बस संचालकों ने बैठक में प्रशासन पर लगाए आरोप
बालाजी ट्रेवल्र्स के बस संचालक विरेन्द्रसिह बैस ने बताया कि अमृत योजना की बसे नए बस स्टैंड से संचालित होने को लेकर निगम आयुक्त विशाल चौहान, डीएसपी यातायात किरण शर्मा, ट्राफिक टीआई सुप्रिया चौधरी और बस संचालकों की बैठक हुई थी। बैठक में प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि इंदौर-देवास और देवास-उज्जैन चलने वाली बसे नए बस स्टैंड से संचालित की जाएगी। अमृत योजना की बसे नए बस स्टैंड से संचालित नहीं करते हुए महात्मा गांधी बस स्टैंड से संचालित की जा रही है। शनिवार को अमृत योजना की इंदौर-देवास की बसे बिना परमिट और टैक्स जमा किए शुरू कर दी। प्रशासन से बसे आचार सहिता लगने को लेकर ताबड़तोड नियम के विरूद्ध शुरू कर दी है। रात को 12 बजे बाद नेट पर परमिट दिखाई दिया। वहीं टैक्स भी रात को 12 बजे बाद जमा हुआ। रविवार को सुबह जो पांईट से बसे संचालित होने का तय हुआ था। उससे हटकर चलाई जा रही है। अमृत योजना के करीब 150 लडके एजेन्टी कर रहे है। अनुबंधित बसे वर्ष 2005 से महात्मा गांधी बस स्टैंड से संचालित हो रही है। अगर प्रशासन सहयोग नहीं करता है तो न्यायालय में जाएगे और चक्काजाम किया जाएगा। बस संचालकों की बैठक में इन बातों के लिए बातचीत की आपसी सहमति तय हुई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.