Tuesday 24 October 2023

गायत्री राजे VS प्रदीप चौधरी: 33 सालों से देवास विधानसभा पर भाजपा का कब्जा, भाजपा के गढ़ में कांग्रेस ने प्रदीप चौधरी को उतारा | Kosar Express

 


भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टी ने जिले की सभी पांचों विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। भाजपा का गढ़ कहे जाने वाली देवास विधानसभा से कांग्रेस ने प्रदीप चौधरी को भाजपा से दो बार की विधायक गायत्री राजे पवार के सामने मैदान में उतारा है। देवास विधानसभा से भाजपा के टिकट को लेकर जैसी उम्मीद की जा रही थी ठीक वैसे ही भाजपा ने दो बार की विधायक गायत्री राजे को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस के टिकट की बात की जाए थे इस रेस में कई नाम शामिल थे। मंथन के चलते आखिरकार कांग्रेस से प्रदीप चौधरी का टिकट फाइनल हुआ।


33 सालों से है भाजपा कब्जा

गायत्री राजे पवार देवास विधानसभा की मौजूदा विधायक और देवास के राजघराने से आतीं हैं। पति पूर्व मंत्री तुकोजीराव पवार के निधन के बाद 2015 के उपचुनाव में जीतीं। 2018 के चुनाव कांग्रेस के जयसिंह ठाकुर को 27 हजार वोटों से हराकर दोबारा विधायक बनीं। देवास को भाजपा का गढ़ माना जाता है। करीब 33 सालों से देवास विधानसभा भाजपा के कब्जे में है। राजपरिवार यहां से जीतता आया है। अब उनके सामने कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार के रूप में टिकट देकर प्रदीप चौधरी को मैदान में उतारा है।


गायत्री राजे VS प्रदीप चौधरी

गायत्री राजे पवार भाजपा का गढ़ कहे जाने वाली देवास विधानसभा की मौजूदा विधायक हैं और लगातार दो बार से वो विधानसभा का चुनाव जीततें आईं हैं। बात की जाए कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी की तो वो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहें हैं। और देवास विधानसभा के भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी दोनों का मुकाबला भी पहली बार हो रहा है।


कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी की बात की जाए तो कांग्रेस ने भरोसा जताकर भाजपा का गढ़ कहे जाने वाले देवास से गायत्री राजे पवार के सामने उन्हें मैदान में उतारा है। 12वी तक पढ़े प्रदीप छात्र राजनीति से ही सामाजिक और धार्मिक कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। कुछ दिनों पहले विहंगम कावड़ यात्रा निकालकर सुर्खियां बटोरी थी।


टिकट मिलने का कारण

प्रदेश कांग्रेस में महामंत्री रहे, पार्षद बनकर एमआईसी सदस्य भी रहे। सिद्धि विनायक भक्त मंडल के संयोजक, अब तक की सब से बड़ी और विहंगम कावड़ यात्रा निकाल कर देवास में अलग पहचान बनाई। प्रदीप चौधरी के दादाजी स्व. रतनलाल चौधरी ने कांग्रेस पार्टी  के टिकट पर साल 1998 में विधानसभा का चुनाव लड़ा था। जिसमें स्व. तुकोजीराव पवार से 5 हजार वोटों से कम अंतर से हार हुई थी। जो देवास विधानसभा में सबसे छोटे अंतर की हार थी। नगर निगम के सभापति भी रहे। क्षेत्र में काफी लंबे समय से सक्रिय, देवास विधानसभा से टिकट के मुख्य दावेदार थे।


मतदाताओं की संख्या

कुल मतदाता - 2 लाख 81 हजार से ज्यादा

पुरुष मतदाता - 1 लाख 42 हजार 

महिला मतदाता - 1 लाख 39 हजार

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