पुलिस आमदनी में आशा की किरण
देवास। लंबे समय से कोरोना संक्रमण के चलते सिमट चुका सट्टा कारोबार एक बार फिर शुरू हो गया है। सटोरियों में चर्चा रही कि सट्टा बंद होने से सटोरियें तो आर्थिक संकट में आ ही गये थे, पुलिस विभाग में सटोरियों के सहयोगी और संवरक्षक भी कड़की महसूस करते हुए भाई और भैया से धंधा शुरु करने की गुजारिश कर रहे थे। देवास एसपी कृष्णावेणी देसावतु ने अपनी पहली पत्रकार वार्ता में सट्टा-शराब और भू-माफियाओं पर अंकुश लगाने के वादे किये थे वह तो पहले ही धड़ाम हो चुके हैं। अब लॉक डाउन में ढील मिलते ही सटोरियों का सक्रिय हो जाना यह संकेत दे रहा है कि पुलिस और सटोरियों के बीच आशा और सहयोग की किरण मौजूद हैं। दलाली और एक दूसरे को आपस में जोड़ने वाला फेवीकोल का जोड़ सहयोग का प्रतीक बना रहेगा। लाँक डाउन ओपन होने से सटोरियों के मुंह पर हरियाली दिखाई दे रही है। चर्चा यह भी हो रही की सटोरियों के सर से कांग्रेस का हाथ उठने के बाद उन्हें भाजपाइयों ने दबोच लिया हैं।
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