अधिकारियों का कहना है कि इन्हें बनाने में घटिया क्वॉलिटी के तेल, आटे-मैदा का उपयोग किया जा रहा है
वडोदा. गुजरात के वडोदरा में जिला प्रशासन ने चटपटी और मसालेदार पानीपुरी पर रोक लगा दी है। पानीपुरी को गोलगप्पे, टिकिया और पुचका भी कहा जाता है। जिला प्रशासन ने पानीपुरी बनाने में इस्तेमाल की जा रही घटिया खाद्य सामग्री और उसकी वजह से फैलती बीमारियों के मद्देनजर यह रोक लगाई है। शनिवार को लगातार तीसरे दिन वडोदरा म्युनिसिपल काॅर्पोरेशन के अधिकारियों ने पानीपुरी बेचने वाले लोगों के स्टॉल हटवाए और खाद्य सामग्री को नष्ट कर दिया।
ये कार्रवाई क्यों
गुजरात के वडोदरा में पानीपुरी पर बैन का तीसरा दिन |
ये कार्रवाई क्यों
महानगर पालिका के मेडिकल डिवीजन ने शहर के वारसिया, खोड़ियारनगर और नवायार्ड समेत करीब 45 जगहों पर ये कार्रवाई की। इस दौरान बड़ी मात्रा में मैदे की टिकिया, आलू, तेल और इसे बनाने में इस्तेमाल बाकी चीजों को नष्ट कर दिया। अधिकारियों का कहना है कि पानीपुरी बनाने वाली शहर में कई यूनिटें हैं और रेहड़ी वाले इन्हें यहीं से खरीदकर फिर आमलोगों को बेचते हैं। इन्हें बनाने में घटिया क्वॉलिटी के तेल, आटे-मैदा का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा जिन जगहों पर ये यूनिट हैं वो भी काफी गंदी हैं।
बीमारियों का खतरा ज्यादा
बीमारियों का खतरा ज्यादा
मीडिया रिपोर्ट्स में वीएमसी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि मानसून सीजन के दौरान इस तरह की चीजों से पेट की बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। कुछ मामलों में पीलिया जैसी खतरनाक बीमारी भी सामने आई है। इसके बाद इस सख्त कार्रवाई का फैसला लिया गया। ज्यादातर आम लोगों ने महानगर पालिका के इस फैसले का स्वागत किया है। पानीपुरी का पानी बनाने में एसिड के इस्तेमाल का भी आरोप लगा है।
वहीं गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानानी ने कहा, ‘अन्य शहरों में भी गोलगप्पे की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। हमारी योजना है कि हम राज्यभर में चरणबद्ध तरीके से लागू किया ज जाएगा। ऐसा मौसमी बदलाव के कारण बीमारियों से बचानव के लिए किया जा रहा है।’
प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कई विक्रेताओं के ठिकानों पर छापेमारी कर खराब सामान भी जब्त किया है। बता दें कि मसालेदार पानी के साथ खाए जाने वाले गोलगप्पों को देश में अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे कि पानी पूरी, बताशे, पुचका आदि कहा जाता है।
वहीं गुजरात के स्वास्थ्य राज्यमंत्री कुमार कानानी ने कहा, ‘अन्य शहरों में भी गोलगप्पे की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। हमारी योजना है कि हम राज्यभर में चरणबद्ध तरीके से लागू किया ज जाएगा। ऐसा मौसमी बदलाव के कारण बीमारियों से बचानव के लिए किया जा रहा है।’
प्रशासन ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए कई विक्रेताओं के ठिकानों पर छापेमारी कर खराब सामान भी जब्त किया है। बता दें कि मसालेदार पानी के साथ खाए जाने वाले गोलगप्पों को देश में अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे कि पानी पूरी, बताशे, पुचका आदि कहा जाता है।
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