झाबुआ। (रहीम शेरानी) झाबुआ जिले के मेघनगर वार्ड क्रमांक 8 मुस्लिम बस्ती नयापुरा मे लगातार दो-तीन दिनों से सेहरी के समय पर ही बिजली गुल होना चर्चा में है। इबादतो के पवित्र माह माहे रमजान मे मुस्लिम समाज के साथ साथ हिंदू समाज के कुछ लोग भी इस भिषण गर्मी मे रोजा रखकर भाई चारे का परिचय देते हुए बंदगी का सुबूत पेश कर रहे है। ओर रात्रि में 3:15 पर तो कभी 3:25 पर अचानक बिजली के गुल हो जाना चर्चाओं में है। आज रात्रि में भी बिजली गुल हुई 40 मिनट बाद वापस आई। बिजली गुल होने की सूचना देने के लिए विद्युत वितरण कंपनी बिजली ऑफिस पर फोन लगाकर बताना चाहा लेकीन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। 2 दिन पहले भी लाइट गई थी। तो विद्युत वितरण कंपनी को अवगत कराया गया था तो बताया गया था के हमारे यहा से कटौती नहीं हो रही है। शायद किसी और की कारस्तानी है। चाहे कुछ भी हो लेकिन पवित्र माहे रमजान मे ओर खासकर मुस्लिम बस्ती में बिजली का सेहरी के समय ही गुल होना बड़ी परेशानी का सबब बन रहा है। मुस्लिम महिलाएं रात्रि 3:00 बजे उठ कर परिवार के लिए खाना, चाय, आदी बनाती है। ओर उसी समय लाईट के चले जाने से अंधेरे में कार्य करना पड़ रहा है। जिससे परेशानि हो रही है। इस भीषण गर्मी में मुस्लिम समाज की महिलाएं पुरुष के साथ नन्हे मुन्ने बच्चे भी रोजे रखकर नमाज व कुरान की तिलावत करते हुए खुदा की इबादत में मशगूल है।
झाबुआ। (रहीम शेरानी) झाबुआ जिले के मेघनगर वार्ड क्रमांक 8 मुस्लिम बस्ती नयापुरा मे लगातार दो-तीन दिनों से सेहरी के समय पर ही बिजली गुल होना चर्चा में है। इबादतो के पवित्र माह माहे रमजान मे मुस्लिम समाज के साथ साथ हिंदू समाज के कुछ लोग भी इस भिषण गर्मी मे रोजा रखकर भाई चारे का परिचय देते हुए बंदगी का सुबूत पेश कर रहे है। ओर रात्रि में 3:15 पर तो कभी 3:25 पर अचानक बिजली के गुल हो जाना चर्चाओं में है। आज रात्रि में भी बिजली गुल हुई 40 मिनट बाद वापस आई। बिजली गुल होने की सूचना देने के लिए विद्युत वितरण कंपनी बिजली ऑफिस पर फोन लगाकर बताना चाहा लेकीन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। 2 दिन पहले भी लाइट गई थी। तो विद्युत वितरण कंपनी को अवगत कराया गया था तो बताया गया था के हमारे यहा से कटौती नहीं हो रही है। शायद किसी और की कारस्तानी है। चाहे कुछ भी हो लेकिन पवित्र माहे रमजान मे ओर खासकर मुस्लिम बस्ती में बिजली का सेहरी के समय ही गुल होना बड़ी परेशानी का सबब बन रहा है। मुस्लिम महिलाएं रात्रि 3:00 बजे उठ कर परिवार के लिए खाना, चाय, आदी बनाती है। ओर उसी समय लाईट के चले जाने से अंधेरे में कार्य करना पड़ रहा है। जिससे परेशानि हो रही है। इस भीषण गर्मी में मुस्लिम समाज की महिलाएं पुरुष के साथ नन्हे मुन्ने बच्चे भी रोजे रखकर नमाज व कुरान की तिलावत करते हुए खुदा की इबादत में मशगूल है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.