राहुल गांधी मंदसौर में करीब 3 घंटे रहेंगे। राहुल की सुरक्षा के लिए 1500 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं।
मंदसौर। मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गोलीकांड में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने पिपलियामंडी पहुंचे। राहुल गांधी इस दौरान गोलीकांड से प्रभावित हुए किसान परिवारों से मिले। कांग्रेस द्वारा आयोजित सभा के मंच पर 6 मृत किसानों की तस्वीर लगाई गई हैं और उनके अस्थि कलश भी रखे हुए हैं। इस दौरान मंच पर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, कांतीलाल भूरिया और दीपक बाबरिया समेत अन्य नेता मौजूद रहे। मीनाक्षी नटराजन ने सभा की कमान संभाल रखी है। मंच पर 27 नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है।
इलाके में इंटरनेट काफी धीमी गति से चल रहा है, इस दौरान प्रशासन पर इंटरनेट बाधित करने का आरोप लगाया गया। सुबह शुरू हुई श्रद्धांजलि सभा के मंच पर पारस सकलेचा की मंदसौर गोलीकांड पर लिखी किताब का विमोचन किया गया। इसके बाद एक शार्ट फिल्म दिखाई गई। कांग्रेस नेताओं ने मंच से घनश्याम धाकड़ की मौत की न्यायिक जांच करने की मांग भी की।
सभा स्थल पर एसपीजी द्वारा पानी की बॉटल प्रतिबंधित किए जाने के चलते 5 लाख पानी के और छाछ के पाउच की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 35 टैंकर में ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई है। सुरक्षा के लिए 7 एसपी, 20 एएसपी सहित 500 पुलिसकर्मी तैनात है।
पुलिस अलर्ट पर
नीमच जिले के समीप पिपलिया मंडी में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा को लेकर आज नीमच एसपी तुषार कान्त विद्यार्थी ने कंट्रोल रूम से गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। हाईवे पर निगरानी रखी जा रही है, इसके साथ ही सभा में पहुंचने वाले सभी व्यक्तियों पर पैनी निगाह बनी हुई है। सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से तैयार है। नीमच हाईवे पर मालखेड़ा फंटा, भबढ़िया चौराया, भाटखेड़ा चौराया पर विशेष पुलिस बल तैनात किया गया है, करीबन जिले में 700 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
पिछले साल 6 जून को आंदोलन में मारे गए थे 6 किसान
- पिछले साल 4 जून को रतलाम के डेलनपुर में किसानों के आंदोलन के दौरान भीड़ में से एक पत्थर उछला जिसने एएसआई पवन यादव की आंखों की रोशनी छीन ली।
- 6 जून 2017 को मंदसौर के पिपलियामंडी स्थित बही पार्श्वनाथ चौपाटी से किसान आंदोलन की आग भड़की गई। आंदोलन के तहत किसान सुबह से ही चौपाटी पर इकट्ठे हो रहे थे।
- दोपहर 12.30 बजे उन्होंने चक्काजाम कर दिया। कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इधर, प्रदर्शनकारियों ने बही पार्श्वनाथ फंटे पर टीअाई अनिल ठाकुर की पिटाई कर दी।
- दोपहर 1.30 बजे सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाला। यह देखकर किसान और भड़क गए। कुछ लोगों ने वाहनों में आग लगाना शुरू कर दी। थाने को घेरकर उसमें भी आग लगाने की काेशिश की। सुरक्षा बलों ने गोलियां दागीं।
- इसमें 5 किसानों बरखेड़ापंथ के अभिषेक पाटीदार, लोध के सत्यनारायण धनगर, टकरावद के बबलू पाटीदार, चिलोद पिपलिया के कन्हैयालाल पाटीदार और नीमच नयाखेड़ा के चैनराम पाटीदार की मौत हो गई थी।
- इधर, पुलिस की पिटाई से बड़वन के युवा घनश्याम धाकड़ की भी मौत हो गई।
मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गोलीकांड में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने पिपलियामंडी पहुंचे।
मंदसौर। मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी गोलीकांड में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने पिपलियामंडी पहुंचे। राहुल गांधी इस दौरान गोलीकांड से प्रभावित हुए किसान परिवारों से मिले। कांग्रेस द्वारा आयोजित सभा के मंच पर 6 मृत किसानों की तस्वीर लगाई गई हैं और उनके अस्थि कलश भी रखे हुए हैं। इस दौरान मंच पर मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, कांतीलाल भूरिया और दीपक बाबरिया समेत अन्य नेता मौजूद रहे। मीनाक्षी नटराजन ने सभा की कमान संभाल रखी है। मंच पर 27 नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है।
इलाके में इंटरनेट काफी धीमी गति से चल रहा है, इस दौरान प्रशासन पर इंटरनेट बाधित करने का आरोप लगाया गया। सुबह शुरू हुई श्रद्धांजलि सभा के मंच पर पारस सकलेचा की मंदसौर गोलीकांड पर लिखी किताब का विमोचन किया गया। इसके बाद एक शार्ट फिल्म दिखाई गई। कांग्रेस नेताओं ने मंच से घनश्याम धाकड़ की मौत की न्यायिक जांच करने की मांग भी की।
सभा स्थल पर एसपीजी द्वारा पानी की बॉटल प्रतिबंधित किए जाने के चलते 5 लाख पानी के और छाछ के पाउच की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 35 टैंकर में ठंडे पानी की व्यवस्था भी की गई है। सुरक्षा के लिए 7 एसपी, 20 एएसपी सहित 500 पुलिसकर्मी तैनात है।
नीमच जिले के समीप पिपलिया मंडी में कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा को लेकर आज नीमच एसपी तुषार कान्त विद्यार्थी ने कंट्रोल रूम से गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं। हाईवे पर निगरानी रखी जा रही है, इसके साथ ही सभा में पहुंचने वाले सभी व्यक्तियों पर पैनी निगाह बनी हुई है। सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह से तैयार है। नीमच हाईवे पर मालखेड़ा फंटा, भबढ़िया चौराया, भाटखेड़ा चौराया पर विशेष पुलिस बल तैनात किया गया है, करीबन जिले में 700 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
पिछले साल 6 जून को आंदोलन में मारे गए थे 6 किसान
- पिछले साल 4 जून को रतलाम के डेलनपुर में किसानों के आंदोलन के दौरान भीड़ में से एक पत्थर उछला जिसने एएसआई पवन यादव की आंखों की रोशनी छीन ली।
- 6 जून 2017 को मंदसौर के पिपलियामंडी स्थित बही पार्श्वनाथ चौपाटी से किसान आंदोलन की आग भड़की गई। आंदोलन के तहत किसान सुबह से ही चौपाटी पर इकट्ठे हो रहे थे।
- दोपहर 12.30 बजे उन्होंने चक्काजाम कर दिया। कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इधर, प्रदर्शनकारियों ने बही पार्श्वनाथ फंटे पर टीअाई अनिल ठाकुर की पिटाई कर दी।
- दोपहर 1.30 बजे सीआरपीएफ ने मोर्चा संभाला। यह देखकर किसान और भड़क गए। कुछ लोगों ने वाहनों में आग लगाना शुरू कर दी। थाने को घेरकर उसमें भी आग लगाने की काेशिश की। सुरक्षा बलों ने गोलियां दागीं।
- इसमें 5 किसानों बरखेड़ापंथ के अभिषेक पाटीदार, लोध के सत्यनारायण धनगर, टकरावद के बबलू पाटीदार, चिलोद पिपलिया के कन्हैयालाल पाटीदार और नीमच नयाखेड़ा के चैनराम पाटीदार की मौत हो गई थी।
- इधर, पुलिस की पिटाई से बड़वन के युवा घनश्याम धाकड़ की भी मौत हो गई।
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