राजस्थान। अशोक गहलोत राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे और सचिन पायलट डिप्टी सीएम के तौर पर पद संभालेंगे। गुरुवार को पूरा दिन चली मैराथन बैठकों के बाद भी कांग्रेस हाईकमान किसी फैसला लेने की स्थिति में नहीं पहुंच सकीं। इससे पहले सचिन पायलट के दमदार तर्कों और गहलोत की दावेदारी के बीच पूरा मामला अटक गया था। आज फिर सुबह से सीएम पद को लेकर मंथन शुरू हो गया था। तकरीबन ढाई घंटे के चली बैठक के बाद इन पर अंतिम मुहर लगी।
गहलोत और सचिन पायलट ने एक साथ प्रेस कांफ्रेंस की। दोनों ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को धन्यवाद दिया। इस दौरान पायलट ने कहा कि 2019 में दिल्ली में कांग्रेस सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा जनता ने जो हमें जिम्मेदारी दी है, उसे पूरा करेंगे। दूसरी ओर गहलोत ने कहा कि हम राजस्थान में सुशासन लाएंगे।
सीएम के नाम की घोषणा में देरी होने के सवाल पर अशोक गहलोत ने कहा, 'निर्णय में देरी नहीं हो रही है। भाजपा झूठ फैला रही है। भाजपा ने यूपी में 7 दिन और महाराष्ट्र में 9 दिन बाद सीएम के नाम की घोषणा की थी। प्रक्रिया में वक्त लगता है, पर्यवेक्षक राज्यों में जाते हैं, मंत्रणा करते हैं। जब भी ऐसा फैसला होता है तो वक्त लगता ही है।'
सचिन कांग्रेस में युवा चेहरों को मौका देने की बात भी याद दिला रहे हैं। सचिन के मुकाबले में डटे रहने की वजह लगभग आधे विधायकों का उनके साथ होना माना जा रहा। पार्टी सूत्रों का दावा है कि सोनिया गांधी भी गहलोत को सीएम बनाने के पक्ष में हैं। तो सचिन समर्थक नेता इस दावे को खारिज कर रहे हैं। सीएम पद पर फंसे इस पेंच का समाधान निकाल गहलोत की राह की बाधा दूर करने के लिए राहुल गांधी आज फिर इन दोनों नेताओं से दूसरे दौर की बैठक की ।
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