लखनऊ। बुधवार को फिर उत्तरप्रदेश में मौत की तूफानी बारिश दर्ज की गई। इस जानलेवा बारिश में 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 14 घायल हैं। इस हादसे में कितने लोग लापता हुए अभी पता नहीं चल पाया है। मृत्यु और घायलों के आंकड़े केवल वहीं हैं जो इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में आए। प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि इटावा में चार, मथुरा में तीन, आगरा में एक व्यक्ति, कानपुर में एक, अलीगढ़ में एक और फिरोजपुर जिले में एक की मौत की खबर है। अवस्थी ने बताया कि आगरा के एतमादपुर में मकान पर पेड़ गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई है। हाथरस में आकाशीय बिजली गिरने से 15 वर्ष के एक किशोर की मौत हो गई। घटना हाथरस जंक्शन थानाक्षेत्र के मोहब्बतपुरा गांव की है।
अवस्थी ने बताया कि प्रभावित जिलों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रभावित लोगों तक तत्काल या कल सुबह तक राहत पहुंचायें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आगरा, अलीगढ़, मथुरा और फिरोजाबाद सहित प्रभावित जिलों में आंधी तूफान से हुए नुकसान का आकलन करें और प्रभावित लोगों तक तत्काल मदद पहुंचाएं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से कहा है कि वे नुकसान का आकलन कर प्रभावित लोगों को मुआवजा प्रदान करें। साथ ही आगाह किया कि इस कार्य में किसी तरह की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
यूपीः मौसम के कारण एक सप्ताह में 70 से ज्यादा मौतें
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह राज्य के कई हिस्सों में आए आंधी तूफान में 70 से अधिक जानें गई थीं। उधर, मंगलवार को उत्तर भारत के कई भागों में आंधी आई और गरज के साथ बारिश हुई। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में कम से कम सौ मवेशियों की मौत हो गई थी। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में पेड़ उखड़ गए थे तथा घरों की छतें उड़ गईं थीं। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कई भागों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। इसके साथ ही मौसम विभाग ने बुधवार को और खराब मौसम का पूर्वानुमान लगाया था।
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