मंगलवार, 22 फ़रवरी 2022

Dewas - सहकारी समिति प्रबंधक/सेल्समैन के ठिकानों पर EOW की दबिश, 8 हजार रुपए महीना पगार पाने वाला निकला करोड़ों का आसामी | Kosar Express

 






  • फर्जी पैन कार्ड और वोटर आईडी भी मिले
  • भ्रष्टाचार की काली कमाई छुपाने के लिए आरोपी ने अपने दोनों बेटों की वल्दियत भी बदली

देवास। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ(EOW), उज्जैन की टीम ने आज सुबह देवास जिले के कन्नौद के निकट ग्राम डोकाकुई गुडबैल में सेवा सहकारी संस्था के प्रबंधक/सेल्समैन के तीन ठिकानों पर दबिश दी। प्रारंभिक जांच में आरोपी गोविंद बागवान के पास से करोड़ों की जमीन और संपत्ति मिली है। उसके पास से फर्जी पैन कार्ड और वोटर आईडी भी मिले हैं।


बेनामी संपत्ति होने की जानकारी मिलने पर EOW SP दिलीप सोनी ने DSP अजय कैथवास के नेतृत्व में टीम गठित की।और आज सुबह DSP अजय कैथवास के साथ EOW के अधिकारियों-कर्मचारियों के अलावा QRF की टीम मौके पर पहुंची। जहां उसे करोड़ों ₹ की संपत्ति के दस्तावेज और जानकारी मिली। फिलहाल टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है...

इतना ही नहीं आरोपी गोविंद बागवान ने भ्रष्टाचार से कमाई करोड़ों रुपयों की काली कमाई पर पर्दा डालने के लिए अपने दोनों बेटों प्रवीण और अरविंद की वल्दियत बदलकर कागज़ों पर बेटों का पिता अपने भाई को बना डाला। ताकि उसकी बेनामी संपत्ति पर आंच ना आए।


EOW की इस छापामार कार्यवाही में 8 हजार रुपए मासिक वेतन पाने वाले सहकारी समिति प्रबंधक/सेल्समैन के पास करोड़ों की जमीन और संपत्ति की जानकारी उज़ागर होने के बाद आरोपी के कारनामे इलाके में चर्चा का विषय बन गए है। बताया जा रहा है कि वह पूर्व में भी किसानों के नाम पर फर्जी लोन/ऋण बताकर उनके लोन माफ करवाने के नाम पर गरीब किसानों के रुपए हड़प चुका है। इस मामले में कन्नौद पुलिस थाने में आरोपी गोविंद बागवान के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। और वह जेल भी जा चुका है।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.