सोमवार को लाल परेड ग्राउंड पर आयोजित विकास पर्व, किसान महासम्मेलन के साथ शिवपुरी-गुना और गुना-ब्यावरा फोरलेन प्रोजेक्ट के शुभारंभ समारोह में बमोरी विधायक महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने मंच पर हंगामा करने की कोशिश की। वो माइक से कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान करने आगे बढ़ रहे थे कि तभी वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हे काबू किया और धकेलकर मंच से नीचे उतार दिया। घटना के वक्त केंद्रीय भूतल, परिवहन, राजमार्ग एवं जल संसाधन नितिन गडकरी और सीएम शिवराज सिंह चौहान मंच पर मौजूद थे।
कलेक्टर का बयान
कलेक्टर बी विजय दत्ता का कहना था कि हमने सांसद सिंधिया के पीए से बात की थी। उनसे पूछा गया था कि क्या वे इस कार्यक्रम में आ सकेंगे। पीए का कहना था कि सांसद व्यस्तता की वजह से नहीं आ पाएंगे। इसलिए आमंत्रण पत्र में हमने उनका नाम नहीं रखा। न ही शिलापट्टिका में ही नाम रखा गया।
प्रोटोकॉल के मुताबिक नाम होना चाहिए
बमोरी के कांग्रेस विधायक महेंद्र सिसौदिया का कहना था कि यह मामला प्रोटोकाल का था। सांसद आए या नहीं आएं, लेकिन प्रोटोकॉल के मुताबिक उनका नाम होना चाहिए। जब श्री सिंधिया प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजनाओं का लोकार्पण करते हैं तो शिलापट्टिका पर हमेशा स्थानीय विधायक पन्नालाल शाक्य का नाम रहता है। मुझे जिस तरह धकेला, वह लोगों ने भी देखा कि यह सरकार अब तानाशाही पर उतर आई है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम से बमोरी विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया को मंच पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने धक्का-मुक्की कर बाहर किया @ChouhanShivraj @INCMP pic.twitter.com/spHQ2z751H— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) July 23, 2018
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