संपादक शहजाद कौसर की कलम से
देवास। शहर के सिनियर काजी इरफान एहमद अशरफी द्वारा कजात मे मिली जमीन कालोनाजर को बेचने की साजिश रची जा रही थी। आईटीआई कार्यकर्ता ने जानकारी के माध्यम से मीडिया को बताया की कजात की जमीन को कोई भी काजी बेच नही सकता है। जब कि काजी का कहना है यहा जमीन मेरी पैतृक है और मैं चाहूं तो किसी को भी बेचूं या मैं कुछ भी करु मेरी जमीन है। कोई भी माईका लाल मुझे मेरी जमीन बेचने से रोक नही सकता है। वहीं अजय शर्मा का कहना है कि जो भी देवास सिनियर शहर काजी रहेगा यह जमीन उसके भरण पोषण के लिये राजा रजवाड़ों ने दी है पर काजी कजात की जमीन को कतेही बेच नही सकते।
जब कौसर एक्सप्रेस ने जानकारो और बुधीजीवियो से चर्चा की तो सामने आया की एक बार निसार एहमद के भतिजे ने उनसे से बोला कि चाचा यह जमीन 5 साल के लिये मुझे दे दो तो काजी निसार एहमद बोले की यह जमीन मेरे बाप की नही है, जो भी काजी रहेगा यहा उसके भरण पोषण के लिये दी है ऐसे थे काजी निसार एहमद और बेटा इरफान काजी इसके विपरित है। काजी इरफान एहमद अशरफी का कहना है की यहा जमीन हमारी आधिपत्य की जमीन है।
देवास। शहर के सिनियर काजी इरफान एहमद अशरफी द्वारा कजात मे मिली जमीन कालोनाजर को बेचने की साजिश रची जा रही थी। आईटीआई कार्यकर्ता ने जानकारी के माध्यम से मीडिया को बताया की कजात की जमीन को कोई भी काजी बेच नही सकता है। जब कि काजी का कहना है यहा जमीन मेरी पैतृक है और मैं चाहूं तो किसी को भी बेचूं या मैं कुछ भी करु मेरी जमीन है। कोई भी माईका लाल मुझे मेरी जमीन बेचने से रोक नही सकता है। वहीं अजय शर्मा का कहना है कि जो भी देवास सिनियर शहर काजी रहेगा यह जमीन उसके भरण पोषण के लिये राजा रजवाड़ों ने दी है पर काजी कजात की जमीन को कतेही बेच नही सकते।
जब कौसर एक्सप्रेस ने जानकारो और बुधीजीवियो से चर्चा की तो सामने आया की एक बार निसार एहमद के भतिजे ने उनसे से बोला कि चाचा यह जमीन 5 साल के लिये मुझे दे दो तो काजी निसार एहमद बोले की यह जमीन मेरे बाप की नही है, जो भी काजी रहेगा यहा उसके भरण पोषण के लिये दी है ऐसे थे काजी निसार एहमद और बेटा इरफान काजी इसके विपरित है। काजी इरफान एहमद अशरफी का कहना है की यहा जमीन हमारी आधिपत्य की जमीन है।
Abushahim Ahmad
जवाब देंहटाएं