Friday 24 July 2020

Video | Dewas - बागली थाना प्रभारी शैलजा भदौरिया पर सरपंच-सचिव ने लगाये पद दुरुपयोग के आरोप, तीन दिन मे कार्रवाई नहीं करने पर सैकड़ों पंचायतों से विरोध की चेतावनी | Kosar Express



देवास/बागली। बागली थाने पर पदस्थ प्रभारी शैलजा भदौरिया  शुरुआत ल से ही विवादित रही हैं। भौरासा दंगे मे अयोग्य चर्चित होने के बावजूद अनेक बार इनके पद और अधिकारों के दुरुपयोग की खबरें पुलिस पर सवालिया निशान लगाती हैं । देवास मे नाहर दरवाजा थाने पर पत्रकार के सामने आरोपियों को छोड़कर "जो चाहो लिख देना" कहने वाली शैलजा भदौरिया पर बागली मे पद स्थापना से ही विवादास्पद कार्रवाई ,मनमानी और मारपीट के आरोप लगाकर शासन सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से इनकी शिकायत की जा रही है । अधिकारों की शक्ति का अंधाधुंध दुरुपयोग करने वाली शैलजा भदौरिया पर फरियादी आदिवासी परिवार को प्रताड़ित करने को लेकर आदिवासी संगठनो और उनके सहयोगियों द्वारा थाने का घेराव ,प्रदर्शन करने सहित वरिष्ठ अधिकारियों से भी कार्रवाई की मांग की गई और गरीब आदिवासियों के अपमान को वर्दी के दम पर दबा दिया गया । बागली थाना प्रभारी शैलजा भदौरिया का आए दिन थाने पर आने वाले लोगों से विवाद हो रहा है जिसके चलते बुधवार की देर रात्रि को क्षेत्र के सरपंच सचिव से  विवाद कर बैठीं। 

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बरझाई में सड़क निर्माण कार्य चल रहा है। उसी दौरान कुछ लोगों द्वारा पंचायत सचिव नवीन तंवर के साथ  मारपीट की गई थी जिसकी रिपोर्ट दर्ज कराने  सचिव सरपंच के साथ थाने पर आये थे। यहां रिपोर्ट लिखने की जगह थाना प्रभारी द्वारा सचिव के प्रति अभद्र शब्दों का प्रयोग करते हुए अपमानित किया गया। सरपंच पवन राठौड व सचिव नवीन तंवर ने बताया  कि बुधवार देर रात्रि को कुछ लोगों द्वारा सचिव पर हमला किया था जिसकी रिपोर्ट लिखाने हम थाने पर गए थे जहां पर हमारी रिपोर्ट ना लिखते हुए थाना प्रभारी शैलजा भदोरिया द्वारा आरोपी की रिपोर्ट पहले दर्ज  की गई और  हमारे साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार  किया गया। आरोपियों के कहने में हमारे खिलाफ झूठी रिपोर्ट दर्ज की गई है जिसके चलते गुरुवार के दिन बागली जनपद पंचायत  के सभी 108 ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिव एवं सहायक सचिवों ने लामबंद होकर थाना प्रभारी के खिलाफ जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन दिया गया है ।ज्ञापन मे मांग की गई है कि तीन दिनों के अंदर यदि बागली थाना प्रभारी को निलंबित नहीं किया गया तो वह लामबंद होकर 118 पंचायतों में तालाबंदी कर हड़ताल पर बैठ जाएंगे।

शैलजा भदौरिया ने 29 मई 2020 को बागली थाने की जम्मेदारी सम्भाली थी लेकिन विगत 54 दिनों के कार्याकाल मे भदौरिया विवादों से घिरी रही हैं । जिसके चलते शिकायतें भी हुई है लेकिन इसके बावजूद भी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा कार्यवाही ना  करना चर्चा का विषय है। चर्चा है कि थाना प्रभारी के व्यवहार से पुलिस स्टाफ भी परेशान है। 

सचिन नवीन तंवर ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा पंचायत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अपमानित शब्दों से संबोधित किया गया था वही सरपंच महोदय के सामने थाना प्रभारी द्वारा कहा गया कि जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत का ऑफिस नहीं है वह मुझे खाने को नहीं देते हैं। प्रदेश संगठन सचिव गबूसिहं राठौड़  ने बताया है कि थाना प्रभारी की कार्यशैली निंदनीय है हमारा पंचायत सचिव फरियादी के तौर पर थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराने गया था लेकिन थाना प्रभारी द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया वहीं जाति सूचक शब्दो उपयोग भी किया गया है। यदि 3 दिन के अंदर थाना प्रभारी को वरिष्ठ अधिकारी निलंबित नहीं करते हैं तो हम जिला स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर तालाबंदी कर पंचायतों में हड़ताल करेंगे। साथ ही गुर्जर समाज की ओर से भी अनुविभाग अधिकारी को ज्ञापन दिया गया है। जिसमें राजेश तंवर  ने बताया कि थाना प्रभारी द्वारा जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया गया है जिससे हमे आघात पहुचा हैं। ज्ञापन के माध्यम से थाना प्रभारी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है।
इस दौरान गोपालकृष्ण पंचोली, अनिल शर्मा ,गोपाल यादव, राजेश जाट, जसवंत सिंह सेंधव, रमेश सिंह, रवि मस्कोले, मनोहर लाल यादव, पवन राठौर, सुरेश मौर्य, जीवन डोडवे ,नागेंद्र सिसोदिया सहित बड़ी संख्या में सरपंच सचिव एवं सहायक सचिव उपस्थित रहे।

बागली थाना प्रभारी के खिलाफ  सरपंच सचिव संगठन द्वारा अभद्रता को लेकर जो शिकायत की गई है इस संबंध में जांच की जाएगी वहीं जांच के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उचित कार्यवाही की जाएगी।
-सूर्यकांत शर्मा 
एडिशनल एस पी ग्रामीण कन्नौद 

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