निगम के नुमाईंदों को नहीं कोई सरोकार, यात्रियों की जगह ठेले वालों का कब्जा
देवास। महात्मा गांधी बस स्टैंड की जितनी तरीफ की जाए उतनी कम है। अवारा मवेशियों का यहां हमेशा जमावड़ा लगा रहता है। वहीं पूरा बस स्टैंड अतिक्रमण की चपेट में है। पुराने हॉल में जहां होटल संचालकों ने अतिक्रमण कर घेर रखा है। वहीं नए हॉल पर ठेलों वालों का कब्जा है। ठेले के कारण यात्रियों को खड़े रहने की जगह नहीं रहती है। केले और भुट्टा बेचने वाले बसों में चढ जाते है और महिलाओं से अशलील शब्दों का प्रयोग करते है। वहीं ठेला लगाने वाले बस स्टैंड परिसर पर ही कचरा फैकते है। यात्रियों को भी नहीं समझाने के कारण केले, भुट्टे खाने के बाद बचा हुआ अंश वहीं फैक देते है। जिस कारण परिसर में कचरा नजर आता है। शहर के महात्मा गांधी बस स्टैंड को देखकर समझा जा सकता है किस तरह नगर निगम प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की छज्जियां उड़ा रहा है।
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