Friday 15 July 2022

Video | Dewas - जिला अस्पताल में डिलीवरी कराने के लिए मांगे पैसे, महिला सिक्योरिटी गार्ड ने की 4 हजार रुपए की मांग | Kosar Express


देवास। जिला चिकित्सालय में डिलीवरी के नाम पर रुपए मांगने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से प्रसूति के लिए जिला अस्पताल में भर्ती महिलाओं से रुपए की मांग करना यहां आम बात है। एक बार फिर ऐसा ही मामला जिला चिकित्सालय में प्रकाश में आया है। जिला अस्पताल में प्रसूति के लिए भर्ती महिला से डिलीवरी के नाम पर रुपए मांगे। सिक्योरिटी गार्ड और प्रसूति महिला के पति के मित्र के बीच मोबाइल पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग से यह बात स्पष्ट होती है कि डिलीवरी के नाम पर रुपए की मांग की गई है।इसको लेकर सीएमएचओ एमपी शर्मा को एक आवेदन देकर शिकायत की है डिलीवरी के नाम पर महिला डॉक्टर के नाम पर जिला अस्पताल में पदस्थ महिला सिक्योरिटी गार्ड ने रुपए की मांग की थी। दरअसल सोनकच्छ के सांवेर में रहने वाली संगीता पति सतीश को 12 जुलाई को डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे।महिला संगीता की जांच कर डॉ पुष्पा पवैया ने डिलीवरी की तारीख 25 जुलाई बताई थी।इधर सिक्योरिटी गार्ड गायत्री कुशवाह ने ऑपरेशन से डिलीवरी करने को लेकर प्रसूति के लिए भर्ती महिला के अटेंडर से 4 हजार रुपए देने की बात कही।प्रसूति महिला संगीता के पति सतीश के परिचित लखन पिता महेश बागले ने 3 हजार रुपए महिला सिक्योरिटी गार्ड गायत्री कुशवाह को दिए और एक हजार रुपए बाद में देने का तय हुआ था। इसके बाद संगीता की डिलीवरी 13 जुलाई को कर दी गई। वही उसी वार्ड में एक अन्य प्रसूति महिला के परिजन से 4 हजार रुपए देने पर ऑपरेशन से प्रसूति करने की बात तय हुई ।इधर लखन बागले ने सीएमएचओ को शिकायत कर आवेदन दिया है कि डिलीवरी हेतु जिला अस्पताल में भर्ती प्रसूति से 4 हजार रुपए की रिश्वत ली है। शिकायत होने के बाद सिक्योरिटी गार्ड महिला गायत्री कुशवाह आत्महत्या करने की धमकी देने के साथ सभी को फसाने की बात कर रही है। इस बात का भी आवेदन में उल्लेख किया गया है। इधर शिकायत होने के बाद ड्यूटी से हटाने के डर से महिला बोखला गई। सिक्योरिटी गार्ड महिला झूठे प्रकरण में उलझाने की धमकी दे रही है। इस मामले को लेकर मीडियाकर्मी के खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवाने सिक्योरिटी गार्ड महिला कोतवाली थाने पर भी पहुंची थी। वही मीडियाकर्मी ने इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम प्रदीप सोनी को अवगत कराने के साथ रिकॉर्डिंग और आवेदन मोबाइल पर प्रेषित किए थे।


इधर इस पूरे मामले को लेकर डॉ पुष्पा पवैया का कहना है कि मेरे नाम से शिकायत की तो करने दो। मैंने किसी मरीज से रुपए नहीं मांगे। मुझे ऐसा लगा कि प्रसूता को दर्द हो रहे है ऑपरेशन करना है इसलिए ऑपरेशन कर दिया। शिकायत हुई हैं ऐसी कोई मुझे जानकारी नहीं है। मुझे लग रहा था कि मरीज को देखना है....मैंने देखा.... मुझे लग रहा था कि ऑपरेशन करना है..... मैंने ऑपरेशन कर दिया..... मैं ना गायत्री को जानती हूं और ना मैं मरीज को जानती हूं....मुझे लग रहा था ऑपरेशन करना है तो मैंने कर दिया।


वही गायत्री कुशवाहा का कहना है की मरीज के पड़ोस में रहने वाला व्यक्ति रुपए ऐंठने के चक्कर में था। मैडम से एक दो लाख रुपए निकलवा दो। मुझे उसने बहुत ब्लैकमेल करा।मैंने कहा की मेने आपका फोटो खींच लिया है।मेरा ज्यादा दिमाग खराब करोगे तो घर जाकर सुसाइड कर लूंगी। पड़ोस में भर्ती मरीज से मेरे नाम से पैसे ले गया। मैंने उससे कहा कि मेरा नाम से पैसे लिए तो उसे वापस करो। मैंने जब फोन कर दबाव बनाया तब उसने पैसे वापस लाकर दिए। मैंने जब धमकी दी तब उसने रुपए वापस दिए। मैं कैमरे के सामने तो नहीं बोल सकती हूं। मैं अपना चेहरा नहीं दिखा सकती हूं।

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