Monday 10 September 2018

Live Video: Dewas - बंद कराने निकले कांग्रेसियों ने किया जमकर हंगामा | Kosar Express

भारत बंद में कांग्रेस नेताओं ने जबरन बन्द कराई दुकाने
पेट्रोल पम्पों पर दिखाई दादागिरी...दुकानों को जबरन बंद कराने के दौरान व्यापारियों से किया विवाद



देवास। पेट्रोल-डीजल के लगातार बढ़ते हुए मूल्य के विरोध को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर कांग्रेस ने 10 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया था। बंद सुबह से लेकर दोपहर 3 बजे तक रखा गया था। कांग्रेस नेताओं ने एक दिन पहले कहा था बंद के दौरान दवाई की दुकान एवं दूध डेरियों को बंद से छूट रहेगी। लेकिन नेताओं ने दूध की डेरियों को जबरन बन्द करवाया।


कांग्रेस नेता बाइक पर सवार होकर रैली के रूप में निकले बंद कराने
कांग्रेस नेता दुकानों को बंद कराने के लिए बाइक पर सवार होकर रैली के रूप में निकले। इस दौरान दुकानें खुली होने पर उसे जबरन बंद कराया। वही दुकान संचालकों से विवाद की स्थिति भी बनी। मक्सी रोड पर रिलायंस पेट्रोल पंप पर कांग्रेसी नेता पहुंचे और पंप को जबरन बंद करवाया। सिविल लाइन तिराहे पर स्तिथ खनूजा पेट्रोल पंप को भी जबरन बन्द करवाया। औद्योगिक थाना स्थित पेट्रोल पंप और सीएनजी पंप पर भी कांग्रेसियों ने विवाद किया।वही पेट्रोल पंप के नोजल फेंक दिए। प्राइम कार का शो रूम खुला दिखने पर जबरन ऑफिस में घुस गए और दादागिरी करने लगे।

दूध डेरी भी बंद करवाई
कांग्रेस नेताओं ने 1 दिन पूर्व प्रेस नोट निकालकर कहा था कि मेडिकल और दूध की डेरियों को बंद से दूर रखा जाएगा। लेकिन कांग्रेसी नेता जबरन दूध डेयरी भी बंद करा रहे थे। कुल मिलाकर इस बंद के दौरान कांग्रेस नेताओं की दादागिरी देखने को मिली और जबरन दुकानों को बंद कराएं।उज्जैन तिराहे पर चाय की होटल खुली होने पर पोहे फेक दिए।इधर जबरेश्वर मंदिर के सामने होटल पर कुर्सियां फेंकी।

इटावा में पार्षद प्रतिनिधि से कांग्रेस नेताओं की हुई बहस
कुछ दिनों पहले कांग्रेस की पार्षद शहनाज खान ने भाजपा की सदस्यता ली थी। बंद के दौरान कांग्रेसी नेता बीजेपी में शामिल पार्षद शहनाज खान के इटावा स्थित कार्यालय पर पहुंचे ।जहां पार्षद प्रतिनिधि रईस खान से कार्यालय बंद नहीं करने को लेकर जमकर बहस हुई और विवाद की स्तिथि बनी। इस दौरान पार्षद प्रतिनिधि ने जमकर कांग्रेस नेताओं से गली गलौच भी की।

कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन
कांग्रेस नेताओ ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने एवं दाम कम करने को लेकर ज्ञापन राज्यपाल के नाम दिया। ज्ञापन में मांग की गई कि पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ने से लोग परेशान हैं। इसका मुख्य कारण केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लगाना है।कांग्रेसी नेताओं ने मांग की कि केंद्र सरकार के द्वारा लगाए गए टैक्स को तत्काल कम किया जाए।

मूकदर्शक बनी रही खाकी

कांग्रेस नेताओं ने बंद के दौरान जहां धारा 144 का उल्लंघन कर रैली निकालकर जबरन दुकानों को बंद करवाया।इस दौरान कांग्रेसी नेताओं के साथ चल रही पुलिस मूकदर्शक बनकर नेताओं की गुंडागर्दी देखती रही। पुलिस ने धारा 144 का उल्लंघन को लेकर कांग्रेसी नेताओं पर कोई कार्यवाही नहीं की।

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