Wednesday 11 April 2018

राहुल के उपवास की तरह न हो जाए उपहास, बीजेपी ने सांसदों के लिए तय किए नियम

पीएम नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

दलितों के समर्थन में किए गए कांग्रेस पार्टी के उपवास की तरह किसी भी उपहास से बचने के लिए बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए कड़े नियम कायदे तय किए हैं, ताकि सामाजिक, राजनीतिक और संसद में विपक्ष के गतिरोध के खिलाफ होने वाले इस उपवास कार्यक्रम में किसी भी तरह की शर्मिंदगी से बचा जा सके.

बता दें कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने राजघाट पर दलितों के समर्थन में उपवास किया था, लेकिन कांग्रेस के कई नेता रेस्टोरेंट में छोले भूटरे खाते हुए देखे गए और उनकी तस्वीरों की सोशल मीडिया पर बाढ़ आ गई.

संसद का बजट सत्र बर्बाद होने के खिलाफ बीजेपी सांसदों के एक दिन के उपवास के लिए पार्टी ने कड़े नियम तय किए हैं. बीजेपी का आरोप है कि विपक्ष के चलते संसद का बजट सत्र पूरी बर्बाद हो गया. बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने अपने पार्टी नेताओं को सार्वजनिक जगहों पर खाने से बचने या खाते हुए कैमरे की जद में आने से बचने की सलाह दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अप्रैल को एक दिन के उपवास की घोषणा की है.

कांग्रेस नेताओं अजय माकन, अरविंदर सिंह लवली, हारुन युसुफ के पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के सोमवार के उपवास में साथ बैठने से पहले छोले भटूरे खाने की तस्वीर वायरल हो गई थी. इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस के उपवास को राजनीतिक तमाशा करार दिया.

बजट सत्र के आखिरी दिन नरेंद्र मोदी ने इस उपवास की घोषणा की थी, जिसमें बीजेपी के सभी सांसद कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों की ओर से संसद में गतिरोध पैदा करने के खिलाफ एक दिन का उपवास रखेंगे.

आमरण अनशन पर बैंठेंगे दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी

दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट मनोज तिवारी ने 12 अप्रैल से आमरण अनशन की घोषणा की है. तिवारी की मांग है कि आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए फंड जारी करे. इसी मांग को लेकर तिवारी आमरण अनशन पर बैठेंगे.

दिल्ली से बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी और डॉक्टर हर्षवर्धन ने पार्टी कार्यकर्ताओं को सार्वजनिक जगहों पर खाने और कैमरे की जद में आने से बचने की सलाह दी है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि उपवास स्थल के पास रेहड़ी खोमचे लगाने वालों को फटकने न दें.

सूत्रों के मुताबिक पार्टी किसी भी तरह की शर्मिंदगी नहीं उठाना चाहती है. मंगलवार को कई बीजेपी नेताओं ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की और 12 अप्रैल के उपवास के लिए रणनीति बनाई.

दिल्ली के पसंदीदा फूड स्पॉट्स में से एक है चांदनी चैक

बैठक में उपस्थिति एक बीजेपी नेता ने मेल टुडे से कहा कि डॉक्टर हर्षवर्धन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने को कहा है ताकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस को बीजेपी को टारगेट करने का मौका ना मिले. हर्षवर्धन चांदनी चैक लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं, जोकि दिल्ली के पसंदीदा फूड स्पॉट्स में से एक है.

नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने अपने क्षेत्र के सभी निवासियों से उपवास में शामिल होने की अपील की है. उनका कहना है कि जो भी लोग ये मानते हैं कि संसद की कार्यवाही बाधित करके कांग्रेस लोकतंत्र का गला घोंट रही है, तो वे उपवास में शामिल हो सकते हैं.

यही नहीं उन्होंने अपने क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या को दुरुस्त करने के लिए फंड रिलीज के लिए केजरीवाल सरकार पर दबाव बनाने की खातिर भी लोगों से उपवास में शामिल होने की अपील की है.

नरेंद्र मोदी रखेंगे उपवास, कर्नाटक में हुबली में होंगे अमित शाह

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल में आयोजित बजट सत्र में कांग्रेस सहित विपक्ष की ‘‘अलोकतांत्रिक’’ क्रियाकलापों के कारण संसद की कार्यवाही नहीं चलने के विरोध में गुरुवार (12 अप्रैल ) को एकदिवसीय उपवास करेंगे. वहीं, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह उसी दिन चुनावी राज्य कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे.

सूत्रों के अनुसार, पार्टी 11 अप्रैल को पिछड़ी जाति के समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की जयंती को समता दिवस के रूप में मनाएगी. इस दिन मोदी सांसदों को संबोधित करेंगे और उनमें से कुछ से मिलेंगे.

एक वक्तव्य में बीजेपी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस के ‘‘अलोकतांत्रिक और विकास विरोधी चेहरे को उजागर करने के लिये’’ पार्टी सांसदों के साथ 12 अप्रैल को उपवास रखेंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने बजट सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही बाधित की.

बीजेपी सांसदों को शुक्रवार को संबोधित करते हुए मोदी ने विपक्ष और खासतौर पर कांग्रेस पर विभाजनकारी राजनीति करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि संसद में गतिरोध के विरोध में बीजेपी सांसद 12 अप्रैल को उपवास रखेंगे.

सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए कांग्रेस ने किया था उपवास

कांग्रेस ने बीजेपी के कार्यक्रम से पहले ही देश में सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिये नौ अप्रैल को पार्टी सदस्यों के एक दिन का उपवास करने की घोषणा की थी. बीजेपी के सभी सांसद 12 अप्रैल को अपने - अपने संसदीय क्षेत्रों में उपवास रखेंगे. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह उसी दिन कर्नाटक के हुबली में धरना देंगे.

सूत्रों ने बताया कि उपवास रखने के दौरान मोदी लोगों और अधिकारियों से मिलने और फाइलों को मंजूरी देने के अपने दैनिक नियमित आधिकारिक कामकाज में कोई बदलाव नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुसार, बीजेपी सांसद 14 अप्रैल को दलित नेता भीमराव अंबेडकर की जयन्ती के मौके पर कार्यक्रम भी आयोजित करेंगे.

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