- 3 दिन के रेस्क्यू के बाद मिला तालाब में डूबा युवक
- रविवार से चलाया जा रहा था रेस्क्यू ऑपरेशन
देवास। मीठे तालाब में रविवार दोपहर में डूबा युवक को आखिर 45 घण्टे के बाद निकालने में सफलता मिल ही गई। मंगलवार को मछली पकड़ने के बड़े जाल को तालाब में डाला गया।पहली बार तो सफलता नहीं मिली लेकिन दूसरी बार फिर जाल को तालाब में डाला गया जिसके बाद तालाब में डूबे युवक जितेन्द्र अवचरे का शव जाल में फंसा और तालाब से बाहर निकाला गया। एक तरफ लोग कयास लगा रहे थे कि जितेंद्र तालाब में डूबा नहीं होगा वह तैर कर निकल गया होगा लेकिन तमाम कयासों पर आखिर में विराम लग गया जब जितेंद्र का शव तालाब से निकाला गया। गौरतलब है की तालाब में डूबे युवक को खोजने में एसडीआरएफ, होमगार्ड, मछुआरे, गोताखोरों सहित अन्य टीमों के साथ वाटर प्रूफ कैमरे की सहायता ली गई लेकिन उससे भी कोई मदद नहीं मिली थी।रविवार 3 बजे से शाम को करीब 6.30 बजे तक रेस्क्यू चला। जिसके बाद सोमवार सुबह 7 बजे से दोबारा मीठे तालाब में रेस्क्यू शरू किया। लेकिन शाम तक सफलता नही मिली थी। एक बार फिर मंगलवार को सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया।आखिर दोपहर 12 बजे युवक के शव को तालाब से निकालने में सफलता मिल गई। बता दे कि मीठा तालाब के पास मछली बाजार में मछली खरीदने के लिए जितेन्द्र अवचरे अपने चाचा संजय के साथ आया था। बाजार में मछली नहीं आने के चलते दोनों चाचा और भतीजा तालाब किनारे बैठ गए।इस बीच जितेंद्र ने नहाने की इच्छा जताई और वह तालाब में कूद गया। इधर चाचा संजय वानखेड़े तालाब के किनारे बैठे हुए थे। जितेन्द्र नहाते-नहाते बीच तालाब में पहुंच गया। वापस किनारे पर लौटने के दौरान उसकी सांस फूलने लगी और तालाब में डूब गया। तालाब किनारे बैठे चाचा संजय भतीजे जितेंद्र को डूबते हुए देखा तो जोर-जोर से आवाजें लगाई और आसपास लोग पहुंच गए। उसके बाद 3 बजे से रेस्क्यू शरू किया था।
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