उर्स समिति की लापरवाही हुई उजागर
काली मस्जिद परिसर में रुहानी ताकतों से जूड़ें सूफी उर्स में चादर लेकर आए। इस बड़ें आयोजन में कव्वाली, लंगर औंर प्रसाद (तबर्रुक) बांटने में बहुत अव्यवस्थाएं, बदइंतजामी दिखाई दी। उर्स समिति की लापरवाही के कारण बड़ी संख्या में महिलाऐं, बच्चें और अन्य जायरीन पीने के पानी के लिए तरसतें रहें।
महापौर और सभापति के वाहनों ने शवयात्रा का रास्ता रोका
आयोजन में अतिथि बनकर आये महापौर और सभापति अपने वाहन मुक्तिधाम के मुख्यद्वार तक ले आये और द्वार के समाने ही बांधक बनाकर खड़ें कर दियें। इंतजाम देख रहे यातायात पुलिस और पुलिस के जिम्मेदार जहां दो पहिया वाहन अन्दर नही आने दे रहे थें, वही महापौर और सभापति के वाहन षवयात्रा में बाधा साबित हुए।
उर्स समिति की लापरवाही से जायरीनों दर्षनार्थीयों को परेशानी का सामना करना पड़ा
काली मस्जिद दरगाह कमेटी सही इंतजाम करने और करवाने में नाकाम रही। लंगर से लेकर पीने के पानी तक के लिए यहां आये हजारों अकीदतमंद, श्रद्धालु परेषान रहें। आयोजको की लापरवाही ने अच्छें आयोजन को मजाक बना दिया। पीने के पानी के लिए तरसे जायरीन
उर्स समिति की बदइंतजामी का आलम यह रहा कि पीने का पानी खत्म हो जाने के बाद परेषान और मजबूर जायरीन को षौचालय के लिए ष्षौचालय के सामने रखें टैंकर से पानी पीना पड़ा । यह नजारा देखकर सभी ने अतिथि महापौर, सभापति और दरगाह कमेटी को जमकर धिक्कारा। यहां निजी तौर पर प्रसाद तबर्रुक लेकर दोने और कागज की प्लेंटंे वही फैंक देने से अन्नदेव प्रसाद का अपमान भी होता रहा।
कोन कहता है कि शमशान व कब्रस्तान में ..........
आज काली मस्जिद उर्स के दोरान यहा नजारा देखने को मिला कि लोग कहते है कि षमषान व कब्रस्तान में समान नही बिकाता है पर आज तो हर चीज षमषान के रास्ते में बिक रही थी। वही कई महिलाएं चाट का भी आन्नद ले रही थी। रास्ते के दोनो और ही दुकाने साजी हुई थी। क्योकि दोंनो जगह का एक ही रास्ता होने के कारण यहा नजारा देखने को मिला।
दो पहिया वाहन चालको से पुलिस करती रही हुज्जत
आज फिर पुलिस का दोगला व्यवहार देखने को मिला। एक तो पार्किग कि कोई जगह निष्चित नही थी वही बाहर से आये जायरीनों से पुलिस अभ्रद व्यवहार करती नजार आई, दो पुलिस वाले बहुत ही तेष में जायरीनो से हुज्जत करते दिखे।
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