Monday 29 November 2021

Video | Dewas - बच्चियां रोते हुए पहुंची एसपी ऑफिस, पुलिस पर लगाया मारपीट करने का आरोप | Kosar Express

 

देवास। कुछ बच्चियां व महिलाएं देवास एसपी ऑफिस में न्याय की गुहार लेकर पहुँची। रोती बिलखती बच्चियों ने पुलिस पर मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग की। उनका कहना था, कि जेन्स पुलिसकर्मी उनके घरों पर आएं और बच्चों व महिलाओं के साथ मारपीट की। महिलाएं अपना मेडिकल करवाएं जाने की मांग करते हुए एसपी ऑफिस के बाहर करीब दो घण्टे तक बैठी रहीं। लेकिन जांच की बात कहते हुए पुलिस द्वारा बिना मेडिकल करवाएं ही उन्हें रवाना कर दिया गया।


दरअसल यह पूरा मामला नेवरी चौकी के अंतर्गत आने वाले ग्राम धानिघाटी के सीसीटीवी वीडियो से जुड़ा हुआ हैं, जो कुछ दिनों पहले वायरल हुआ था। इस वीडियो में एक युवक डंडे से पुलिस पर हमला करता दिखाई दे रहा था, वहीं नेवरी चौकी प्रभारी एसएस मीणा उसे डराने के लिए पिस्टल दिखाते हुए नजर आ रहें थे। इस मामले में एसपी डॉ शिवदयाल सिंह ने 22 नवंबर को जांच के आदेश भी दिए थे।

अब मामले में ग्राम धानिघाटी की कुछ महिलाएं रविवार दोपहर को एसपी ऑफिस पहुँची। उनका आरोप था कि आज सुबह चौकी प्रभारी एसएस मीणा पुलिसकर्मियों के साथ गाँव में आएं व घरों की तलाशी करने लगें। जब हमने उनके वीडियो बनाएं तो जेन्स पुलिसकर्मी होने के बावजूद भी उन्होंने बच्चियों और महिलाओं के साथ मारपीट की व हमें गालियां दी। पुलिस के सामने अपनी बात रखते हुए प्रीति व विशाखा नामक बच्ची फूटफूटकर रोने लगीं। उसका कहना था कि हम पहले भी आवेदन दे चुके हैं, लेकिन पुलिस जांच के नाम पर कुछ नहीं करती। आज पुलिसवालों ने घर में घुसकर हमारे साथ मारपीट की। बच्चों और महिलाओं को जेन्स पुलिस कैसे मार सकती हैं। यहीं नहीं आवेदन देने आई बच्चियों ने पुलिस पर बत्तमीजी करने का आरोप भी लगाया। साथ ही उन्होंने चौकी प्रभारी को वहां से हटाने की मांग भी की।

सरिता नामक महिला ने बताया कि वह अपनी भतीजियों को बचाने गई तो पुलिस ने उसके पैर पर डंडे से मारा । जिसकी वजह से उसके पैर में चोट आई हैं। महिलाएं व बच्चियां उनका मेडिकल किए जाने की मांग करते हुए करीब दो घण्टे तक एसपी ऑफिस में बैठी रहीं। लेकिन पुलिस ने बिना मेडिकल किए ही उन्हें रवाना कर दिया।


मामले में महिला थाना प्रभारी रेखा चौधरी ने कहां की महिलाओं से चर्चा कर उनको समझाइश देकर वापस भेजा गया हैं। उनके द्वारा दिए गए आवेदन पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कर आगे की कार्यवाही की जाएंगी।

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