झाबुआ। (रहीम शेरानी मुकेश वसुनिया) झाबुआ राणापुर नगर में यातायात जाम हाेना काेई नई बात नहीं हर दिन ये नजारा देखने काे मिल जाएगा। बाजाराें में भीड़ भाड़ के समय वाहनों के गुत्थम गुत्था हाेना भी आम बात हो गई है। इद दिनों शादी का सीजन चल रहा है एेसे में भीड़ हाेने लगी है। पुलिस थाने से लेकर सुभाष मार्ग, साेनी गली, टेलर गली आदि गलियाें में दो पहिया वाहन चालक यहां वहां वाहन खड़े करके चले जाने से जाम की स्थिति बनी रहती हैं। सोमवार को एक बजे के करीब साेनी गली में टैक्टर कार में गुत्थम गुत्था हाे गई जैसे तैसे कार-टैक्टर निकले। करीब 15 से 20 मिनट हाे गए थे। पीछे दाे पहिया वाहनों की कतारें लगने लग गई थी। दाे पहिया वाहन खड़े कर देने से जाम की स्थिति बनी रही। लाेग पैदल भी मुश्किल से निकल सके। ये नजारा दिनभर देखने को मिल सकता हैं। दुकानदार भी आगे तक दुकान सजा लेते है। इसके बाद वाहन चालक भी दुकानों के आगे वाहन खड़े कर खरीदी करने लग जाते हैं। जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए सबसे पहले पार्किंग की व्यवस्था करना चाहिए।
झाबुआ। (रहीम शेरानी मुकेश वसुनिया) झाबुआ राणापुर नगर में यातायात जाम हाेना काेई नई बात नहीं हर दिन ये नजारा देखने काे मिल जाएगा। बाजाराें में भीड़ भाड़ के समय वाहनों के गुत्थम गुत्था हाेना भी आम बात हो गई है। इद दिनों शादी का सीजन चल रहा है एेसे में भीड़ हाेने लगी है। पुलिस थाने से लेकर सुभाष मार्ग, साेनी गली, टेलर गली आदि गलियाें में दो पहिया वाहन चालक यहां वहां वाहन खड़े करके चले जाने से जाम की स्थिति बनी रहती हैं। सोमवार को एक बजे के करीब साेनी गली में टैक्टर कार में गुत्थम गुत्था हाे गई जैसे तैसे कार-टैक्टर निकले। करीब 15 से 20 मिनट हाे गए थे। पीछे दाे पहिया वाहनों की कतारें लगने लग गई थी। दाे पहिया वाहन खड़े कर देने से जाम की स्थिति बनी रही। लाेग पैदल भी मुश्किल से निकल सके। ये नजारा दिनभर देखने को मिल सकता हैं। दुकानदार भी आगे तक दुकान सजा लेते है। इसके बाद वाहन चालक भी दुकानों के आगे वाहन खड़े कर खरीदी करने लग जाते हैं। जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। यातायात व्यवस्था सुचारु करने के लिए सबसे पहले पार्किंग की व्यवस्था करना चाहिए।
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