Wednesday 4 July 2018

सागर में आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म, महिला सहित 5 आरोपी हिरासत में | Kosar Express

सागर के देवरीकलां में नाबालिग आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है।
देवरीकलां (सागर)। सागर के देवरीकलां में नाबालिग आदिवासी छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। इस मामले में 4 आरोपी युवकों ने एक महिला की मदद से छात्रा का अपहरण कर फिर बलात्कार किया। घटना देवरी के गौरझामर थाना क्षेत्र की है। पुलिस आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इधर छात्रा को गंभीर हालत के बाद देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक गौरझामर थाने के जैतपुर कछया गांव में 10वीं में पढ़ने वाली 14 वर्षीय छात्रा का अपहरण कर बंधक बनाया और 4 आरोपियों ने उससे दुष्कृत्य किया। जब वह बेहोश हो गई तो गांव के स्कूल के पास फेंककर चले गए। छात्रा की हालत गंभीर है और फिलहाल उसे देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। बुधवार सुबह पुलिस ने चारों आरोपियों और उनका साथ देने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया।

मंदसौर, सतना के बाद मंगलवार देर रात को देवरीकलां विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जैतपुर कछिया में सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। आरोपियों ने छात्रा को एक घर में बंद किया और वहीं चारों ने दुराचार किया। फिर रात्रि में मुंह बांधकर बेहोशी की हालत में स्कूल के पास फेंक दिया। पीड़िता के परिजनों ने डायल 100 को इसकी सूचना दी। पुलिस पहुंची लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित छात्रा को 108 एंबुलेंस से देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। देर रात से सुबह तक पीड़ित छात्रा दर्द से कराहती रही। लेकिन जब मीडिया सक्रिय हुआ तब अस्पताल प्रबंधन नींद से जागा और इलाज शुरू किया।

जानकारी लगने पर बुधवार सुबह करीब 10.30 बजे एसपी सत्येंद्र शुक्ला देवरी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने पीड़िता और परिजनों से बात की। इसके बाद एसपी ने 12 बजे बताया कि पीड़िता होश में आ गई है। दुष्कृत्य के चारों आरोपियों और उनका सहयोग करने वाली महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।


कब और कैसे हुई घटना


14 वर्षीय पीड़ित छात्रा ने बताया कि उसे गांव की ही ममता रानी नामक महिला खेत ले जाने के लिए हाथ पकड़कर ले गई। वहां जाकर उसने अपने घर में उसे बंद कर दिया और बाहर से दरवाजे बंद कर वहां से चली गई। कुछ देर बाद गांव के राजेश अहिरवार, हल्ले अहिरवार, गोपाल अहिरवार और धर्मेंद्र पटेल कमरे में घुस आए और दरवाजा बंद करके चारों ने छात्रा के साथ बारी-बारी से बलात्कार किया।

पीड़ित छात्रा के अनुसार इसके बाद आरोपित राजेश अपने घर शाम को ले गया और वहां राजेश और हल्ले अहिरवार ने दोबारा बलात्कार किया जिसके बाद छात्रा बेहोश हो गई। रात्रि करीब 11 बजे छात्रा के मुंह में कपड़ा बांधकर कर आरोपितों ने उसे स्कूल के पास फेंक दिया। वहीं छात्रा के परिजन खोजबीन में जुटे हुए थे जैसे ही छात्रा को बेहोशी की हालत में फेंका जा रहा था परिजन ने देख लिया। उन्होंने तुरंत डायल 100 गौरझामर को फोन किया। इसके बाद डायल 100 मौके पर पहुंची लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं की।

परिजनों ने 108 एंबुलेंस को फोन कर छात्रा को देवरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। लेकिन यहां भी अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के कारण 12 घंटे तक छात्रा का इलाज नहीं हो सका। छात्रा की दादी का कहना है कि पैसा जमा करने के बाद भी ओपीडी में भर्ती पर्ची नहीं बनाई गई। डॉक्टरों का कहना था कि पीड़ित के परिजनों ने यह नहीं बताया कि छात्रा के साथ बलात्कार हुआ है।

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