मंगलवार, 26 अक्टूबर 2021

Video | Dewas - एमजी हॉस्पिटल में सिक्योरिटी गार्ड को जमकर पीटा, गार्ड ने ब्लड के लिए मांगे थे पैसे | Kosar Express

 

देवास। एमजी हॉस्पिटल में कुछ गुस्साएं युवाओं ने एक सिक्योरिटी गार्ड की जमकर धुनाई कर दी। जिसके बाद उसे पुलिस के हवाले भी कर दिया। बताया जा रहा हैं, वह ब्लड डोनेड करवाने के नाम पर जरूरतमंदों से रुपए ऐंठता था। इस मामले की शिकायत मिलने पर निःशुल्क ब्लड डोनेट करने वाली संस्था के युवाओं ने पहले सिक्युरिटी गार्ड द्वारा रुपए लेने का एक वीडियो बनाया व फिर उसे रंगेहाथों पकड़ने के साथ उसकी धुनाई कर डाली।


दरसअल जिला अस्पताल देवास में कई सामाजिक कार्यकर्ता व युवाओं द्वारा जरूरतमंदों को निःशुल्क ब्लड डोनेट किया जाता हैं। वहीं इस बात का फायदा उठाते हुए अस्पताल में कार्यरत सचिन पटेल नामक यह सिक्योरिटी गार्ड पीड़ित लोगों को ब्लड दिलवाने के नाम पर रक्तदान करने वाली संस्था व युवाओं को काल करता था। जब वह ब्लड देकर चले जाते थे, तब वह से ब्लड दिलाने के नाम पर जरूरतमंदों से रुपए मांगता था। 

ऐसे ही एक मामले में सोमवार रात को शिकायत मिलने पर संस्था देवास दर्शन के कार्यकर्ताओं ने इस सिक्युरिटी गार्ड का स्टिंग ऑपरेशन करते हुए पीड़ित से 500 रुपये लेने का वीडियो बनाया व उसे रंगेहाथों पकड़कर उसकी जमकर धुनाई कर दी। सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस भी पहुँच गई व समझाईश देकर मामला शांत किया। जिसके बाद युवाओं ने आरोपी गार्ड को पुलिस के हवाले कर दिया।


पीड़ित किशन ने बताया कि ब्लड दिलाने के बाद गार्ड ने कहां था कि मैंने सामने वाले व्यक्ति के खाते में पांच सौ रुपये डाले हैं, तुम वह मुझे दे देना।


सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र पटेल ने बताया कि एक गरीब व्यक्ति को ब्लड की जरूरत थी, जिसके लिए हमारे पास सिक्युरिटी गार्ड का फोन आया। हमने एक डोनर को अस्पतला पहुँचाया था, जो ब्लड देकर चला गया। उसके बाद यह गार्ड मरीज के अटेंडर से पांच सौ रुपए की डिमांड कर रहा था। जब हमें शिकायत मिली तो हमने इसका स्टिंग ऑपरेशन करते हुए गार्ड को रुपए लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा हैं।


साथ ही जितेंद्र पटेल ने बताया कि हमें अक्सर गार्ड का कॉल आता था कि गरीब आदमी हैं इसके साथ कोई नहीं हैं और ब्लड की आवश्यकता हैं। हमें विश्वास था कि वह अस्पताल में गार्ड हैं और उसे सही स्थिति पता रहती हैं। इसलिए हम उसका कॉल आने पर ब्लड डोनर को अस्पताल पहुँचा देते थे। हम निःस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं और हमें नहीं पता था कि वह इस तरह की घटनाएं कर रहा हैं।

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