Tuesday 29 September 2020

Video | Dewas - करोड़ों की मोबाइल डकैती करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 15 करोड़ के ब्रांडेड कंपनी के मोबाइल, 4 ट्रक बरामद | Kosar Express

  • एक दर्जन बदमाश नामजद, मुख्य सरगना सहित 3 गिरफ्तार
  • व्यापारियों को क्यों बचा रही है पुलिस?
  • 15 करोड़ के ब्रांडेड कंपनी के मोबाइल और 4 ट्रक, एक कार, 4 बाइक बरामद
  • महाराष्ट्र का साफ्टवेयर इंजीनियर राम गाड़े है मास्टरमाइंड
  • हाइवे पर ट्रक लूट कर देते थे वारदात को अंजाम
  • दो वारदातें देवास जिले के टोंक खुर्द थाना क्षेत्र में हुई थी
  • देवास और आंध्रप्रदेश पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
  • इंदौर, भोपाल, मुम्बई और पुणे से पुलिस ने की बरामदगी
  • प्रेस वार्ता में देवास पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने किया खुलासा


देवास। देवास और आंध्रप्रदेश पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मोबाइल डकैती करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। इन वारदातों के मास्टरमाइंड सहित गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जबकि एक दर्जन बदमाशों को नामजद किया है। पुलिस ने इंदौर, भोपाल, मुंबई और पुणे के कई स्थानों पर दबिश देकर 15 करोड़ के मोबाइल दो आयशर, दो ट्रक, एक कार और 4 बाइक जप्त की है। इन वारदातों का मास्टरमाइंड महाराष्ट्र का राम गाड़े सॉफ्टवेयर इंजीनयर है, जो मोबाइलों का आईएमइआई नंबर बदलकर मोबाइलों को ठिकाने लगाने का काम करता था। मोबाइल की सप्लाई देश के बड़े शहरों सहित नेपाल और बांग्लादेश तक की जाती थी।



देवास पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शिव दयाल सिंह ने पत्रकार वार्ता में अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए बताया कि आंध्र प्रदेश के चित्तूर और देवास जिले के आगरा रोड हाईवे पर ठाकुर से मोबाइल लूट की घटनाएं हुई थी। जिन्हें लेकर आंध्र प्रदेश की पुलिस करीब 1 महीने पहले देवास आई थी। देवास के कंजरो इन वारदातों में हाथ होने का सुराग लगा था। आंध्र प्रदेश के चित्तूर और देवास पुलिस ने मुखबिरों का जाल बिछाया और टोंक खुर्द तथा धानी घाटी कंजर डेरों पर लगातार दबिश दी गई। करीब 1 महीने की मशक्कत के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंची और वारदात का मुख्य सरगना राम गाड़े निवासी बीड़ पुणे और  धानी घाटी कंजर डेरे का रहने वाला अंकित झाँझा पिता राजाबाबू झाँझा और चिड़ावद निवासी रोहित पिता भूरिया झाला को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर मुंबई, पुणे, इंदौर और भोपाल से ₹15 करोड़ रुपए के एमआई सहित कुछ ब्रांडेड कंपनियों के मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त दो आईसर मिनी ट्रक दो ट्रक एक कार और 4 बाइक भी जप्त की है। पुलिस ने इस मामले में एक दर्जन बदमाशों को नामजद करने में सफलता पाई है। तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद शेष नौ आरोपियों की तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही है।



पूरे मामले का खुलासा देवास पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयाल सिंह ने प्रेस वार्ता में किया और मामले की पूरी जानकारी मीडिया के सामने रखते हुए बताया कि इन वारदातों का मास्टरमाइंड राम गाड़े सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और उसके तार देश के बड़े शहरों सहित नेपाल और बांग्लादेश में भी जुड़े हैं। मामले में पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है इस मामले में और भी कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद जताई गई है। 


पुलिस की इस कार्रवाई में डीएसपी हेड क्वार्टर किरण शर्मा के नेतृत्व में बीएनपी थाना प्रभारी मुकेश इजारदार, विजया गंज मंडी थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह जादौन साइबर सेल आरक्षक शिवप्रताप सिंह सेंगर, उप निरीक्षक कुसुम गोयल, आरक्षक आलोक चंदेल, राकेश गुर्जर, संजय मालवीय, विशाल हाड़ा, सुभाष बोड़ाना, जितेंद्र गोस्वामी, यशवंत सिंह तोमर, शिव कुमार, महेंद्र राव, और सैनिक भगवान सिंह की सराहनीय भूमिका रही। सफलतम कार्रवाई के लिए इस पुलिस टीम को अवार्ड देने की घोषणा भी पुलिस अधीक्षक ने की है।

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