भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस में हिंसक होती जा रही गुटबाजी से तंग आकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने फैसला किया है कि अब वो खुद मप्र चुनाव की कमान अपने हाथ में लेंगे। उनकी टीम डेली रिपोर्ट लेगी। सीएम शिवराज सिंह की जन आशीर्वाद यात्रा का जवाब देने के लिए राहुल गांधी खुद रथयात्रा पर निकलेंगे। यह यात्रा ओंकारेश्वर से शुरू की जाएगी। बता दें कि सीएम शिवराज सिंह ने अपनी यात्रा की शुरूआत महाकलेश्वर से की थी।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के सभी दिग्गज नेताओं को दिल्ली तलब किया था। मीटिंग का मुख्य ऐजेंडा गुटबाजी ही था। दीपक बावरिया पर रीवा में हुए हमले के बाद हालात चिंताजनक हो गए थे। मीटिंग में दिग्विजय सिंह, कमलनाथ, दीपक बावरिया, ज्योतिरादित्य सिंधिया और बावरिया पर समर्थकों के माध्यम से अभद्रता करवाने के आरोपी नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह मौजूद थे। मीटिंग में गुटबाजी के बाद अब तक की स्थिति की समीक्षा की गई और आगे की रणनीति तय की गई।
कमलनाथ ने यात्रा से इंकार कर दिया था
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ ने किसी भी तरह की यात्रा से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि 'हम आशीर्वाद मांगने नहीं जाएंगे, जनता खुद आएगी हमें आशीर्वाद देने के लिए।' अपने बयान की पुष्टि करते हुए कमलनाथ ने पीसीसी के आधिकारिक मीडिया सेंटर से भी लिखित बयान जारी किया था और दोहराया था कि कांग्रेस कोई यात्रा नहीं निकालेगी। इससे पहले कमलनाथ ने अपने खास विधायक एवं कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी के नेतृत्व एक यात्रा निकाली थी। पहले इसे 'पोल खोल' फिर 'जन दर्शन' और अब 'पोल खोल जनदर्शन' यात्रा नाम दिया गया।
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