सांकेतिक तस्वीर |
मोबाइल यूजर्स की संख्या बढ़ी इसलिए अंकों की संख्या बढ़ानी पड़ी
आपको बता दें कि भारत में मोबाइल इंटरनेट यूजर्स की संख्या जून तक 47.8 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) और कंटार-आईएमआरबी द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित रिपोर्ट में बताया गया है कि 2017 के दिसंबर तक मोबाइल इंटरनेट यूजर्स की संख्या 17.22 फीसदी बढ़कर 45.6 करोड़ यूजर्स तक पहुंच गई। इस रिपोर्ट में देश में मोबाइल इंटरनेट की लोकप्रियता को दर्शाया गया है, जो कि किफायती होने के कारण लोकप्रिय हो रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि शहरी भारत में साल-दर-साल अनुमानित वृद्धि दर 18.64 फीसदी रही, जबकि ग्रामीण भारत में इसी अवधि (दिसंबर 2016 से दिसंबर 2017) के दौरान अनुमानित वृद्धि दर 15.03 फीसदी रही है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बैठक में दूरसंचार विभाग के अधिकारियों ने कहा कि 10 अंकों के लेवल में अब नए मोबाइल नंबर जारी करने की कोई गुंजाइश नहीं बची है। लिहाजा इस बात की पहले से ही जरूरत महसूस की जा रही थी कि अब 10 से अधिक अंकों वाले मोबाइल नंबरों की सीरीज शुरू करनी होगी। इसके बाद इन्हें 13 नंबरों का कर दिया जाएगा।
पहली बार नहीं बदल रहे हैं नंबर
आपको बता दें ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब दूरसंचार मंत्रालय ने इस तरह का निर्णय लिया गया है। इससे पहले नवंबर 2002 में भी देश के सभी टेलीफोन नंबरों के आगे 2 लगा दिया गया था, जिसकी वजह से सभी टेलीफोन नंबर बदल गए थे। जिसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चैन्नई जैसे महानगरों में इस्तेमाल होने वाले टेलीफोन की संख्या 7 अंकों से बढ़कर 8 अंकों की हो गई थी। वहीं, टीयर टू शहरों के टेलीफोन की संख्या 6 अंकों से 7 अंकों की हो गई थी।
अपडेट होंगे सभी सिस्टम
दूरसंचार विभाग के मुताबिक, मोबाइल नंबर की नई सीरीज आने से सभी टेलिकॉम ऑपरेटरों को अपना सिस्टम अपडेट करना होगा। इस संबंध में सभी सर्कल की दूरसंचार कंपनियों को आदेश जारी कर दिया गया है। भारत संचार निगम लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दिसंबर 2018 तक पुराने नंबर भी इस प्रक्रिया के तहत अपडेट होंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि वर्तमान में चल रहे नंबरों को किस तरह अपडेट किया जाएगा। यह प्रक्रिया अक्टूबर से शुरू होगी और 31 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएगी। अधिकारी अभी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि अतिरिक्त 3 डिजिट, पुराने नंबरों में आगे की तरफ जोड़ा जाए या पीछे की तरफ।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.