देवास। अशासकीय स्कूल संचालक शिक्षा का व्यपार करते हैं, पालको की मजबूरियों पर प्रहार करते हैं और अंकसूचि सहित स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र मांगने पर अपमानजनक व्यवहार करते हैं। अशासकीय स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी पर कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को अभिभावक जन कल्याण संघ मध्य प्रदेश ने जिला शिक्षा विभाग पहुंचकर मुख्य अधिकारी के न मिलने पर कार्यालय द्वार पर चूड़ियां लटकाई। अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के बाद कई अभिभावक बच्चों की फीस नहीं भर पाए हैं, इसको लेकर उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। अंक सूचि (परीक्षा परिणाम) और स्थानांतरण प्रमाण पत्र भी नहीं दिए जा रहे हैं, जिसको लेकर हम ने पूर्व में शिकायत की थी लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। आज हम जब समय लेकर मिलने पहुंचे तो जिला शिक्षा अधिकारी एचएल खुशाल यह नहीं मिले जिसको लेकर हमने उनके गेट पर चूड़ियां लटकाई हैं। अभिभाषक संघ के पदाधिकारियों ने पत्रकारों को बताया कि देवास के अभिभाषक और पालक निजी स्कूल संचालकों से त्रस्त हैं, परेशान हैं। देवास जिला शिक्षा अधिकारी भी अभिभाषकों की समस्याओं को समाधान तक लाने मे रुचि नहीं ले रहें हैं। संघ के सदस्यों का कहना है कि उच्च और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार छात्रों का परिणाम और स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र न रोका जाए। उज्जैन के जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा इस समस्या का जो सम्पूर्ण समाधान किया गया है वही देवास मे भी होना चाहिए।
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