Saturday 5 May 2018

हनीट्रेप में फंसा कारोबारी, अपहरण, फिरौती के बाद हत्या


सोशल मीडिया पर आसानी से मिली एक लड़की से दोस्ती करते समय कारोबारी दुष्यंत शर्मा ने कतई नहीं सोचा था कि यह एक हनीट्रेप है। पहले TINDER MOBILE APP पर पहचान हुई फिर WHATSAAP पर मैसेजिंग और कॉलिंग शुरू हो गई। बात चली तो बढ़ती ही चली गई। कारोबारी उस युवती से मिलने के लिए तड़प उठा। युवती ने जहां बुलाया वहां पहुंच गया। आसपास भी नहीं देखा और जाल में फंस गया। होश तो तब आया जब लड़की ने अपना असली रंग दिखाया। बचने की काफी कोशिश की लेकिन किडनैप कर लिया गया। फिरौती भी दी लेकिन गिरोह ने मुक्त नहीं किया। हत्या कर दी। 

मास्टरमाइंड युवती का CRIME RECORD
एडिशनल पुलिस कमिश्नर प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी प्रिया सेठ (27) मूल रुप से नेहरु नगर, फालना तहसील, जिला पाली की रहने वाली है। यहां बजाज नगर स्थित अनिता कॉलोनी में ईडन गार्डन अपार्टमेंट में फ्लैट में रहती है। पकड़ी गई युवती एक शातिर बदमाश है।उसके खिलाफ पहले भी जयपुर के मानसरोवर, वैशाली नगर व श्याम नगर थानों में ब्लेकमेलिंग कर रुपए ऐंठने, एटीएम उखाड़ने, देह व्यापार के मुकदमे दर्ज है। जिनमें वह गिरफ्तार हो चुकी है। दूसरा आरोपी दीक्षांत कामरा (20) पदमपुर, श्रीगंगानगर का रहने वाला है। जबकि तीसरा आरोपी लक्ष्य वालिया (21) निवासी पुरानी आबादी, श्रीगंगानगर का है। यहां मालवीय नगर जयपुर में तनीष अपार्टमेंट में रहता है।

फ्लैट में H/W बनकर रहते रैकेट के सदस्य
डीसीपी (पश्चिम) अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि मुंबई से पढ़ा लिखा दीक्षांत एक संभ्रात परिवार से है। वह पिछले कुछ अरसे से मास्टरमाइंड आरोपी प्रिया सेठ के संपर्क में था। खुद को पति-पत्नी बताकर दोनों आरोपियों ने करीब डेढ़ महिने पहले ईडन गार्डन, अनिता कॉलोनी में एक लग्जरी फ्लैट लिया था। ये दोनों साथ ही रह रहे थे। इसी फ्लैट पर चलता था संभ्रांत परिवार के युवकों को प्रिया के हुस्न के जाल में फंसाकर ब्लेकमेलिंग का खेल।

टिंडर एप से तलाशा, व्हाट्सएप से फंसाया और MOBLIE से MSM बना लिया
पड़ताल में सामने आया कि हत्या का शिकार झोटवाड़ा निवासी 28 वर्षीय दुष्यंत शर्मा बिल्डिंग मेटेरियल का कारोबार करता था। तीन माह पहले ही दुष्यंत का प्रिया सेठ से टिंडर एप के जरिए संपर्क हुआ था। तब से उनके बीच टिंडर एप और व्हाट‌सएप के जरिए कॉलिंग और मैसेज के जरिए बातचीत होने लगी। फिर दुष्यंत का प्रिया के फ्लैट पर आना जाना शुुरु हो गया। उनके बीच नाजायज संबंध बन गए और दुष्यंत हनी ट्रेप में उलझ गया। इसी बीच प्रिया ने अपने साथी की मदद से दुष्यंत का अश्लील एमएमएस बना लिया।

जाल में फंसे कारोबारी को रातभर प्रताड़ित किया
एडिशनल डीसीपी रतन सिंह ने बताया कि बुधवार रात को दुष्यंत घर से कार लेकर निकला था। वह बजाज नगर स्थित प्रिया सेठ के घर पहुंचा। जहां साजिश के अनुसार प्रिया ने दुष्यंत को ब्लेकमेलिंग कर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाने की धमकियां दी। इसकी एवज में दुष्यंत से 10 लाख रुपयों की मांग की। तब फ्लैट पर मौजूद प्रिया और उसके कथित पति आरोपी दीक्षांत ने रातभर दुष्यंत को टॉर्चर किया।

किडनैप किया, फिरौती मांगी
गुरुवार को सुबह करीब 10 बजे प्रिया और उसके साथी ने दुष्यंत के मोबाइल से उसके पिता को फोन करवाया। जिसमें दुष्यंत ने पिता से कहा कि उसका अपहरण हो गया है। उसे छोड़ने की एवज में 10 लाख रुपए मांग रहे है। आप मेरे बैंक खाते में रुपए जमा करवा दो। इस पर पिता ने दुष्यंत के खाते में करीब डेढ़ लाख रुपए जमा करवा दिए। इसके बाद प्रिया ने दुष्यंत के पिता को फोन कर धमकियां देकर फिरौती मांगी। 

पुलिस लोकेशन तक नहीं तलाश पाई?
तब उन्होंने कुछ रुपए खाते में जमा करवाने को कहा। इसके बाद तुरंत झोटवाड़ा थाने पहुंचकर सूचना दी। तब एसीपी झोटवाड़ा आसमोहम्मद और थानाप्रभारी गुरुभूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम मोबाइल कॉल लोकेशन के आधार पर तलाश में जुट गई। पुलिस बजाज नगर तक भी पहुंच गई लेकिन सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में पुलिस परेशान होती रही।

कारोबारी की CAR में कारोबारी की लाश
दूसरी तरफ, गुरुवार सुबह ही खाते में रुपए जमा होने का मोबाइल पर मैसेज आने के बाद प्रिया को संदेह हुआ कि दुष्यंत को छोड़ने पर वह पुलिस थाने पहुंच जाएगा। इस पर उसने हत्या की साजिश रची और अपने साथी दीक्षांत की मदद से इलेक्ट्रिक केबल से गला घोंटकर दुष्यंत की हत्या कर दी। उस पर धारदार वस्तु से ताबड़तोड़ वार किए। इसके बाद तीसरे साथी लक्ष्य की मदद से लाश को एक बड़े सूटकेस में बंद कर दिया। इसके बाद तीनों आरोपियों ने दुष्यंत की कार की डिक्की में ही सूटकेस को रख दिया। जिसमें लाश रखी थी। फिर वे फ्लैट बंद कर कार से रवाना हो गए।

BANK ATM से पैसे निकाले, पुलिस तब भी पकड़ नहीं पाई
दोपहर करीब डेढ़ बजे प्रिया ने लक्ष्मीमंदिर तिराहे पर स्थित बैंक के एटीएम से बीस बीस हजार रुपए निकाले। तब उसने चेहरे पर स्कार्फ लगा रखा था। इसके बाद दोपहर करीब ढाई बजे वे तीनों कार से आमेर इलाके में नई माता मंदिर के पास पहुंचे। वहां सड़क किनारे लाश से भरे सूटकेस को फेंककर रवाना हो गए। वहीं एटीएम से रुपए निकलते ही थानाप्रभारी गुरुभूपेंद्र उस बैंक में पहुंच गए। सीसीटीवी की फुटेज खंगाली। लेकिन चेहरे पर स्कार्फ होने से वे प्रिया को पहचान नहीं सके।

कारोबारी के दोस्त की टिप पर पकड़ा गया गिरोह
गुरुवार शाम को ही दुष्यंत का एक दोस्त पुलिस से मिला। जिसने बताया कि दुष्यंत का एक महिला के फ्लैट पर आना जाना था। इस पर झोटवाड़ा पुलिस देवेंद्र के दोस्त के साथ बजाज नगर स्थित प्रिया सेठ के फ्लैट पर पहुंची। वहां कमरे पर ताला लगा था। सादावर्दी में थानाप्रभारी गुरुभूपेंद्र और उनकी टीम फ्लैट मालिक के आने का इंतेजार करने लगी। शाम करीब सात बजे ज्योंही प्रिया सेठ और दोनों आरोपी मृतक दुष्यंत की कार से फ्लैट पर पहुंचे। पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। तब उन्होंने दुष्यंत की हत्या कर लाश फेंकने का राज उगला।

इधर रैकेट दबोचा, उधर लाश मिली 
फ्लैट खोलकर देखने पर अंदर खून बिखरा नजर आया। तब डीसीपी अशोक गुप्ता व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसी बीच आमेर इलाके में एक युवक की लाश मिलने की सूचना पर डीसीपी गुप्ता ने डीसीपी नार्थ सत्येंद्र सिंह से संपर्क किया। लाश की फोटो देखने पर चेहरा मिलान हो गया। तब पुलिस ने दुष्यंत के परिजनों को देर रात सूचना दी। इसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कार को जब्त कर फ्लैट को सील कर दिया है।

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