- जिला अस्पताल से मासूम बालिका के अपहरण को बीता 1 हफ्ते से ज्यादा
- सत्ता और संगठन का कोई नेता नहीं पहुंचा मासूम की मां से मिलने
देवास। जिला अस्पताल से मासूम बच्ची का अपहरण हुए 1 हफ्ते से ज्यादा बीत चुका है। अब तक पुलिस लगातार यही कहती आ रही है कि हम बहुत करीब हैं और जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। हालांकि अब तक मासूम बच्ची के अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग नहीं मिला है। बच्ची के परिजन इसी तनाव में है कि मासूम जल्द से जल्द सकुशल घर लौट आए। इस मामले पर अब राजनीति भी तेज हो गई है।
कांग्रेस पार्टी का आरोप है कि अपनी गाय का बछड़ा गुम होने पर थाना घेरने वाले भाजपाई एक मासूम बालिका के अपहरण पर खामोश क्यों है। ना तो सांसद, ना विधायक और ना ही बछड़ा गुम होने पर थाना घेरने वाले पूर्व महापौर अभी तक बच्ची के माता-पिता से मिलने पहुंचे हैं। स्थिति यह है कि सिर्फ सेन समाज से जुड़े लोग ही पीड़ित परिवार को ढांढस बंधा रहे हैं। इस मामले में आपको वह वीडियो भी देखना चाहिए जब पूर्व महापौर कोरोना काल में अपनी गाय के बछड़े के लिए थाने में हंगामा करते नजर आए थे।
दरअसल यह घटना लॉकडाउन के दौरान हुई थी। जब पूर्व महापौर अचानक देर रात थाने पहुंचकर अपनी गाय के बछड़े के लिए हंगामा करते नजर आए थे। इसी घटना को याद करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी ने भाजपा पर निशाना साधा है। राजानी ने कहा कि एक गाय के बछड़े के लिए थाने पर हंगामा करने वाले भाजपा के नेता एक मासूम बच्ची के अपहरण पर खामोश क्यों है।
इस संबंध में देवास पुलिस कप्तान शिवदयाल सिंह ने भरोसा जताया है कि जल्द ही मासूम बच्ची को ढूंढ लिया जाएगा और अपहरणकर्ता सलाखों के पीछे होंगे।
बहरहाल अभी तक मासूम बालिका का कोई पता नहीं चला है और परिवार का बुरा हाल है। दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के नेता वाकई में परिवार से मिलने नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में मध्य प्रदेश की सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की लाडली को बचाने की महत्वाकांक्षा देवास में पूरी होती नहीं दिखाई दे रही है।
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