बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में इमारत शरिया और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने संयुक्त रूप से इस्लाम और राष्ट्र को खतरे में बताते हुए सड़क पर उतरने का ऐलान किया है. रविवार को गांधी मैदान में इस रैली में लाखों मुसलमानों के पहुंचने की उम्मीद जताई गई है. इस रैली को 'दीन (धर्म) बचाओ, देश बचाओ' नाम दिया गया है.
हालिया वर्षों में शायद ऐसा पहली बार होने जा रहा है, जब लाखों की संख्या में मुसलमान दीन बचाने, देश बचाने के नाम पर सड़क पर होंगे. बता दें कि तीन तलाक को लेकर देश भर में प्रदर्शन करने के बाद एआईएमपीएलबी और इमारत शरिया देश में कानून व्यवस्था की स्थिति, संविधान और इस्लाम पर खतरे के मुद्दे पर काफी आक्रामक है और इसी को रैली में उठाने की तैयारी है.
इमारत शरिया 1921 में बिहार, झारखंड, ओडिशा के मुस्लिमों को शरिया के तहत आने वाले मुद्दों को समझाने के लिए बनाई गई थी.
'देश पर मंडरा रहा है खतरा'
बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने कहा कि 'हमने चार साल इंतजार किया, यह सोचकर कि बीजेपी संविधान के तहत देश चलाना सीख लेगी. मुसलमानों के पर्सनल लॉ पर हमला हो रहा है. हमें अपने लोगों और देशवासियों को बताना पड़ रहा है कि देश के साथ-साथ इस्लाम पर भी खतरा है.'
हालांकि इमारत शरिया ने रैली को किसी राजनीतिक पार्टी के समर्थन प्राप्त होने की बात को खारिज किया है.
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.