देवास। उत्कृष्ट विद्यालय में दिव्यांग शिविर का आयोजन के दौरान राष्ट्रगान गाया जा रहा था। इसी दौरान कुछ डॉक्टर और अधिकारी मोबाइल पर मैसेज देखने में मशगूल नजर आए। मोबाइल में व्यस्त होने को लेकर जिला चिकित्सालय में पदस्थ फैक्चर एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ एच एस राणा से सवाल किया तो कहने लगे कि हम काम में व्यस्त थे। हमें सुनाई नहीं दिया। मोबाइल पर मैसेज देखना भी जरूरी है। कब शासकीय मैसेज आ जाए पता करना पड़ता है। वही जनपद पंचायत के एडीओ एसपी कुशवाह से पूछा गया तो कहने लगे कि राष्ट्रगान का अपमान नहीं करना चाहते थे। हमें सुनाई नहीं दिया। हम काम में व्यस्त थे जबकि राष्ट्रगान के अपमान को लेकर सजा का भी प्रावधान है। जिसके बाद भी जिला चिकित्सालय में पदस्थ फैक्चर एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ एच एस राणा और जनपद पंचायत के एसडीओ एसपी कुशवाहा राष्ट्रगान के समय खड़ा होना भी उचित नहीं समझा और राष्ट्रगान का अपमान किया। दरअसल जिला प्रशासन सामाजिक न्याय विभाग एवं जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र द्वारा एडीप योजना अंतर्गत दिव्यांग जनों का परीक्षण एवं मूल्यांकन शिविर का आयोजन देवास के उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित किया गया था।
देवास। उत्कृष्ट विद्यालय में दिव्यांग शिविर का आयोजन के दौरान राष्ट्रगान गाया जा रहा था। इसी दौरान कुछ डॉक्टर और अधिकारी मोबाइल पर मैसेज देखने में मशगूल नजर आए। मोबाइल में व्यस्त होने को लेकर जिला चिकित्सालय में पदस्थ फैक्चर एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ एच एस राणा से सवाल किया तो कहने लगे कि हम काम में व्यस्त थे। हमें सुनाई नहीं दिया। मोबाइल पर मैसेज देखना भी जरूरी है। कब शासकीय मैसेज आ जाए पता करना पड़ता है। वही जनपद पंचायत के एडीओ एसपी कुशवाह से पूछा गया तो कहने लगे कि राष्ट्रगान का अपमान नहीं करना चाहते थे। हमें सुनाई नहीं दिया। हम काम में व्यस्त थे जबकि राष्ट्रगान के अपमान को लेकर सजा का भी प्रावधान है। जिसके बाद भी जिला चिकित्सालय में पदस्थ फैक्चर एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ एच एस राणा और जनपद पंचायत के एसडीओ एसपी कुशवाहा राष्ट्रगान के समय खड़ा होना भी उचित नहीं समझा और राष्ट्रगान का अपमान किया। दरअसल जिला प्रशासन सामाजिक न्याय विभाग एवं जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र द्वारा एडीप योजना अंतर्गत दिव्यांग जनों का परीक्षण एवं मूल्यांकन शिविर का आयोजन देवास के उत्कृष्ट विद्यालय में आयोजित किया गया था।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.