देवास। कांग्रेस ने देवास जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर नाम घोषित किए हैं। इनमें से एक मौजूदा विधायक हैं जबकि तीन हारी हुई सीटों पर नए चेहरे उतारे हैं। एक सीट पर उपचुनाव में हारे हुए प्रत्याशी को दोबारा मौका दिया है। बागली सीट पर भाजपा ने अभी अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
देवास
प्रदीप चौधरी: प्रदेश कांग्रेस में महामंत्री रहे, कई बार के पार्षद, एमआईसी सदस्य, सिद्धि विनायक भक्त मंडल के संयोजक, अब तक की सब से बड़ी कावड़ यात्रा निकाल कर देवास में अलग पहचान बनाई। प्रदीप चौधरी के दादा रतनलाल चौधरी विधानसभा का चुनाव काफी कम वोटों से हारे थे। क्षेत्र में काफी लंबे समय से सक्रिय, देवास से टिकट के मुख्य दावेदार थे।
सोनकच्छ
सज्जन सिंह वर्मा: मौजूदा विधायक, 1985, 1998, 2003, 2008 और 2018 के चुनाव में जीत हासिल की, दो बार कांग्रेस सरकार में मंत्री, 2009 में देवास-शाजापुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद, क्षेत्र में कांग्रेस के लिए एक मात्र चेहरा।
हाटपिपलिया
राजवीर सिंह बघेल: पिछला उपचुनाव हारे, पिता तीन बार विधायक रहे, राजनीतिक पृष्ठ भूमि मजबूत, क्षेत्र में काफी प्रभाव रखने वाला परिवार
खातेगांव
दीपक जोशी: भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए, भाजपा सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे, हाटपिपलिया से विधायक रहे, पिता मुख्यमंत्री रहे, हाटपिपलिया, बागली, खातेगांव में अच्छी पकड़
बागली
गोपाल भोंसले: पुलिस विभाग में कार्यरत थे, नेमावर कांड के बाद इस्तीफा दिया। उसके बाद कांग्रेस से जुड़े। कोरकू समाज जागो और जगाओ जनजागृति अभियान के प्रमुख हैं। पार्टी के पास कोई और विकल्प नहीं।
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