भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चैहान ने 5 बाबाओं को मंत्री दर्जा देकर चुप करा दिया था। सोचा था कि मप्र का साधु समाज अब भाजपा सरकार के साथ खड़ा हो जाएगा परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, उल्टा 50 साधु संत शिवराज सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए। अब वो सैंकड़ों साधु-संतों को एकजुट कर रहे हैं। कमलनाथ के छिंदवाड़ा में साधु-संतों का जमावड़ा लगने वाला है। बताया जा रहा है कि यहां शिवराज सरकार के विरुद्ध रणनीति तैयार की जाएगी।
बीते 15 सालों से प्रदेशभर के करीब एक दर्जन से ज्यादा साधु-संतों के संगठन सरकार से मंदिरों और मठों से कलेक्टर प्रबंधन हटाने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने उनकी मांग को पूरा करने का आश्वासन भी कई बार दिया, लेकिन कुछ बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा दिए जाने के बाद साधु संत समाज शिवराज सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है। बीते दिनों राजधानी में जुट होकर साधु संतों के संगठनों ने सरकार के खिलाफ जाने की चेतावनी दी थी। साधु संतों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा भी खोल दिया है।
साधु संतों ने भोपाल समेत प्रदेश के कुल 42 स्थानों पर कलेक्टर के नाम अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। अब छिंदवाड़ा में जल्द ही साधु संत एक बड़ी बैठक कर रहे हैं, जिसमें महंत आंनदी गिरी, महंत गंगा प्रसाद, महंत बाबूदास, शिवगिरी महाराज समेत कई साधु संत एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ रणनीति बनाएंगे। इससे पहले भी मीडिया के सामने आए साधु संतों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की चेतावनी दी थी।
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