सोमवार, 23 अप्रैल 2018

आधा दर्जन से ज्यादा सांसदों की नजर शिवराज-4 में मंत्री पद पर,


भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चैहान मध्यप्रदेश में चैथी बार सरकार बना पाएंगे या नहीं यह तो भविष्य ही बताएगा परंतु यदि बन गई तो मंत्रीमंडल का स्वरूप कैसा होगा यह सरकार बनने से पहले ही चिंता का सबब बन गया है। मप्र में आधा दर्जन से ज्यादा सांसद इस बार विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि वो वरिष्ठता के आधार पर अपने लिए मप्र में मंत्रीपद आरक्षित देख रहे हैं। इनमें से कई खुलकर अपनी बात कह चुके हैं तो कई दबी जुबान से संगठन को अपनी मंशा से अवगत करा चुके हैं।

इन सांसदों की विधानसभा लड़ने में रुचि

फग्गन सिंह कुलस्तेः 
मंडला से पांच बार सांसद और केन्द्र सरकार में मंत्री रहे फग्गन सिंह कुलस्ते ने पिछले दिनों पत्रकारों से खुलकर कहा कि वे अगली बार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।

राव उदय प्रताप सिंहः 
होशंगाबाद-हरदा से सांसद राव उदय प्रताप सिंह इस बार वे सिवनी-मालवा से विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक बताए जा रहे हैं। यह सीट अब तक सरताज सिंह के पास थी। 

मनोहर ऊंटवालः 
देवास से सांसद हैं। पार्टी के प्रदेश महामंत्री ऊंटवाल अब फिर से आगर से ही विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। वे इस समय पूरा ध्यान आगर मालवा पर दे रहे हैं। वर्तमान में इस सीट से मुरलीधर पाटीदार विधायक हैं। 

जनार्दन मिश्राः 
रीवा के सांसद जर्नादन मिश्रा की नजर सेमरिया सीट पर है। यहां से नीलम मिश्रा विधायक हैं। मिश्रा से उनकी अदावत की वजह यही बताई जा रही है।

अनूप मिश्राः 
पिछली बार भितरवार से विधानसभा चुनाव हारने पर पार्टी ने मुरैना लोकसभा से प्रत्याशी बनाया था। उनका मन सांसदी में नहीं लग रहा है। वे इस बार फिर भितरवार से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

आलोक संजरः 
पार्टी लाइन पर चलने वाले संजर का नाम पिछले बार मध्य विस से चला था तब उन्होंने खुद चुनाव लड़ने से मना किया था। इस बार फिर पार्टी उनके बारे में फैसला कर सकती है।

नंदकुमार सिंह चैहानः 
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और खंडवा से सांसद नंदकुमार सिंह चैहान इस बार मांधाता सीट से चुनाव लड़ने का मन बना रहे हैं। सूत्रों की माने तो उन्होंने हाल ही में इस क्षेत्र का दौरा चार्ट भी बनवाया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.