देवास। जिले के बरोठा तहसील के ग्राम डबल चौकी में गत दिनों एक व्यक्ति की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके पुत्र ने दर्ज कराई थी। जिस पर पुलिस ने व्यक्ति को तलाशलने के लिए अलग-अलग टीम बनाकर तलाशना शुरू किया था। इसी के चलते पजा चला की उक्त व्यक्ति 33 लाख रूपए बैंक में जमा करने के लिए गए थे , लेकिन वापस नहीं आए। पुलिस ने सीसीटीवी फूटेज के खंगाले साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल भी निकाली थी, जिसके बाद पता चला की व्यक्ति को दो लोगों के साथ देखा गया है, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को धरदबोचा जिनसे सख्ती से पूछताछ की गई जिसमें दोनों नेे बताया की उन्होनें धन दुगना करने के लालच में व्यक्ति को बहलाफुसलाकर हत्यारी खो ले गए और उससे मंत्र पढ़ावाए इसी बीच उन्होनें धक्का देकर उसकी हत्या कर दी। मामले को लेकर दोनों आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 420, 201, 34 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
गत 21 जनवरी को सूचनाकर्ता शक्ति सिंह पिता यशवन्त सिंह राजपूत निवासी ग्राम अखेपुर द्वारा पुलिस चौकी डबलचौकी पर आकर सूचना दी कि मेरे पिता मुन्ना उर्फ यशवन्त सिंह राजपूत उम्र 52 साल निवासी अखेपुर 19 जनवरी से घर से गये थे जो अभी तक नहीं आये है। सूचना पर तत्काल पुलिस द्वारा कार्यवाही कर फरियादी शक्ति सिंह राजपूत व उसके परिवारजनो को साथ लेकर काल डिटेल एवं सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पाया गया कि 18 जनवरी को समीद खां गुमशुदा मुन्ना उर्फ यशवन्त सिंह राजपूत उम्र 52 वर्ष के साथ देखा गया है। सूचनाकर्ता शक्ति सिंह राजपूत ने बताया कि मेरे पिता मुन्ना उर्फ यशवन्त सिंह ने एक करोड़ बांसठ लाख रूपये की जमीन का सौदा किया था। दिनांक 18 जनवरी को 33 लाख रूपये नगद बंैक में जमा करने के लिये लेकर गये थे, जो बैंक में जमा नहीं किये। इन सब बातो को ध्यान में रखते हुए समीद पिता इब्राहीम जाति मेवाती उम्र 47 साल निवासी पुरानी मस्जिद अतवास हालमुकाम आरटीओ ऑफिस के पास पत्थरमुण्डला इन्दौर पर शंका जाहिर करते हुए समीद खां से सख्ती से पूछताछ करते हुए 25 जनवरी को बताया कि मुन्ना उर्फ यशवन्त राजपूत की लाश हत्यारी खो में है। इस सूचना पर गुमशुदा मुन्ना उर्फ यशवन्त सिंह राजपूत की लाश को हत्यारी खो से निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया एवं अपराध क्रं. 56/26.01.2021 धारा 302, 420, 201, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान पुलिस अधीक्षक शिवदयाल सिंह के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कन्नौद सूर्यकान्त शर्मा के नेतृत्व में व बागली एसडीओपी राकेश व्यास के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शैलेन्द्रसिंह मुकाती केे साथ नेतृत्व टीम के उनि पतिराम डाबरे, उनि कपिल नरवले, उनि दीपक मालवीय, उनि नीलम राठौर,
सउनि एनएल चौरडिया, प्रआर 436 धर्मेन्द्र, प्रआर 692 कमल, आर 06 सुनिल, आर 742 आशीष सिंह राठौर, आर 47 रविन्द्र, आर 74 अनिल कुमार, आर 08 सुरेश, आर 832 निर्दोष, आर 630 कमल, आर 525 मनोज सै 184 शेखर, सै 75 संजीव के द्वारा आरोपी समीद खां से पूछताछ के दौरान दूसरे साथी का नाम जगदीश पिता आत्माराम मालवीय उम्र 40 साल निवासी छतरपुरा थाना बागली हाल मुकाम पत्थर मुण्डला इन्दौर का होना बताया गया जो पूछताछ करते आरोपियों द्वारा जुर्म कबूल कर 14 लाख 13 हजार रूपये नगद बरामद किये गये है। आरोपीगण समीद खां व जगदीश मालवीय को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। जहां न्यायालय ने आरोपियों को पुलिस रिमांड
पर भेजा है।
आरोपी समीद खां ने बताया कि धन दुगना करने के लालच में मृतक यशवन्त राजपूत को हत्यारी खो पर ले जाकर मंत्र पढ़वाये और आंखे बंद करके उसी समय मैंने व जगदीश ने हत्यारी खो में धक्का दे दिया था। उक्त टीम के द्वारा तत्परता से कार्यवाही कर गुमशुदा मुन्ना उर्फ यशवन्त सिंह का शव बरामद किया एवं आरोपियों की गिरफ्तारी कर अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हांसिल की। पुलिस अधीक्षक ने टीम को ईनाम देने की घोषणा की है।
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