Wednesday 19 May 2021

Video | Dewas - चालानी कार्रवाई की रिकॉर्डिंग कर रहा था युवक, पुलिस ने गाड़ी में बैठाकर भेजा थाने, अपना विडियो बनाने पर भड़क रही है पुलिस | Kosar Express

 

  • एबी रोड लॉक करने पर आक्रोश के बाद हटाये बैरिकेट


देवास। देवास पुलिस द्वारा नियम-निर्देश पालन करवाने के नाम पर आमआदमी को असामाजिक की तरह सार्वजनिक रुप से नियमों के विरुद्ध सजा देकर मनमानी का कीर्तिमान बनाया जा रहा है । जनता की मजबूरी , शालिनता और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही का भरपूर फायदा उठाकर नये नये अनुचित निर्णय लेकर जनता पर थोप रही पुलिस  ने शहर के प्रमुख रास्तों को बंद करने के बाद एबी रोड भी बंद कर दिया । यातायात पुलिस की इस मनमानी से  पत्रकार, जनता, कांग्रेसी और समाजसेवी भी आक्रोशित होकर सोशल मीडिया पर आलोचना के बाद एबी रोड खोला गया ।


चौराहो पर भी कोरोना टेस्ट और रोकोटोको के नाम पर आमआदमी ही अपमानित हो रहा है यह कहना है आमआदमी का ।


सिविल लाइन थाना के तहत पुलिस चौकि इटावा पर दो युवको की विडियो मे थाना प्रभारी विडियो बनाने पर नाराज होकर अपने अधिनस्थ को आदेश देते हैं इन्हे थाने ले जाओ और 188 के तहत प्रकरण दर्ज करना । तहसीलदार युवकों से कह रही हैं,तुम्हे पता नहीं है किसी की विडियो नहीं बनाना चाहिए । अब इस विडियो पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं मे कहा जा रहा है कि पुलिस प्रशासन सार्वजनिक रुप से मानव अधिकारों का हनन कर, कान पकड़कर उठक बैठक किस नियम के तहत करवा रहा है? पुलिस चौकी इटावा पर 106 लोगों के कोरोना टेस्ट की कार्रवाई  की गई जिसमें सभी 106 लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त हुई । इस कार्रवाई के तहत नगरनिगम टीम, मेडिकल टीम, नायब तहसीलदार राजश्री ठाकुर, तहसीलदार पूनम तोमर, थाना प्रभारी सिविल लाइन संजयसिंह मौके पर उपस्थित रहे।


निरीक्षक संजयसिंह के विडियो बनाने पर कार्रवाई वाले विडियो बयान पर जनता सवाल उठा रही है कि वहां गलत क्या हो रहा था?और सार्वजनिक सेवा,कर्तव्यपालन की विडियो बनाना कौन सा अपराध है? प्रशासन-पुलिस छोटी छोटी बात पर आमआदमी की विडियो वायरल करवाते समय यह ध्यान नहीं रखती कि उसके पद और अधिकारों के दुरुपयोग से विडियो वायरल होने वाले की सामाजिक और मानसिक स्थिति खराब होती है । इस अपमान से आदमी तनाव और हीनभावना का शिकार होकर अपना अहित भी कर सकता है । कानून के जानकार कहते हैं कि धाराओं के उल्लंघन पर प्रकरण दर्ज किया जा सकता है लेकिन सार्वजनिक सजा देकर विडियो वायरल करवाना नियम विरुद्ध है । पुलिस और  प्रशासन को यह अधिकार नहीं है ।


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