के विधायक शक्ति परिहार राज्यमंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल

ये मंत्रिमंडल से बाहर:-स्वास्थ्य मंत्री बाली भगत-शिक्षा राज्यमंत्री प्रिया सेठी

पीडीपी ने इन्हें बनाया कैबिनेट मंत्री:-मोहम्मद अशरफ मीर-मोहम्मद खलील

मप्र में दलितों को लुभाने के लिए BJP का बड़ा प्लान, रिटायर्ड अफसरों पर लगाएगी दांव



मध्यप्रदेश: प्रदेश में दलित वोट बैंक को लुभाने के लिए बीजेपी ने नई रूपरेखा तैयार की है। बीजेपी ने रिटायर्ड अफसरों पर दांव लगाने का प्लान बनाया हैं। हाल ही में कमलनाथ के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद अब बीजेपी की नजर एक-एक वोट पर है। दलित हिंसा के बाद बीजेपी जमीनी स्तर पर दलितों में पैठ बनाने के लिए बस्ती प्रमुख तैयार कर रही है, जिसमें सबसे बड़ी बात ये है कि बस्ती प्रमुख की जिम्मेदारी किसी राजनीतिक व्यक्ति को ना देकर बल्कि रिटायर्ड अफसरों को दी जा रही है।

ज्ञात रहें कि यूपी में आरएसएस के बस्ती प्रमुख एजेंडे पर बीजेपी ने काम किया था। वहां इस एजेंडे पर काम करने पर सफलता भी मिली थी। अब यही फॉर्मूला एमपी में भी लागू किया गया है। पन्ना प्रमुख के बाद बस्ती प्रमुख का नया पद बनाकर दलित वोट बैंक में पैठ बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

प्रदेश के 51 जिलों में दलित कमजोर बस्तियों में सामाजिक न्याय, आर्थिक सुरक्षा और अधिकारिता सुनिश्चित करने के लिए बस्ती प्रमुखों का मनोनयन किया जा रहा है। बस्ती प्रमुखों का राज्य स्तर में सम्मेलन आयोजित करने के पहले जिलों में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की जायेगी। बीजेपी प्रवक्ता का कहना है कि रिटायर्ड अफसर सत्ता में लंबे समय तक रहे हैं, इसलिए उन्हें बस्ती प्रमुख की जिम्मेदारी देकर सरकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। 

फिलहाल सबसे पहले बस्ती प्रमुख की जिम्मेदारी रिटायर्ड अधिकारियों को दी जा रही है। इसके बाद यदि रिटायर्ड अधिकारी की संख्या कम रही तो बस्ती प्रमुख का जिम्मा बुद्धिजीवी वर्ग, वकील, डॉक्टर, प्राध्यापक, इंजीनियर समेत समाजसेवियों को दिया जाएगा। 

9 साल तक सेक्स नहीं किया तो बॉम्बे हाईकोर्ट ने रद्द कर दी शादी

बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा कि शादी में एक महत्वपूर्ण बात है कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने. यह नहीं होने पर शादी के मायने खत्म हो जाते हैं. अगर शादी के बाद केवल एक बार संबंध बनाए गए हैं तब भी शादी को रद्द किया जा सकता है.


मुंबईः शादी के बाद पति-पत्नी के बीच सेक्स (शारीरिक संबंध) को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला दिया है. अदालत ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर के एक जोड़े की नौ साल तक चली कानूनी लड़ाई के बाद शादी को रद्द कर दिया. क्योंकि दोनों ने इन सालों के दौरान शारीरिक संबंध नहीं बनाए.

महिला का आरोप था कि एक शख्स ने कागजों पर गलत तरीके से हस्ताक्षर करवा कर शादी कर ली. जिसके बाद वह शादी को रद्द करना चाहती थी लेकिन उसका पति विरोध कर रहा था. यह मामला कोर्ट पहुंचा. जिसपर बॉम्बे हाईकोर्ट की जस्टिस मृदुला भाटकर ने कहा कि उन्हें महिला के साथ धोखा देने के कोई भी दस्तावेज नहीं मिले हैं. लेकिन पति-पत्नी के बीच शारीरिक संबंध बनाए जाने के कोई सबूत नहीं मिले हैं इसलिए वह शादी को खारिज कर रही हैं.

यह मामला 2009 का है, जब 24 वर्षीय शख्स ने 21 वर्षीय लड़की से शादी की. महिला के दावों के मुताबिक, उससे खाली पन्नों पर दस्तखत करवाए गए और उसने रजिस्ट्रार के सामने शादी की. महिला के मुताबिक उसे यह पता नहीं चला की उससे शादी के दस्तावेजों पर दस्तखत करवाए गए हैं.

जब गड़बड़ी का पता चला तो महिला ने शादी रद्द करने की मांग की. ट्रायल कोर्ट ने उसके पक्ष में फैसला देते हुए शादी रद्द कर दी. लेकिन इसके खिलाफ पति ने हाईकोर्ट में अपील की. अब हाईकोर्ट ने महिला के पक्ष में फैसला देते हुए शादी रद्द कर दी है लेकिन आधार फर्जीवाड़े का नहीं है.

कोर्ट ने क्या कुछ कहा?
हाईकोर्ट ने महिला के दावों को खारिज करते हुए सवाल उठाए. कोर्ट ने कहा कि एक ग्रेजुएट महिला से शादी के दस्तावेज पर गलत तरीके से हस्ताक्षर कैसे कराए जा सकते हैं. इसपर विश्वास कर पाना मुश्किल है.

जस्टिस मृदुला भाटकर ने कहा, ‘‘शादी में एक महत्वपूर्ण बात है कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने. यह नहीं होने पर शादी के मायने खत्म हो जाते हैं. अगर शादी के बाद केवल एक बार संबंध बनाए गए हैं तब भी शादी को रद्द किया जा सकता है.‘‘

जस्टिस भाटकर ने कहा, ‘‘इस मामले में पति-पत्नी एक दिन भी साथ नहीं रहे हैं और पति शारीरिक संबंध बनाने के पक्ष में कोई सबूत पेश नहीं कर पाया है. इस आधार पर महिला को इस शादी को खत्म करने की इजाजत दी जाती है.‘‘

हालांकि पति का दावा था कि दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने और उसकी पत्नी प्रेग्नेंट हुई थी. लेकिन कोर्ट ने इसपर कहा कि प्रेग्नेंसी के कोई सबूत गायनाकोलॉजिस्ट की रिपोर्ट में नहीं पाये गए. कोर्ट ने कहा कि हमने दोनों को सुलह के भी सुझाव दिये लेकिन असफल रहे.

विदाई के 2 घंटे बाद दुल्हन की हत्या, कार-गहने-कैश लूट ले गए बदमाश

प्रतीकात्मक तस्वीर

वो बदनसीब थी कि 2 घंटे के लिए दुल्हन बनी और मायके से विदा होने के बाद अपने ससुराल नहीं पहुंच पाई. दुल्हन बनने के 2 घंटे बाद ही दुनिया से रुख्सत हो गयी. जिस बेटी को मायके से विदा किया गया था, उसी मायके से रविवार को उसको अंतिम विदाई देनी पड़ी.

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली महविश शादी के बाद विदा तो हुई, लेकिन दिल्ली-देहरादून हाईवे पर मेरठ के पास उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने इसे लूट के इरादे से की गई हत्या का मामला बताया है. घटना के वक्त दुल्हन के साथ कार में दूल्हा उसकी दो बहनें और एक अन्य रिश्तेदार भी मौजूद था.

पुलिस के मुताबिक, गाजियाबाद के मसूरी में नाहल गांव की रहने वाली महविश की शुक्रवार को शादी हुई और शाम करीब 7 बजे विदाई हुई, लेकिन रात 9 बजे परिवार के पास महविश की मौत की खबर पहुंच गई.

दिल्ली-देहरादून हाईवे पर मेरठ के दौराला थाना क्षेत्र में लुटेरों ने दुल्हन की कार को ही निशाना बना डाला. बदमाशों ने स्विफ्ट कार, दुल्हन के गहने और लाखों का कैश लूट लिया. बदमाशों का विरोध करने पर दुल्हन के साथ कार में सवार ससुराल पक्ष के लोगों के साथ मारपीट भी की गई.

मेरठ पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. वहीं, महविश के परिवार वाले ससुराल पक्ष पर शक जता रहे हैं. महविश के परिवार वालों ने हत्या के पीछे एकतरफा प्यार के एंगल से भी पूरी तरह इनकार किया है.

महविश के परिवार वालों का कहना है कि यह सिर्फ लूट के बाद हत्या का मामला नहीं है, बल्कि इसके पीछे कुछ और राज है. परिवार वालों का कहना है कि अगर दुल्हन को गोली मारी गई, तो उसके शौहर ने उसे बचाने की कोशिश क्यों नहीं की? उसके शौहर और गाड़ी में मौजूद उसकी ननद पर किसी ने हमला क्यों नहीं किया?

साथ ही परिवार वाले यह भी आरोप लगा रहे हैं कि घटना के बाद ससुराल वाले महविश की लाश को अस्पताल में लावारिस छोड़ कर क्यों भाग गए? पुलिस पूछताछ के दौरान महविश के परिवार वालों ने बताया कि विदाई के वक्त महविश के ससुराल वालों ने दहेज का सामान ले जाने से मना कर दिया था, जबकि आम तौर पर दहेज का सारा सामान ससुराल पक्ष बारात की विदाई के साथ ही लेता जाता है.

महविश की शादी दूल्हे के बहनोई शावेज ने तय की थी, जो नाहल गांव की ही रहने वाला है. महविश का परिवार गरीब है और 9 भाई-बहनों में सबसे बड़े भाई के बाद दूसरे नंबर की संतान थी महविश.

पुलिस ने बताया कि लुटेरों की गोली से घायल महविश को मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिवार वालों के आरोप पर पुलिस का कहना है कि वह हर एंगल से इस मामले की जांच कर रही है.

J-K: पुलवामा एनकाउंटर में मारा गया हिजबुल का पोस्टर बॉय समीर टाइगर

समीर टाइगर

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों और पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है. मरने वाले आतंकियों ने हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर समीर टाइगर भी शामिल है.

खुफिया सूचना मिलने के बाद सेना, एसओजी, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने सोमवार सुबह पुलवामा के द्रबगाम गांव में घेराबंदी शुरू की. खुद को घिरता देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग खोल दी, जिसके बाद जवानों ने भी उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया. 

एनकाउंटर के दौरान स्थानीय लोगों ने पत्थरबाजी भी की. इस दौरान जवानों और लोगों के बीच हुए संघर्ष में कुछ जवान भी जख्मी हो गए. वहीं, कई नागरिक भी घायल हो गए हैं.

नया पोस्टर ब्वॉय भी ढेर

समीर टाइगर 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था. समीर पुलवामा का रहने वाला है और हिज्बुल के कई हमलों में शामिल हो चुका है. बुरहान वानी के बाद समीर को कश्मीर के पोस्टर ब्वॉय के रूप में पेश किया गया है. समीर ने आतंकी वसीम के जनाजे में शामिल होकर फायरिंग भी की थी.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

रविवार को ही समीर टाइगर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें वह एक स्थानीय युवा से पूछताछ करता नजर आ रहा है. समीर इस वीडियो में कथित मुखबिर से पूछ रहा है कि इलाके में कौन-कौन सुरक्षाबलों को जानकारी देते हैं. इस वीडियो के कुछ घंटों बाद ही सोमवार सवेरे सुरक्षाबलों ने समीर टाइगर को पुलवामा के द्रबगाम में घेर लिया है. जहां एनकाउंटर जारी है.

झारखंड: स्कूल बस ड्राइवर करता था 3 साल के मासूम से रेप, अरेस्ट

प्रतीकात्मक तस्वीर

झारखंड की राजधानी रांची में एक निजी स्कूल के बस ड्राइवर ने 3 साल के मासूम बच्चे को अपनी हवस का शिकार बना डाला. बस में बच्चों के साथ जाने वाली चतुर्थ श्रेणी की महिला कर्मचारी पर भी संलिप्तता की बात का भी खुलासा हुआ है. आरोपी बस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसने अपना जुर्म भी कुबूल कर लिया है.

पुलिस ने बताया कि पीड़ित मासूम शहर के ओल्ड कमिश्नर कंपाउंड स्थित लिटिल एंजल्स प्ले स्कूल में पढ़ता है. आरोपी बस ड्राइवर ने पूछताछ के दौरान अपना जुर्म कुबूल करते हुए पुलिस को बताया कि उसने मासूम बच्चे के साथ कई बार गलत काम किया है.

उसने बताया कि बच्चों को स्कूल से उनके घर छोड़ते समय वह पीड़ित बच्चे को सबसे आखिर में छोड़ता था. इस बीच मौका देखकर सूनसान जगह पर वह बस खड़ी कर देता और मासूम को अपनी हवस का शिकार बनाता. जब बच्चा दर्द से कराहता तो वह इंजेक्शन लगाने की धमकी देकर बच्चे को चुप करा देता था.

वहीं, मासूम बच्चे की मां ने बताया कि एक दिन शौच के दौरान बच्चे के नाजुक अंग से खून निकलता देख वह घबरा गईं. वह अपने बेटे को डॉक्टर के पास ले गईं, जहां जांच के दौरान बच्चे से अप्राकृतिक यौनाचार की बात सामने आई, जिसे सुनकर मां सन्न रह गई.

मां ने जब मासूम बेटे से इस बारे में पूछा तो बच्चे ने पूरी आपबीती बता दी. हालांकि बच्चे के माता-पिता शुरू में लोकलाज के डर से कुछ दिन चुप रहे. लेकिन फिर हिम्मत कर उन्होंने शीर्ष पुलिस अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. रांची के SSP ने इस मामले की जांच का जिम्मा सिटी SP और कोतवाली DSP को सौंपा और जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए कहा.

रांची के डेली मार्केट थाने में आरोपी ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज हुआ. पीड़ित मासूम के मेडिकल टेस्ट में अप्राकृतिक यौनाचार की पुष्टि होने के बाद आरोपी ड्राइवर के खिलाफ दर्ज केस में POSCO एक्ट की धाराएं भी जोड़ दी गई हैं.

22 साल की मेड 9 साल की मासूम बच्ची को जबरन दिखाती थी गंदे वीडियो


मुंबई। बच्चों की देखभाल के लिए बहुत से माता-पिता उन्हें मेड के भरोसे छोड़कर अपने काम पर चले जाते हैं। कई बार बच्चों के लिए यह एक बुरा अनुभव भी साबित होता है। मुंबई में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक 22 साल की मेड को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने नौ साल की बच्ची को कई बार जबरन पॉर्न विडियो दिखाए। साकीनाका पुलिस का कहना है कि पीड़ित बच्ची के माता-पिता खास तौर पर मां ने बच्ची के व्यवहार में पिछले 15 दिनों के दौरान बदलाव महसूस किया। जनवरी में परिजनों ने 22 साल की एक युवती (मेड) को अपनी गैरमौजूदगी में बच्ची की देखभाल के लिए काम पर रखा था। 

बच्ची के बर्ताव में आया बदलाव 
अक्सर उत्साहित और जिंदादिल दिखने वाली बच्ची को जब मां ने परेशान और अंतर्मुखी होते देखा, तो उन्होंने बच्ची से कई बार जानने की कोशिश की लेकिन मासूम के बर्ताव में कोई बदलाव नहीं दिखा। पुलिस में दर्ज अपनी शिकायत में परिजनों ने कहा है कि यहां तक कि जब वे लोग घर पर रहते थे, तब भी बच्ची ज्यादा से ज्यादा एकांत में रहना चाहती थी। उन्होंने बताया कि बच्ची से जब भी उसकी तकलीफ के बारे में पूछा जाता, तो वह हां-न में जवाब देती थी। हालांकि ज्यादातर मौकों पर वह चुप ही नजर आती थी। 

मोबाइल पर मेड ने दिखाए पॉर्न 
बच्ची के व्यवहार में अचानक हुए बदलाव से चिंतित मां ने एक बार फिर 26 अप्रैल को उससे परेशानी के बारे में पूछा। परिजनों ने यह भी पाया कि बच्ची की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है और उसे काफी मुश्किल आ रही है। बार-बार पूछने पर आखिरकार एक दिन बच्ची टूट गई और उसने बताया कि घर में रहने वाली दाई उसे अपने मोबाइल फोन पर बार-बार पॉर्न दिखा रही थी। मासूम ने बताया कि पिछले दिनों में जब वे लोग काम पर गए हुए थे, दाई ने उसे लगातार अश्लील विडियो देखने पर मजबूर किया। 

साकीनाका पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर अविनाश धर्माधिकारी ने हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर को बताया कि दाई को 27 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया और उसे 2 मई तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। युवती के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है और इसे फरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।

UP: महिला से गैंगरेप का वीडियो वायरल, परिवार ने दी खुदकुशी की धमकी

कन्नौज में महिला से गैंगरेप

महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की वारदातें रुकने का नाम ही नहीं ले रहीं. उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक महिला के साथ गैंगरेप की वारदात सामने आई है. इस पूरी घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. पीड़िता परिवार सहित रविवार की शाम पुलिस थाने पहुंची और केस दर्ज करवाया.

पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा है कि गुरसाईगंज के समढान में 24 अप्रैल को उसके साथ दो लोगों ने गैंगरेप किया और पूरी घटना का मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया.

पीड़ित परिवार ने साथ ही धमकी दी है कि अगर आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें फांसी या उम्रकैद की सजा नहीं दी जाती तो वे खुदकुशी कर लेंगे. पीड़िता ने आरोपियों की पहचान तालिब और सलमान के तौर पर की है. पीड़िता ने बताया कि वह कुएं से पानी भरने गई हुई थी, तभी दोनों व्यक्तियों ने उसके साथ यह घिनौनी हरकत की.

पीड़िता ने बताया कि उसने घटना के तुरंत बाद परिवार वालों को इसके बारे में नहीं बताया, क्योंकि उसे डर था कि उसका घर गांव में बदनाम हो जाएगा. लेकिन सोशल मीडिया पर जब घटना का वीडियो वायरल होने लगा तो पीड़िता के परिवार को वालों को खुद ब खुद घटना के बारे में पता चला गया.

वीडियो वायरल होने के बाद परिवार ने तुरंत पुलिस में केस दर्ज करवाई. वहीं पुलिस का कहना है कि केस दर्ज कर लिया गया है और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मामले की जांच शुरू कर दी गई है.

आत्मघाती धमाके से दहला काबुल, 7 पत्रकारों समेत 29 लोगों की मौत

घायलों को अस्पताल पहुंचाते पुलिसवाले


अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में दो आत्मघाती हमले में 7 पत्रकारों समेत 29 लोगों की मौत हो गई है. खबरों के मुताबिक काबुल के शशदारक क्षेत्र में दूसरा धमाका उस वक्त हुआ जब लोग पहले हुए धमाके के पीड़ितों की मदद कर रहे थे. धमाके में 40 से ज्यादा लोग जख्मी हैं.

धमाके के बाद अफरा-तफरी

अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्री ने इस धमाके में 29 लोगों की मौत की पुष्टि की है. घायलों को पास के अस्पताल में पहुंचाया गया है. कुछ देर के लिए घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई थी. प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे हैं. फिलहाल ब्‍लास्‍ट के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है.

धमाके में 7 पत्रकारों की मौत

इस धमाके में 7 पत्रकारों की भी मौत हो गई है. पुलिस अधिकारी जान आगा ने बताया कि पहले विस्फोट के तुरंत बाद दूसरा विस्फोट हुआ. धमाके में कई पुलिस अधिकारी भी घायल हैं. काबुल पुलिस के प्रमुख दाऊद अमीन ने बताया कि यहां जिस इलाके में हमले हुए हैं, वहां कई विदेशी कार्यालय हैं.

वजीर अकबर खान अस्पताल के निदेशक मोहम्मद मौसा जहीर ने बताया कि विस्फोट में घायल लोगों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है. काबुल एम्बुलेंस सेवा के प्रमुख मोहम्मद असीम के मुताबिक पहले धमाके के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा था, कभी दूसरा धमाको हुआ.

गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों में अब तक अफगानिस्तान में कुल 6 हमले हो चुके हैं. एक हफ्ते पहले ही काबुल में हुए बम धमाके में 60 लोगों की मौत हो गई थी और 129 लोग घायल हुए थे.

नाबालिग का अपहरण कर चार दिनों तक बनाया हवस का शिकार

राजस्थान के कोटा में हुई वारदात


राजस्थान के कोटा में 16 साल की एक लड़की का एक युवक ने अपहरण कर उसके साथ चार दिन तक बलात्कार करता रहा. आरोपी के चंगुल से निकलकर पीड़िता किसी तरह अपने घर पहुंची. उसने परिजनों को आपबीती सुनाई, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. पीड़िता के परिजनों के तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. आरोपी की तलाश की जा रही है.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 24 अप्रैल को किशोरी का उसके घर से अपहरण कर लिया गया. इसके बाद उसके पिता ने अगले दिन पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करायी थी. बीती रात वह घर लौट आई. उसने माता-पिता को बताया कि आरोपी उसे अपने घर ले गया था. वहां उसे बंधक बना कर चार दिन तक अपनी हवस का शिकार बनाता रहा.

पीड़िता की आपबीती सुनने के बाद उसके परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे. उनकी तहरीर पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 और पोक्सो अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है. पीड़ित लड़की का चिकित्सकीय परीक्षण कराया जा रहा है. इस मामले की जांच के साथ ही पुलिस अरोपी को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है.

फरीदाबादः मासूम की हत्या कर शव के साथ रेप

वहीं, दिल्ली से सटे फरीदाबाद में पिछले दिनों अपने दादा की बगल में सो रही बच्ची की अपहरण के बाद हत्या मामले में खुलासा हुआ है कि पीड़िता के साथ रेप भी हुआ था. इस मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के साथ रेप की पुष्टि हुई है. यह घटना 21 अप्रैल की है. रात के समय बच्ची खोखे पर दादा के संग सो रही थी. उसका अपहरण कर हत्या कर दी गई थी.

बच्ची के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया, तो पता चला कि उसके साथ रेप हुआ है. इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी रिंकू को चार दिन की रिमांड पूरी होने पर अदालत में पेश किया गया. अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपी से कपड़े और बच्ची के दादा से चुराया गया मोबाइल बरामद किया है.

आरोपी रिंकू मूल रूप से उत्तर प्रदेश के इटावा के गांव भरईपुर का निवासी है. वह बच्ची के चाचा के साथ बेलदारी करता था. आरोपी से की गई पूछताछ के आधार पर बताया कि घटना की रात पास ही बच्ची का चाचा और रिंकू भी सो रहा था. रिंकू ने रात में दादा का मोबाइल चोरी कर लिया और सोती हुई बच्ची को उठाकर झाड़ियों में ले गया.

वहां उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद उसने उसके साथ रेप किया. वह शव वहीं छोड़कर फरार हो गया था. पुलिस आरोपी को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से पकड़कर लाई थी. उसकी निशानदेही पर ही बच्ची का शव बरामद हुआ था. इस घटना ने फरीदाबाद ही नहीं पूरे देश को झकझोर दिया है. एक शख्स कैसे शव के साथ रेप कर सकता है.

ये हैं इलाहाबाद हाई कोर्ट की सीनियर एडवोकेट, रहस्य बन गई जिंदगी


नई दिल्ली। दिल्ली के मयूर विहार एक्सटेंशन के डिस्ट्रिक्ट पार्क के आसपास यहां के लोगों को सड़क किनारे एक महिला अपने बेटे के साथ अकसर दिख जाती हैं। कोई उन्हें कौतुहल भरी नजरों से देखता है तो कोई देखकर भी अनदेखा करता हुआ निकल जाता है लेकिन कोई इनके बारे में जानने की कोशिश नहीं करता है। यहां के स्ट्रीट वेंडर्स बताते हैं कि अगर महिला को कोई कुछ खाने के लिए देता है तो वह ले लेती हैं, लेकिन कभी किसी से भीख नहीं मांगती हैं। महिला तो फिर भी कभी-कभी बात करती हैं, मगर उनका बेटा कुछ नहीं बोलता है।

महिला खुद को इलाहाबाद हाई कोर्ट की सीनियर एडवोकेट रेणु सुशील अग्रवाल बताती हैं। वह हर समय में अपने बेटे की केयर करती रहती हैं, मगर बेटे के बारे किसी को कुछ नहीं बताती हैं। वह कभी हिन्दी में बोलती है तो कभी इंग्लिश में बोलने लगती हैं। महिला अपने घर का अड्रेस 123/2 मारुतिपुरम फैजाबाद रोड लखनऊ बताती हैं। वह दिल्ली कैसे पहुंचीं, यह साफ तौर पर नहीं बता पाती हैं। दिन में महिला अपने बेटे के साथ फुटपाथ पर किसी पेड़ के नीचे सूरज के ढलने का इंतजार करती है। वहीं, शाम ढलते ही वह अपने बेटे को साथ लेकर डिस्ट्रिक्ट पार्क में चली जाती हैं। यहां के स्ट्रीट वेंडर्स का कहना है कि मां और बेटा दोनों मानसिक रूप से विक्षिप्त हैं मगर दोनों कभी भीख नहीं मांगते हैं। 

दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से मां-बेटे की हर संभव मदद की जाएगी। गौतम ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे मयूर विहार एक्सटेंशन के डिस्ट्रिक्ट पार्क जाकर मां-बेटे से मिलें और उन दोनों की मेडिकल जांच भी करवाएं। जांच के बाद जरूरत पड़ने पर दोनों को समाज कल्याण विभाग के हाफ-वे होम में भर्ती करवाया जाए, जहां पर उनका ट्रीटमेंट शुरू हो सके।

शिवराज सरकार के खिलाफ साधु-संतों का भोपाल में प्रदर्शन


भोपाल। कम्प्यूटर बाबा समेत 5 बाबाओं को मंत्री का दर्जा दिए जाने के बाद भी सीएम शिवराज सिंह की बात बनती नजर नहीं आ रही है। रविवार को साधु-संतों ने राजधानी में शिवराज सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। नर्मदा यात्रा को घोटाला बताते हुए इसकी सीबीआई जांच की मांग कर डाली। बोले पवित्र नर्मदा नदी को रेत खनन कर छलनी कर दिया गया है। यदि इस घोटाले की जांच नहीं की गई, तो संत घर-घर जाकर सरकार की करतूत उजाकर करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से सिर्फ संत समाज ही नहीं बल्कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य समाज के लोग भी नाखुश हैं। इस तरह के आरोप रविवार दोपहर को शाहजहांनी पार्क में इकट्टे हुए साधु-संतों ने लगाए। 

श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी और ओकारेश्वर धाम के नागा महेशदासजी के नेतृत्व में साधु-संत मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने राजधानी आए थे। लेकिन रविवार सुबह उन्हें मिसरोद स्थित इंडस टाउन पर रोक लिया गया था। बाद में पुलिस की निगरानी में संत दोपहर एक बजे शाहजहांनी पार्क पहुंचे।

इस दौरान मीडिया से चर्चा में महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जीवन दायिनी नर्मदा जी के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। नर्मदा नदी का अस्तित्व खत्म किया जा रहा है। नर्मदा यात्रा के दौरान 6 करोड़ पौधे लगाने की बात भी झूठ है। कम्प्यूटर बाबा सिंहत पांच संतों को राज्यमंत्री का दर्जा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी करतूत छिपाने के लिए किया है।

नागा महेशदासजी ने कहा कि पहले कम्प्यूटर बाबा ने नर्मदा यात्रा के नाम पर हुआ घोटाला उजागर करने की धमकी दी थी। राज्यमंत्री का दर्जा मिलते ही उनके सुर बदल गए हैं। कम्प्यूटर बाबा संत नहीं है, यदि वह संत हैं, तो उन्हें तत्काल राजनीति से तौबा कर लेना चाहिए। इस मौके पर ओंकारेश्वर के महामंडलेश्वर बाल बिहारी दासजी, बगलामुखी नलखेड़ा से मठाधीश किन्नार अखाड़ा साध्वी पीतांबरा प्रमुख रूप से उपस्थित थीं।

एडीएम को ज्ञापन सौंपा
साधु-संत करीब एक घंटे तक पार्क में धरने पर बैठे रहे। इसके बाद वह रैली की शक्ल पर आगे बढ़े,लेकिन पुलिस ने पार्क का गेट बंद कर उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस बीच एडीएम जीपी माली,एएसपी राजेशसिंह भदौरिया,सीएसपी भूपेंद्रसिंह ने संतों से चर्चा की। समझाइश के बाद महामंडलेश्वरजी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामित ज्ञापन,राज्यपाल को सौंपने के लिए एडीएम जीपी माली को सौंपा। इसके बाद साधु-संत अपने-अपने स्थानों के लिए रवाना हो गए।

बिहार में 7 भैयाओं ने मिलकर किया लड़की का सरेआम चीरहरण, व्हाट्सएप पर वीडियो वायरल



जहांनाबाद (बिहार)। सोशल मीडिया पर नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ का एक वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि ये बिहार के जहांनाबाद जिले के किसी गांव की है। और शनिवार देर रात से ये वायरल हो रहा है। रविवार को पुलिस ने इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए 7 लोगों पर मामला दर्ज किया है। नगर थाने में FIR दर्ज की गई है। जहांनाबाद एसपी मनीष कुमार ने कहा कि वीडियो के आधार पर आरोपियों की तलाश की जा रही है। 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष 3 को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

जहानाबाद पुलिस अधीक्षक मनीष ने आज तक को जानकारी दी है कि अब तक इस पूरे मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी तीन की तलाश जारी है. पुलिस ने आरोपियों की पहचान घटनास्थल पर मौजूद एक मोटरसाइकिल के के आधार पर की है जिस पर जहानाबाद का नंबर था. वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि सातों मिलकर लड़की पर किस तरह से यौन हमला कर रहे हैं। वो बार बार उन्हे नहीं भैया... नहीं भैया... करके चीख रही है लेकिन कोई उस पर रहम नहीं कर रहा है। 

वीडियो के जरिए सांप्रदायिक सोहार्द बिगाड़ने की कोशिश
वीडियो को कुछ लोगों द्वारा नफरत भरे संदेशों के साथ प्रसारित करने पर उन्होंने लोगों से आग्रह भी किया कि गलत चीजों को एकदूसरे से साझा ना करें. सामाजिक सौहार्द बिगड़नेवाले वीडियो साझा करने से परहेज करें. इस मामले में कानून के तहत दंडात्मक कार्रवाई का भी प्रावधान है. इस संबंध में उन्होंने कहा कि जल्द ही मामले में सत्यता पायी गयी, तो शरारती किस्म के युवकों की गिरफ्तारी भी होगी. मामला उनके संज्ञान में है. वह खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं.

मामले की जांच के लिए 2 SIT गठित
मामले की गंभीरता को समझते हुए पटना रेंज के IG नैयर हसनैन खान ने भी एक एसआईटी का गठन किया और आरोपियों की तलाश कर रही है. आईजी ने मामले की जांच के लिए गठित SIT में एएसपी (ऑपरेशन) और जहानाबाद के एसपी को शामिल किया गया है.

छेड़छाड़ करने वाले 4 गिरफ्तार, बाइक भी बरामद
जहानाबाद के एसपी ने बताया है कि उन्होंने नगर थाने के पुलिस अवर निरीक्षक श्यामसुंदर सिंह के लिखित बयान पर बाइक के मालिक सहित आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. वायरल वीडियो में दिख रहे बाइक को पुलिस ने बरामद कर लिया है और चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

इस एसआईटी में पटना के एएसपी (ऑपरेशन), जहानाबाद के एसपी और दो जिला स्तर के पुलिस अधिकारी शामिल हैं. इन अधिकारियों के नेतृत्व में एसआईटी की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है. शुरुआती जांच में पता चला है कि यह वारदात जहानाबाद के काको थाना क्षेत्र के भरथुआ नहर पर हुई है.

देवास - अबुल कलाम फारुखी साहब बने देवास के शहर काज़ी


देवास | देवास के पूर्व काज़ी जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब के साहबज़ादे जनाब अबुल कलाम फारुखी साहब की दस्तारबंदी मुकम्मल हुई , और उन्हें नया शहर काज़ी बनाया गया | और इस मौके पर पूर्व काज़ी जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब का एज़ाज़ (सम्मान) किया गया |



तमाम शहरवासियो और शहर के जिम्मेदारों के बीच यह कार्यक्रम मुकम्मल हुआ | इस मौके पर मुफ़्ती ए आज़म हज़रत मुफ़्ती अब्दुर्रज्जाक खान साहब भोपाल, हज़रत मौलान सय्यद हबीबुल्लाह मदनी साहब, इंदौर और उज्जैन के काज़ी साहब भी मौजूद थे |


दिल्ली से आए हज़रत मौलान सय्यद हबीबुल्लाह मदनी साहब ने जनाब अबुल कलाम फारुखी साहब को मुबारकबाद दी और जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब की तंदरुस्ती के लिए दुआ की, वहीं मुल्क में अमन और भाईचारे के लिया दुआ भी की |


जनाब अबुल कलाम फारुखी साहब ने कहा की वो भी अपने वालिद साहब की तरह की हर कौम के लिए हमेशा सक्रिय रहेंगे और सब की मदद करेंगे | इस के बाद उन्होंने सभी का शुक्रिया अदा किया |


रविवार, 29 अप्रैल 2018

चायवाले का बेटा बनेगा कलेक्टर, UPSC में 82वीं रैंक



नई दिल्ली। चाय वालों के अच्छे दिन आ रहे हैं। गुजरात का चायवाला भारत का प्रधानमंत्री बन गया है तो जैसलमेर के चायवाले का बेटा अब कलेक्टर/डीएम बनेगा। उसने यूपीएससी में 82वीं रैंक हासिल की है। देशलदान नाम के इस युवक के पास पढ़ाई तक के पैसे नहीं थे। पिता ने ब्याज पर पैसे लेकर बेटे की पढ़ाई करवाई। अब सारा क्षेत्र चायवाले 'कुशलदान' को पहचान गया है और बधाईयां दे रहा है। 


यूपीएससी सिविल सर्विस 2017 के परिणामों में जैसलमेर निवासी देशलदान का चयन हुआ है। उन्होंने 82वीं रैंक हासिल की है। पूर्व में उनका चयन आईएफएस में भी हो चुका है। देशलदान के आईएएस चयन की खबर मिलते ही उनके पैतृक घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। तभी से लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है। 

स्वर्णनगरी के चूंगी नाका चौराहे पर चाय की दुकान चलाने वाले कुशलदान ने कड़ी मेहनत करके अपने बेटे देशलदान की परवरिश की। बचपन से ही देशलदान पढ़ाई में अव्वल था और उसके पिता ने भी हर मौके पर अपने बेटे का सहयोग किया। चाय की स्टाल लगाने वाले पिता को विश्वास था कि देशलदान उसका नाम रोशन करेगा। शिक्षा को लेकर पिता कुशलदान ने अपने बेटे देशलदान की हर क्षेत्र में मदद की। 

देशलदान की पढ़ाई के दौरान उसके पिता ने ब्याज पर पैसे लेकर भी उसकी शिक्षा को लगातार जारी रखा। देशलदान के आईएएस में चयन की खबर मिलने के साथ ही परिवार में उत्सव जैसा माहौल बन गया। आज उसके बेटे ने भी उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पिता का नाम रोशन कर दिया है। 

डबरा में पानी के लिए खून खराबा: युवक की हत्या


दबरा ग्वालियर समचार | जिले के डबरा तहसील के कैरुआ गांव मे पानी के विवाद को लेकर एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृत युवक का नाम बृजेन्द्र परमार है। दरअसल बृजेन्द्र के पिता रतन सिंह और सुशील भार्गव नाम के शख्स के बीच पानी को लेकर विवाद हुआ था। इसी विवाद के चलते सुशील ने युवक को गोली मार दी। वो अपने दोनों बेटों के साथ फरार हो गया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। 

बृजेन्द्र के पिता का कहना है कि दोनों पक्षों में विवाद खत्म होने के बाद बृजेन्द्र अपने भाई प्रवेन्द्र और पिता रतन सिंह के साथ घर लौट रहा था। इसी दौरान अचानक गोली चलने की आवाज आने पर दोनों ने पलटकर देखा तो बृजेन्द्र को गोली लगी थी और वह जमीन पर गिरा हुआ था। 

गोली मारने के बाद सुशील अपने दोनो पुत्रों के साथ फरार हो गया है। ब्रजेन्द्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बृजेन्द्र के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने सिर्फ सुशील पर मामला दर्ज किया है, जबकि वारदात के समय सुशील के दोनों बेटे भी उसके साथ थे।

स्कूली छात्रा से रेप, वीडियो बनाकर 3 साल किया ब्लैकमेल


BHOPAL | स्कूली छात्रा से शाहजहांनाबाद थाना क्षेत्र में युवती के साथ मनुआभान की टेकरी की झाड़ियों में ज्यादती करने का मामला सामने आया है। घटना 1 अगस्त 2015 की है। इसके बाद आरोपी ने वीडियो वायरल की धमकी देकर युवती का 3 साल तक यौन शोषण किया। पीड़िता ने इस साल दसवीं की प्राइवेट परीक्षा दी है। इसके अलावा घरों में साफ सफाई करने वाली एक युवती से रेप और 6 साल की मासूम बच्ची से रेप का मामला भी सामने आया है।

कोहेफिजा पुलिस के अनुसार युवती की स्कूल में अनुज लोहट से दोस्ती थी। 01 अगस्त 2015 को आरोपी पीड़िता को घुमाने मनुआभान टेकरी ले गया और झाड़ियों में उससे ज्यादती की। बाद में आरोपी पीड़िता को शादी का झांसा देकर आए दिन ज्यादती करने लगा। कुछ महीने बाद एमएमएस वायरल करने की धमकी देकर की पीड़िता का शोषण करने लगा। बाद में आरोपी ने शादी करने से इंकार किया तो पीड़िता ने दुष्कर्म का मामला दर्ज करा दिया है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

लिव-इन में ज्यादती
बागमुगालिया निवासी युवती घरों में सफाई का काम करती है। डेढ़ साल पहले जिंसी में रहने वाले घनश्याम डेहरिया ने उसे शादी का झांसा देकर लिव-इन में रखा और बाद में शादी से मना कर दिया। पीड़िता ने उस पर केस दर्ज कराया है।

6 साल की बच्ची से दुष्कर्म
नीलबड़ में छह साल की बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपी ने उसकी मां को घर के बाहर जाते देख लिया था। उसे पता चल गया था कि पीड़ित मासूम घर में अकेली है। ज्ञात हो हरिनगर में महिला छह साल की बच्ची के साथ किराये से रहती है। निर्माणाधीन बिल्डिंग में मजदूरी करने वाले दो बच्चे के पिता छोटू मरावी ने महिला को घर से बाहर जाते देख लिया था फिर वह उसके घर पहुंचा और मासूम से दुष्कर्म किया।

देवास - आज बनेगे अबुल कलाम फारुखी साहब देवास के नए शहर काज़ी


देवास - जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब को कौन नहीं जानता, पुरे म.प्र. में अपनी शख्सियत से पहचाने जाने वाले देवास के शहर काज़ी जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब ने हर कोम, हर समाज को साथ में रखकर देवास में मिसाल कायम की ।

आज जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब का एजाज (सम्मान) रात 9 बजे ईदगाह मस्जिद के सामने किया जयेगा । इस मौके पर जनाब सलीमुद्दीन फारुखी साहब के साहबजादे मौलाना अबुल कलाम फारुखी साहब की दस्तारबंदी की जएगी, और उन्हें नया शहर काज़ी बनाया जयेगा ।

इस मौके पर मुफ़्ती ए आज़म हज़रत मुफ़्ती अब्दुर्रज्जाक खान साहब भोपाल, हज़रत मौलान सय्यद हबीबुल्लाह मदनी साहब और बहुत सी अज़ीम शख्सियत मौजूद होगी ।

मई एंड तक SP का इंतजार करूंगा, फिर थाने और पुलिस का नामोनिशान मिटा दूंगा



INDORE ! यह धमकी किसी अंडरवर्ल्ड डॉन या डकैत ने नहीं बल्कि एक ऐसे युवक ने दी है जिसकी पत्नी व बच्चे 2 साल से गायब हैं। उसका कहना है कि बच्चों को तलाशकर लाने के लिए धार स्थित पीथमपुर के सेक्टर वन थाने के टीआई संतोष दूधी ने उससे 50 हजार रुपए रिश्वत ली थी लेकिन बच्चों का आज तक पता नहीं है। शेखर सिंह ने ट्वीटर पर पहले एसपी से निवेदन किया फिर यह धमकी पोस्ट कर दी।

बताया जा रहा है कि पीथमपुर के सेक्टर-1 थाने में दो साल पहले आरोपी युवक शेखर सिंह ने अपनी पत्नि और बच्चों के गायब होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें पुलिस अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं कर पाई है। परेशान शेखर सिंह ने ट्वीटर पर प्रधानमंत्री का कार्यालय, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का कार्यालय, पीएम नरेंद्र मोदी, शिवराज सिंह, भाजपा के केंद्रीय कार्यालय को टैग किया है। वो डीजीपी मप्र को भी टैग करना चाहता था परंतु उसने गलत टैग डाल दिया। 

शेखर सिंह ने धमकी दी है कि वह इस मामले में एसपी की कार्यवाही का मई माह के अंत तक इंतजार करेगा। नहीं तो उसके बाद वह कई अपराधिक घटनाओं को अंजाम देगा। थाने और पुलिस का नामोनिशान मिटा देगा। ट्विटर पर इस प्रकार धमकी मिलने के बाद पुलिस की सायबर सेल ने ट्वीट करने वाले युवक का ट्विटर अकाउंट चेक किया तो युवक का नाम शेखर निवासी इंदौर पाया गया। पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध धारा 506 व 507 में प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरु कर दी है।

शनिवार, 28 अप्रैल 2018

68% लोगों को कमलनाथ में दिखता है मप्र का भविष्य, शिवराज 32% पर सिमटे | SURVEY REPORT

भोपाल। bhopalsamachar.com द्वारा facebook  की तकनीकी सहायता से कराए गए आॅनलाइन सर्वेध्पोल में लोगों ने कमलनाथ के हाथ में मध्यप्रदेश का सुरक्षित भविष्य बताया है। सिर्फ एक सवाल किया गया था ‘मध्यप्रदेश का भविष्य किसके हाथों में सुरक्षित है‘ जवाब के लिए सिर्फ 2 ही विकल्प थे। शिवराज सिंह चैहान एवं कमलनाथ। चैंकाने वाले नतीजे यह हैं कि 68ः लोगों ने कमलनाथ को चुना जबकि ​सीएम शिवराज सिंह चैहान 32ः पर सिमटकर रह गए। याद दिला दें कि पिछले दिनों TIME NOW के ओपिनियन पोल में शिवराज सिंह चैहान को 61ः लोगों की पसंद बताया गया था जबकि कमलनाथ को केवल 5ः लोगों की पसंद बताया गया था।





कमलनाथ को पिछले दिनों मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपी गई। इसी के साथ वो मध्यप्रदेश के सबसे बड़े पद पर आ गए। यदि मप्र मे कांग्रेस की सरकार बनती है तो काफी हद तक संभावनाएं हैं कि कमलनाथ ही मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ को सीएम कैंडिडेट घोषित तो नहीं किया लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से जो संकेत आ रहे हैं, उससे यही प्रतीत होता है कि वो रेस से बाहर हो गए हैं। दिग्विजय सिंह ने सीएम सीट की संभावनाओं से भी इंकार कर दिया है। अरुण यादव ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है। अब केवल नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह शेष रह जाते हैं जो कैबिनेट में किसी प्रमुख पद पर तो लिए जा सकते हैं परंतु कमलनाथ की तुलना में प्रतिस्पर्धी नहीं माने जा सकते। भाजपा की तरफ से शिवराज सिंह के अलावा किसी का नाम चर्चाओं में नहीं है। अतः दोनों के बीच तुलनात्मक अध्ययन अनिवार्य हो गया था।

क्या यह सर्वे प्रायोजित था
bhopalsamachar.com यह दावा करता है कि यह ओपिनियन पोल किसी भी तरह से प्रायोजित नहीं था। इसके लिए facebook की तकनीकी सहायता ली गई एवं यह अचानक आयोजित किया गया। किसी भी पक्ष के पास यह अवसर ही नहीं था कि वो अपने लिए कोई केंपेन कर सके। सर्वे के दौरान मौजूद आॅनलाइन पापुलेशन को टारगेट किया और अचानक उनके सामने यह प्रश्न रखा गया। अतः यह दावा किया जाता है कि इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं थी। यहां तक कि हमने कमलनाथ और शिवराज सिंह से जुड़े समर्थकों को भी इस पोल की पूर्वसूचना नहीं दी।

क्या नतीजे आए
ओपिनियन पोल में कुल 80256 लोगों से सवाल किया गया। 4700 लोगों ने वोटिंग में भाग लिया। भोपाल समाचार से जुड़े कुल 1.45 लाख एक्टिव फेसबुक में से 1013 यूजर्स ने इसे आम जनता तक पहुंचाया। 68ः लोगों ने कमलनाथ का चुनाव किया जबकि 32ः लोगों ने शिवराज सिंह को चुना जबकि पहला विकल्प शिवराज सिंह चैहान थे।

BHOPAL ESCORT SERVICE: दिल्ली के बदमाश UJJAIN से चला रहे थे


शुक्रवार को इंदौर में सेक्स रैकेट पकड़ने के बाद शनिवार को पुलिस ने एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश किया है जिसका सरगना उज्जैन में बैठकर आॅनलाइन एस्कार्ट सर्विस चला रहा था। आरोपियों द्वारा जिस्मफिरोशी के लिए ऑनलाइन वेबसाइट चलाई जा रही थी। इस वेबसाइट के माध्यम से देश के विभिन्न शहरों की लड़कियां मप्र में उपलब्ध कराई जाती थी। बदमाश इंदौर, भोपाल सहित अन्य शहरों में कॉलगर्ल सप्लाई कर रहे थे। आरोपियों ने www.bhopalescorts.bi नामक वेबसाइट बना रखी थी। इस वेबसाइट पर इन्होंने अपना मोबाइल नंबर के साथ ही कॉलगर्ल के फोटो डाल रखे थे।

साइबर पुलिस के अनुसार एस्कार्ट सर्विस का मुख्य सरगना दिल्ली का रहने वाला सुनील राठौर है जो उज्जैन के एक फ्लैट से अपने साथी झारखंड के मुकेश कुमार महतों के साथ मिलकर इसका संचालन कर रहा था। वेबसाइट के माध्यम से अश्लीलता फैलाने एवं देह व्यापार करवाने की शिकायत पर पुलिस ने वेबसाइट के संचालनकर्ताओं की जानकारी निकाली। पुलिस को पता चला की इस वेबसाइट का संचालन उज्जैन से किया जा रहा है। इस पर साइबर पुलिस ने एक टीम गठित कर घेराबंदी कर फ्लैट पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली, मुंबई से लेकर हर शहर की लड़कियां
आरोपियों द्वारा वेबसाइट पर दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलोर के साथ ही देश के हर शहर की लड़कियां ग्राहकों को उपलब्ध कराने की बात कही गई है। यदि ग्राहक कोई विशेष शहर की लड़की एस्काट सर्विस के लिए चाहता था तो आरोपी उस शहर की कॉलगर्ल से इंटरनेट के माध्यम से संपर्क कर उसे ग्राहक तक पहुंचाते थे।

मुंबई की बार डांसर आई थी उज्जैन
पुलिस की टीम ने जब आरोपियों के ठिकाने पर दबिश दी तब फ्लैट से आरोपियों के साथ 23 साल की युवती प्रियंका मंडल (परिवर्तित नाम) भी पकड़ाई। पूछताछ में युवती ने खुद को दिल्ली की रहने वाली बताया। युवती ने बताया कि वह मुंबई में कई सालों से डांस बार में डांसर थी। उसे मुंबई से देह व्यापार के लिए आरोपियों ने बुलाया था। मुंबई में वह बार डांसर थी, जब बार में डांस पर बैन लग गया तो वह देह व्यापार करने लगी।

तीन घंटे का चार्ज 10 हजार रुपए
आरोपियों ने वेबसाइट पर लड़कियों के अश्लील फोटों के साथ उनका रेट भी डाल रखा था। भोपाल में दो से तीन घंटे की सर्विस के लिए 10 हजार रुपए रेट था वहीं इंदौर या अन्य शहर के लिए 15 हजार रुपए लिए जाते थे। वहीं रातभर की सर्विस के लिए 25 हजार रुपए और 12 घंटे की सर्विस के लिए 40 हजार रुपए के रेट आरोपियों ने वेबसाइट पर डाल रखे थे।

माँ की गोद मैं बैठी थी बेटी, मौत भी वापस लौट गयी


कहते हैं माँ भगवान का दूसरा रूप होती है. उसके आँचल मैं अद्भुत शक्ति होती है. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हुए रोड एक्सीडेंट में यह प्रमाणित हो गया. नेशनल हाईवे 24 पर शनिवार को सड़क हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई। 4 जख्मी हैं। इस हादसे में एक महिला की भी मौत हो गयी लेकिन उसकी गोद में बैठ 2 साल की मासूम बच्ची जिन्दा है. पुलिस के मुताबिक, लोगों से भरी गाड़ी ने हाईवे पर खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। एजेंसी के मुताबिक, गाड़ी सवारियों को भरकर शाहजहांपुर से सीतापुर जा रही थी। हादसा सुबह 5 बजे लखीमपुर के थाना पसगवां के उचैलिया हाईवे पर हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही 9 लोगों की मौत हो गई। 8 घायलों को जिला शाहजहांपुर जिला अस्पताल भेजा गया। अस्पताल में इलाज के दौरान 3 लोगों ने दम तोड़ दिया।

खड़े ट्रक में मारी टक्कर
हादसे में बुरी तरह घायल हुई साबिर निशा (50) ने बताया, ‘‘ हाईवे पर एक ट्रक खड़ा हुआ था। सभी लोग लगभग नींद में थे। शायद ड्राइवर को भी झपकी आ गई और गाड़ी खड़े ट्रक से टकरा गई। उसके बाद मेरी जब आंख खुली तो मैं अस्पताल में थी। उन्होंने बताया, ‘‘मेरे साथ मेरी बहु, 2 साल की पोती और एक 12 साल का पोता साथ थे। पोती और पोता तो हैं लेकिन बहु दिखाई नहीं दे रही है। हम लोग मुजफ्फरनगर से सीतापुर अपने मायके जा रहे थे।‘‘

मां की वजह से बची बच्ची
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, 2 साल की मासूम अपनी मां की वजह से जिंदा बच गई। जब हादसा हुआ तो बच्ची मां की गोद में थी। ऐसे में हादसे के वक्त मां बच्ची को दबाए रही। जिसकी वजह से उसे चोट कम आई है। मां की हादसे में मौत हो गई। प्रशासन ने सभी शवों को लखीमपुर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

स्कूलों की छुट्टी घोषित



 दिन-ब-दिन बढ़ रहे तापमान के बाद भी सरकारी और सेंट्रल स्कूलों में अभी भी कक्षाएं लग रही हैं। जबकि ब्ठैम् से संबंधित स्कूलों ने शुक्रवार से ही छुट्टी घोषित कर दी है। अब यह 18 जून से खुलेंगे। हालांकि कलेक्टर सुदाम पी खाडे ने कहा है कि 01 मई से सभी स्कूलों में छट्‌टी कर दी जाएगी। कोई भी स्कूल एक मई के बाद नहीं लगाया जाएगा। सेंट्रल स्कूलों में 12 मई से छुट्टी किए जाने का टाइम-टेबल अभिभावकों को पहुंचाया गया है। जानिए चीन में कैसे होते हैं स्कूल 
हर देश में बच्चों को शिक्षा देने के लिए अलग पैटर्न या सिस्टम होता है, जिसके माध्यम से बच्चों को शिक्षा दी जाती है. यह शिक्षा व्यवस्था भारत, चीन, पाकिस्तान, अमेरिका सब देशों में अलग होती है. आज हम आपको चीन के एजुकेशन सिस्टम के बारे में बता रहे हैं, जिससे आप जान पाएंगे कि भारत और चीन की पढ़ाई में कितना अंतर है...

चीन में बच्चों की पढ़ाई की शुरुआत 6 साल की उम्र से होती है और बच्चे ग्रेड 1 में 6 साल की उम्र में स्कूल जाना शुरू करते हैं. यह प्राइमेरी एजुकेशन का हिस्सा होता है, जो कि 1 से 6 ग्रेड तक होती है. प्राइमेरी एजुकेशन लेने के बाद बच्चों को जूनियर सेकेंडरी में भाग लेना होता है, जिसमें ग्रेड 7 से ग्रेड 9 तक पढ़ाई करवाई जाती है और 15 साल तक बच्चे इसे पूरा करते हैं. इसे चीन में बीन्रीवदह के नाम से जाना जाता है.

उसके बाद सेकेंडरी एजुकेशन होती है, जिसमें 10 तक की पढ़ाई करवाई जाती है, जिसे हंव्रीवदह कहा जाता है और उसके बाद पोस्ट सेकेंडरी की पढ़ाई करवाई जाती है. यहां स्कूली पढ़ाई 14वीं ग्रेड तक होती है और उसके बाद बैचलर या मास्टर डिग्री करवाई जाती है. चीन में बैचलर डिग्री को Ûनमेीप Ûनमूमप और मास्टर डिग्री को Shuoshi Xuewei कहा जाता है.

चीन के कई स्कूलों में सेंट्रल हीटिंग नहीं है, जिसकी वजह से बच्चों और शिक्षकों को सर्दियों में अपने ओवरकोट उतारने पड़ जाते हैं. यहां की स्कूलों की ड्रेस भी अलग होती है, जिसमें चैड़ी पैंट और जैकेट आदि शामिल होते हैं. चीन की स्कूलों में बच्चों को दिन में एक बार नहीं बल्कि दो बार वार्म-अप करना होता है. जहां भारत में एक बार वार्म-अप करवाया जाता है, वहां ये दो बार होता है. सुबह के बाद बच्चों को दोपहर में भी वॉर्म अप करवाया जाता है.

यहां स्कूलों में बच्चों को खाना खाने के लिए एक घंटे का टाइम दिया जाता है और कुछ स्कूलों में बच्चों को बीच में सोने की इजाजत भी दी जाती है. यहां बच्चे थोड़ी देर स्कूल टाइम में भी नींद ले सकते हैं. यहां बच्चों की स्कूलें भी ज्यादा देर तक चलती हैं. सुबह 8 बजे से शुरू होने वाले स्कूलों में बच्चे 4 बजे तक पढ़ाई करते हैं. वहीं कई बड़े स्कूलों में तो इसके अलावा अन्य एक्टिविटी भी करवाई जाती है.

चीन में स्कूल पब्लिक और प्राइवेट आधार पर होते हैं. यहां प्राइवेट स्कूल में पढ़ने के लिए मोटी फीस का भुगतान करना होता है. बताया जाता है कि यहां प्राइवेट स्कूल की फीस एक हजार डॉलर यानि 60 हजार रुपये प्रति महीना लगती है. हालांकि इन स्कूलों की पढ़ाई का स्तर बहुत अलग होता है.

BHOPAL से महिला को किडनैप कर NAGPUR में डेढ़ माह तक रेप किया



BHOPAL । बैरसिया में रहने वाली तीन बच्चों की मां को नागपुर के पास बंधक बनाकर डेढ़ माह तक ज्यादती करने का मामला सामने आया है। पीडि़ता के भाई आरोपी और पीडि़ता को कार से लेकर भोपाल आ रहे थे, रास्ते में आरोपी संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। बैरसिया पुलिस के अनुसार 30 वर्षीय महिला तीन बच्चों की मां हैं। 8 मार्च को वह घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने बैरसिया में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 20 अप्रैल को पीडि़ता ने अपने भाई को फोन किया कि सिरोंज निवासी आशीष यादव नाम का युवक उसको नागपुर के पास एक गांव में बंधक बनाकर रखा है और रोज ज्यादती करता है।  

पीडि़ता के फोन के बाद पीडि़ता का भाई, पति और बैरसिया का स्थानीय कांग्रेस नेता नरेन्द्र शर्मा सहित पांच-छह लोग बोलेरो से नागपुर पहुंचे और पीडि़ता व आरोपी को बोलेरो से लेकर भोपाल रवाना हो गए। फरियादी छिंदवाड़ा जिले के पांर्ढुना क्षेत्र में थे, तभी वहां के टीआई ने बोलेरो रोक ली थी लेकिन बाद में बैरसिया थाना पुलिस ने पांर्ढुना टीआई से बात की। इसके बाद आरोपी आशीष यादव को फरियादी पक्ष के साथ उन्होंने आने दिया।

हरदा जिले में कार से उतर गायब हुआ था आरोपी
एसडीओपी बैरसिया संजीव पाठक ने बताया कि पीडि़त पक्ष ने अपने बयान में बताया है कि आरोपी हरदा जिले में कार से अचानक उतरकर फरार हो गया है। आरोपी को मोबाइल बंद आ रहा है। बैरिसया पुलिस स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर आरोपी की तलाश कर रही है। आरोपी के मिलने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। आरोपी के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाकर ज्यादती का मामला दर्ज किया गया है।

मुझे अपने सीने पर गर्व है: दिव्यांका त्रिपाठी


टीवी की फेमस ऐक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी ने एक कमेंट पर करारा रिप्लाई किया है। हाल ही में उन्होंने पति विवेक दहिया के साथ एक तस्वीर शेयर की है। कुछ लोगों ने इस पर भद्दे कॉमेंट्स किए। फोटो में दिव्यांका ने ब्लू कलर का कुर्ता पहना हुआ है और उन्हें कपड़ों को लेकर ट्रोल किया गया। इतना ही नहीं उन्हें डीसेंट कपड़े पहनने की सलाह भी दी गई। दिव्यांका ने कॉमेंट करने वाले को ब्लॉक करने के बजाय जवाब दिया। अब दिव्यांका के फालोअर्स भी उनके समर्थन में आ गए हैं। 

दिव्यांका के लिए कॉमेंट में लिखा था, ‘तुम्हारे कपड़े हमेशा वल्गर रहते हैं। लगता है कि तुम चेस्ट एरिया पर जानबूझकर टाइट कपड़े पहनती हो। यह बेहद घटिया और फूहड़ लगता है। सुधर जाओ थोड़ा बेशरम।‘
दिव्यांका त्रिपाठी ने जवाब दिया, ‘मुझे अपने सीने पर गर्व है और किसी भी महिला को इस पर शर्म नहीं होनी चाहिए। भगवान ने हमें यह आकार किसी वजह से दिया है। इसमें कोई शर्म की बात नहीं है। अच्छा हुआ तुमने यह टॉपिक उठाया। 

इंसानों ने पहले खुद को ढकने का चलन सर्दी और गर्मी से बचने के लिए शुरू किया था न कि किसी शोहदे से बचने के लिए क्योंकि पहले लोगों की नजरें ऐसी नहीं थीं। जाकर अजंता एलोरा देखो तो ईश्वर तुम्हें बेहद खूबसूरत प्राकृतिक रूप में दिखाई देंगे। हर महिला देवी है और देवियों को उनके कपड़ों की अधिकता और कमी से परिभाषित नहीं किया जा सकता बल्कि उनके कर्मों और शक्ति से। इसलिए सम्मान करो।‘ 


डॉक्टर ने कहा लड़की होगी, लड़का हुआ तो नवजात का प्राइवेट पार्ट ही काट दिया

नवजात का प्राइवेट पार्ट काटा

झारखंड में चतरा जिले में एक डॉक्टर ने मानवीयता की हदें पार करते हुए एक नवजात का प्राइवेट पार्ट सिर्फ इसलिए काट डाला, ताकि वह अपने क्लीनिक में हुए अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट को सही साबित कर सके. इसके चलते नवजात की मौत हो गई. दंपति की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. हालांकि पुलिस जब तक अस्पताल पहुंचती, आरोपी डॉक्टर फरार हो चुका था.

पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ दो FIR दर्ज किए हैं. पहली एफआईआर नवजात के पिता की शिकायत पर और दूसरी एफआईआर स्व संज्ञान से लिंग निर्धारण टेस्ट करने के लिए दर्ज की गई है.

पुलिस की प्रारंभिक जांच में और भी हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं. जांच के अनुसार आरोपी डॉक्टर फर्जी है और नवजात का कोई अल्ट्रासाउंड किया ही नहीं गया था. इसके अलावा परिजनों का भी आरोप है कि मां को गर्भ से जुड़ी कोई जटिलता नहीं थी, इसके बावजूद सीजेरियन कर डिलीवरी कराई गई. पुलिस ने फिलहाल क्लीनिक को सील कर दिया है.

जानकारी के मुताबिक, बीते मंगलवार की रात अनिल पांडा की पत्नी को लेबर पेन उठने के बाद इटखोरी में डॉक्टर अनुज कुमार के क्लीनिक में भर्ती करवाया गया था. ऑपरेशन से पहले मां का अल्ट्रासाउंड किया गया, जिसके मुताबिक गर्भ पल रहा बच्चा लड़की थी.

लेकिन कुछ ही घंटे बाद जब मां ने बच्चे को जन्म दिया तो वह लड़का निकला. डॉक्टर ने अपने क्लीनिक की अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को सही साबित करने के लिए नवजात का प्राइवेट पार्ट ही काट डाला, जिसके चलते अत्यधिक रक्त का रिसाव होने से बच्चे की मौत हो गई.

मृत नवजात के पिता अनिल पांडा ने बताया कि वह बच्चे के जन्म के बाद अस्पताल पहुंचे तो उनकी पत्नी और मां रो रही थी. जबकि उन्हें पता चला था कि उनकी पत्नी ने एक स्वस्थ लड़के को जन्म दिया है. इसके बाद पिता ने पुलिस थाने में डॉक्टर और क्लीनिक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

इलाज के नाम पर तांत्रिक ने किया बलात्कार, पीड़िता बच्चे सहित गायब

पुलिस आरोपी तांत्रिक और पीड़ित महिला की तलाश कर रही है

दिल्ली में एक विवाहिता तंत्रमंत्र और अंधविश्वास के चक्कर में पड़कर एक ढोंगी तांत्रिक की हवस का शिकार बन गई. वारदात के बाद आरोपी तांत्रिक फरार हो गया. पीड़िता के मकान में किराए पर रहने वाले तांत्रिक ने महिला के साथ रेप किया और फिर वहां से भाग निकला.

वारदात बाहरी दिल्ली के अमन विहार इलाके की है. जहां शबनम (बदला हुआ नाम) नामक महिला अपने पति और 3 बच्चों के साथ रहती है. पीड़िता की मां के अनुसार करीब एक साल पहले उस्मान नामक एक शख्स बतौर किरायेदार उनके मकान में रहने आया था. वह अकेला ही वहां रहता था.

वह एक तांत्रिक था, जो झाड़ फूंक और तंत्र मंत्र का काम करता था. वह अपने आपको पहुंचा हुआ तांत्रिक बताता था. इसी दौरान शबनम की किरायेदार तांत्रिक के साथ बोलचाल शुरू हो गई. उसने पीड़ित महिला से खाना बनाकर देने की बात कही, जिसके बदले वो महीने के कुछ पैसे देने को राजी हो गया.

कुछ दिन तक सब ठीक चलता रहा. इसी दौरान अचानक शबनम की तबीयत खराब रहने लगी. तांत्रिक उस्मान ने महिला को पूछने पर बताया कि उस पर कोई ऊपरी साया आदि है. वो कभी पीड़िता को ताबीज देता तो कभी उसे अपने पास से पीने को पानी देता. धीरे-धीरे उस्मान पीड़ित महिला को अपने साथ निजामुद्दीन दरगाह ले जाने लगा.

कुछ दिन पहले वो पीड़िता और उसके बच्चों को अपने साथ अजमेर शरीफ दरगाह पर ले गया. जहां वो एक होटल के कमरे ठहरे. वहां तांत्रिक ने खाने नशीला पदार्थ मिलाकर महिला को दे दिया. जिसके बाद उसने पीड़िता के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया.

इसके बाद आरोपी तांत्रिक पीड़ित महिला लेकर वापस आया और परिवार सहित उसे जान से मारने की धमकी दी. फिर वह पीड़िता और उसके बच्चों को पंजाबी बाग के पास छोड़कर भाग गया. कई दिन बीत जाने के बाद बीती 23 तारीख को महिला के घर दो लड़के आए, जिन्होंने पीड़िता से कहा कि उस्मान उसे बाहर बुला रहा है. महिला ने बाहर जाकर देख तो कोई नहीं था.

तभी महिला ने डर कर पुलिस को 100 नंबर पर कॉल की. पुलिस मौके पर जा पहुंची. महिला ने पुलिस को सारी घटना की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने रेप और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया. पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर ही रही थी कि मुकदमा दर्ज होने के 2 दिन बाद अचानक शबनम अपने एक माह के बच्चे के साथ गायब हो गई.

पीड़िता की मां ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज होने के 2 दिन बाद शबनम बच्चे के साथ गायब है. उन्हें शक है कि एक बार फिर तांत्रिक उस्मान उनकी बेटी को अपने वश में करके साथ ले गया है. उन दोनों का अभी तक कुछ अता पता नहीं है. पीड़ित परिवार को भी लगातार धमकियां मिल रही हैं.

अब पीड़ित महिला की इस कहानी में कितनी सच्चाई है ये तो पुलिस जांच का विषय है. बहरहाल, पुलिस ने आरोपी तांत्रिक और पीड़िता की तलाश शुरू कर दी है.


फेसबुक के जरिए करता था ठगी, एसटीएफ ने दबोचा विदेशी नटवरलाल

पुलिस पकड़े गए विदेशी आरोपी से एसटीएफ की टीम पूछताछ कर रही है


यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे विदेशी नटवरलाल को गिरफ्तार किया है, जो फेसबुक पर हैंडसम, स्मार्ट युवकों की तस्वीरें लगाकर महिलाओं से दोस्ती करता था. फिर उन महिलाओं को अपनी मोहब्बत के जाल में फंसाकर उन्हें ठग लेता था. पकड़ा गया शातिर ठग एक नाइजीरियन है.

अफ्रीकी मूल के नाइजीरियन मार्क पौवेल उर्फ मोरेल ने हैंडसम लड़का बनकर महिलाओं से ना केवल दोस्ती की बल्कि उन्हें लाखों का चूना भी लगाया. यूपी एसटीएफ के साइबर क्राइम हेड त्रिवेणी सिंह ने बताया कि ये शख्स फेसबुक पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से राष्ट्रीय स्तर पर ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का खास खिलाड़ी है.

एसटीएफ ने उसके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड बरामद किए हैं. मोरेल अफ्रीका के स्ट्रीट बेनिटो स्टेट का रहने वाला है, वह दिल्ली की विश्वकर्मा कॉलोनी, बदरपुर में रहता था.

महिला ने दर्ज कराया था मुकदमा

दरअसल, मार्च 2017 में बेंगलुरु के थाना बेलदूरू में सुजाता नाम की एक महिला ने मुकदमा दर्ज कराया था कि मार्क पौवेल से उसकी मुलाकात मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर हुई थी. उसने महिला को बताया कि वह नार्वे की एक पेट्रोलियम कंपनी में काम करता है और वह भारत आ रहा है.

क्लीयरेंस के नाम पर ली रकम

इसके बाद उसने महिला से कस्टम क्लीयरेंस और डॉलर क्लीयरेंस के नाम पर करीब साढ़े 5 लाख रूपये ठग लिए. पुलिस को जांच में पता लगा कि जिस बैंक खाते में पैसे डाले गए थे, वो गाजियाबाद का है. पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि मार्क पौवेल दिल्ली में अपने साथी से मिलने आने वाला है. बस उसी सूचना के आधार पर जाल बिछाकर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

विदेशी ठग ऐसे लगाते हैं चूना

गिरफ्तार आरोपी ने खुलासा किया कि ये लोग ज्यादातर अकाउंट नॉर्थ-ईस्ट के लोगों के नाम पर लेते हैं. क्योंकि उनके नाम विदेशियों से मिलते जुलते हैं. इसलिए उन पर कोई शक नहीं करता. उसने बताया कि 10 प्रतिशत कमीशन वो अकाउंट वाले को देते हैं और एटीएम से सारा पैसा निकाल लेते हैं.

चेहरा छिपाकर एटीएम से निकालते हैं पैसे

पैसा निकालते समय वे इस बात का ख्याल रखते हैं कि वहां का कैमरा खराब हो या सीसीटीवी ठीक ना हो. एटीएम में जाते वक्त वे चेहरा ढ़क लेते हैं, या फिर हेलमेट लगा लेते हैं. इस गिरोह के शातिर ठग फेसबुक के जरिए ही शिकार ढूंढ़ते हैं और फिर बल्क में मैसेज भेजते हैं. जितने मोबाइल सिम का प्रयोग करते हैं, वो सभी फर्जी पते और आईडी पर होते हैं. ऐसा सिम 500 रूपये में मिल जाता है. ये लोग फेसबुक मैसेंजर से ही बात करते थे. पुलिस फेसबुक से डिटेल मंगवा रही है. पुलिस को ये भी पता लगा है कि इस अफ्रीकन नेटवर्क में कई भारतीय लड़कियां भी शामिल हैं जो कमीशन बेस पर रखी गई हैं.