Friday 28 May 2021

Video | Dewas - अपनों की मौत का दर्द झेलने वाले परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे, मृत्यु प्रमाण पत्र की लापरवाही कैमरे में कैद हुई तो कैमरा बंद करने की कोशिश की | Kosar Express

 


  • 8 दिन बाद भी लोगों को नहीं मिल रहा प्रमाण पत्र
  • फार्म के लिए 20 रुपए लेने का भी आरोप
  • कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही धज्जियां

देवास।
अपनों की मौत का दर्द झेलने वाले परिजनों को अब मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए भटकना पड़ रहा है। कई परिजन कार्यालय में आठ दिन से रोज आ रहे हैं, लेकिन स्टाफ सर्टिफिकेट नहीं दे रहा है। एमजी हॉस्पिटल के जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई जा रही है। खुद के कार्यालय में भी स्टाफ नियमों को तोड़ रहे हैं। वहीं मृत्युु प्रमाण पत्र के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है। गाइड लाइन का पालन नहीं करवाया जा रहा है। जबकि पूरा जिला अस्पताल वर्तमान में कोविड हॉस्पिटल हैं। ऐसी स्थिति में संक्रमण फेलने का खतरा है। प्रमाण पत्र लेने आए लोगों ने आरोप लगाया कि गेट के अंदर बुलाकर कई लोगों को प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं। लोगों ने हंगामा किया तो मीडिया मौके पर पहुंच गई। लापरवाही जब कैमरे के सामने आने लगी तो लापरवाह स्टाफ ने मीडिया को रोकना चाहा और कैमरा बंद करने की कोशिश की गई। लापरवाही कैमरे में कैद हो गई तो स्टाफ कार्यालय छोड़कर चला गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। पुलिस का कहना है कि सूचना मिलने मिली तो मोके पर पहुंचे थे। और लोगो की बात सुनते हुए अब गाइड लाइन का पालन करवाया जाएगा। साथ ही सर्वर बंद होने की बात सामने आ रही है। वहीं लोगों ने आरोप लगाया है कि सुबह नौ बजे से लाइन में लगने के बाद भी नंबर नहीं आ रहा है। कार्यालय के गेट से लोग अंदर जा रहे हैं। उनके सर्टिफिकेट बनाए जा रहे हैं। जबकि हम खिड़की पर खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं। लोगों ने आरोप लगाया कि फार्म के लिए भी 20 रुपए लिए जा रहे हैं, जबकि वह निशुल्क हैं। पुलिस ने लोगों को लाइन से लगवाया। वहीं कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला के संज्ञान में मामला लाया गया तो उन्होंने कहा कि मैं मामले को दिखवाता हूं। ऐसा नहीं होना चाहिए। प्रमाण पत्र में क्यों देरी हो रही है। नियमों का पालन भी होना चाहिए।

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.