देवास। आबकारी विभाग में सहायक आबकारी आयुक्त संजीव कुमार दुबे के पदस्थ होने के बाद से अवैध शराब विक्रय पर नकेल कस दी है। आबकारी विभाग लगातार अवैध शराब को लेकर कार्रवाई कर रहा है। इसको लेकर नेता दबाव भी बना रहे है। लेकिन आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर रह है। इसकी को लेकर 20 अक्टूबर को मुखबीर से सूचना मिली की ग्राम नकलन में धर्मेन्द्र पिता नारायण सिंह के मकान में भारी मात्रा में अवैध शराब रखी हुई है। जिस पर आबकारी उपनिरिक्षक निधि शर्मा अपनी टीम के साथ ग्राम नकलन पहुंची और धर्मेन्द्रसिंह पिता नारायणसिंह के मकान में दबिश देकर घर के अंदर रखी 300 क्वाटर देसी शराब तथा 135 क्वाटर देसी मदिरा मसाला के बरामद किए गए। आबकारी ने धर्मेन्द्रसिंह पिता नारायणसिंह को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ धारा 34(1) क एवं 34(2) का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। इसी प्रकार 2 अन्य प्रकरण में रिहायशी मकान से 24 बोतल बियर 49 क्वाटर अंग्रेजी शराब तथा 19 अद्दे देशी शराब प्लेन के बरामद किए गए। आबकारी ने धारा 34(1) के प्रकरण पंजीबद्ध किये गये । साथ ही अन्य 11 स्थानों पर दबिश देकर कुल दर्ज 11 प्रकरणों में से 10 प्रकरण आबकारी 34 (1) के तथा 1 प्रकरण धारा 34(2) पंजीबद्ध करते हुए 502 पाव देशी मदिरा, 38 लीटर हाथ भट्टी मदिरा, 49 पाव विदेशी मदिरा स्प्रीट तथा 24 बोतल बीयर जप्त की गई । 180 किलोग्राम महुआ लहान को जप्त कर मौके पर नष्ट किया गया। कार्रवाई में सहायक जिला आबकारी अधिकारी अनिल कुमार माथुर ,राघवेंद्र सिंह कुशवाह आबकारी, उप निरीक्षक निधि शर्मा, राजकुमारी मंडलोई, शालिनी सिंह, महेश पटेल, आरक्षक विष्णु प्रसाद कलोसिया, राजाराम रैकवार, गोपाल जमीदार, दीपक धुरिया, गजेंद्र चौहान, बालकृष्ण जायसवाल, गुरुदत्त वर्मा, दीपक टटवाडे, सनत कुमार ओझा, नगर सैनिक बाबी सिंह परिहार, अनिल चौहान ,अनिल अकोदिया शामिल थे।
नेताओं की सांठगांठ से बिक रही है अवैध शराब
कांग्रेस और भाजपा नेताओं के सांठगांठ के चलते अवैध शराब का विक्रय हो रहा है। ग्राम नकलन में धर्मेन्द्र सिंह के घर से शराब पकडऩे को लेकर नेताओं ने दबाव बनाया था। लेकिन आबकारी अधिकारियों की दबगंता के चलते नेताओं की दाल नहीं गली। बताया जा रहा है कि नेताओं ने अपने वरिष्ठ आकाओं को भी फोन लगाए लेकिन जब बात नहीं बनी दो उल्टे पांव लौटकर घर आ गए।
अवैध आहतों पर कार्रवाई करने से आखिर क्यों परहेज
आबकारी विभाग जहां एक और अवैध शराब बेचने वालों पर कार्रवाई कर रही है। वहीं शहर में आबकारी विभाग की नाक नीचे अंग्रेजी शासकीय शराब दुकान के पास अवैध अहाता संचालित हो रहा है। इस अहाते पर एक बार कोतवाली पुलिस ने जरूर कार्रवाई की थी लेकिन उसके बाद फिर अहाता आबकारी विभाग के पास संचालित हो रहा है। इस तरह शहर में शराब की दुकानों के पास अवैध अहाते संचालित हो रहे है। जिस पर आबकारी विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। आखिर आबाकरी विभाग इन अवैध अहातों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है। वहीं शासकीय शराब दुकानों पर शराब के मूल्य को लेकर कोई बोर्ड भी नहीं लगा है। जिससे ग्राहकों को शराब की कीमतों के बारे में पता चल सके। इस कारण शराब ठेकेदार ग्राहकों को मनमाने भाव में शराब का विक्रय कर रहे है। इसको लेकर भी आबकारी विभाग कोई कार्रवाई शराब दुकानों पर नहीं कर रहा है।
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