Wednesday 10 April 2019

Jhabua - मेघनगर के उद्योगिक क्षेत्र में नकली खाद बनाने का वर्षों से चल रहा है गोरखधंधा | Kosar Express


झाबुआ। (रहीम शेरानी) झाबुआ जिले के मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में वर्षों से भ्रष्ट अधिकारियों व नेताओ की  सांठगांठ से कल कारखानों मैं नकली खाद नकली घी व अन्य नकली सामग्री बनाने का गोरखधंधा बडी तेजी से फल फूल रहा है। मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र के कल कारखानो मैं गुजरात से वेस्ट मटेरियल लाकर के खाद्य बनाने में प्रयोग किया जाता है जिस पर गुजरात सरकार द्वारा उक्त वेस्ट  मैटेरियल को अपनी ही फैक्ट्री के बाहर फेंकने की भी अनुमति नहीं है। उसके बाद भी तगड़ी सेटिंग के चलते वेस्ट (खराब ) मैटेरियल को मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र में लाकर बड़े पैमाने पर नकली खाद  बनाने का कार्य बड़े जोरों पर वर्षों से चल रहा है। मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र में मंगलवार को कृषि विभाग की संभागीय टीम आई और ले देकर रवाना हो गई। मेघनगर उद्योगिक क्षेत्र में कृषि विभाग के दो शासकीय वाहनों में इंदौर से संयुक्त संचालक कृषि विभाग के आर.एस. सिसोदिया एवं राजन चौहान सहायक संचालक व झाबुआ कृषि अधिकारी रावत अपनी टीम के साथ 2 वर्ष से बंद बड़ी फैक्ट्री पर पहुंचे एम, पी. के.खाद के सेंपल उठाये ओर  चलते बने फिर एक निजी रेस्टोरेंट में भोजन के लिए पूरी टीम पहुंच गई। मीडिया को दूरभाष पर सूचना मिलने पर जब मीडिया के साथी पहुंचे ओर उन्होंने नकली खाद बनाने की बात संभागीय अधिकारी सिसोदिया को बताई तो बगले झांकने लगे ओर फिर मीडिया के डर से जिला अधिकारी रावत को मेघनगर की दो फैक्ट्रियों से खाद के सिंपल उठाने की बात कही। कृषि विभाग की टीम पूरी खबर को कवरेज कर रहे मीडिया की टीम जब क्षेत्र के बालाजी कंपनी पहुंची तो वहां पर गुणवत्ता ओर परीक्षण की कोई लेब भी नही थी  जब अधिकारीयो द्वारा फैक्ट्री में रखे माल एवं ट्रक में लोड हो रहे माल की एनओसी व अन्य दस्तावेज मांगे तो मैनेजर ने इंदौर से दस्तावेज मंगाने की बात कही  ओर इशारों ही इशारों में सारा मामला निपट गया। कुछ समय  बाद विभागीय टीम पास ही के मोनी मिनरल पहुंची तो काफी मशक्कत के बाद गेट खोला गया ओर वहां के मालिक ने बताया कि मेरे पास में कुछ भी ऐसा स्टॉक नहीं है जिसकी सैंपल आप ले सके सिर्फ वही स्टॉक है जिससे मुझे कुछ दिन पहले जेल की हवा खाना पड़ी थी एम पी के खाद है आप चाहें तो देख सकते हैं जिसके बाद झाबुआ कृषि अधिकारी रावत द्वारा इंदौर से पधारे अधिकारी का प्रोटोकॉल ओर उन्हें अटेंड करने की बात कह कर अपने वाहन से  रफूचक्कर हो गए। मेघनगर के उद्योगिक क्षेत्र में नकली खाद बनाकर रंग बिरंगी थेलीयो में अलग अलग नामो से पैक कर क्षेत्र के गरीब भोले भाले आदिवासी किसानों को लूटने का काम करते हुए उनकी उपजाऊ जमीनों को भी बंजर बना रहे हैंबताते है मेघनगर के औद्योगिक क्षेत्र में 10 से भी अधिक नकली खाद बनाने के प्लांट धड़ल्ले से चल रहे हैं जिसमें 10 से 15 रुपए के मात्र खर्चे की रंग बिरंगी प्लास्टिक की खाद की थेलिया प्रिंट अलग-अलग नामों से करवा कर तरह-तरह  का नकली माल पेकिंग किया जाता है। और फैक्ट्रियों में काम कर रहे मजदूरो  से ओवर टाइम काम करवाने के बाद भी उन्हें उनका पूरा मेहनताना भी नहीं दिया जाता है। कहीं उनके काले कारनामे उजागर नहीं हो जाए इसलिए  स्थानीय मजदूरो को काम पर ना  रखते हुए अन्य राज्यों से मजदूरो को बुलाए जाते हैं।

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