- जम्मू कश्मीर में सेवा दे रहे सैनिक की पत्नी व नवजात की देवास जिला अस्पताल में मौत
- वंदना पति अरविंद निवासी देवली-छापरी की दोपहर 12 बजे बाद हुई थी डिलीवरी के बाद मौत
- जिनकी मौत के बाद शव लेने के लिए शाम 6 बजे तक परेशान होते रहे परिजन
- पोस्टमार्टम कक्ष में परिजनों ने किया जमकर हंगामा
- परिजनों का आरोप पंचनामा बनाने व पुलिस की लापरवाही के कारण 5 घण्टे तक नहीं हुआ पीएम
देवास जिला अस्पताल में तब जमकर हंगामा हो गया जब एक महिला और नवजात की मौत के बाद भी शाम 6:00 बजे तक परिजनों को उनका शव नहीं सौंपा गया।
दरअसल जम्मू कश्मीर में ड्यूटीरत अरविंद अभय की पत्नी वंदना उम्र 24 वर्ष देवास जिले के ग्राम देवली-छापरी की रहने वाली है जो डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लायी गयी थी। आज सुबह 12 बजे बाद नवजात के जन्म पर नवजात व महिला दोनों की मौत हो गयी। मौत होने के बाद परिजन शव के लिए घंटो तक इन्तेजार करते रहे। जहां पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर दोनों के शव लिए परिजनों को करीबन 5 घण्टे खड़ा रहना पड़ गया। पोस्टमार्टम में देरी के चलते पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर परिजनों ने जमकर हंगामा किया। जिन्होंने पोस्टमार्टम ना करने व पंचनामा ना बनाये जाने के लिए तहसीलदार पुलिस पर देरी के आरोप लगाए।
सैनिक के चाचा ने आरोप लगाते हुए समय पर पंचनामा ना बनाये जाने व पोस्टमार्टम में देरी के आरोप लागये जिन्होंने कहा कि कई घंटों से हम यहां इन्तेजार कर रहे है। पुलिस बोल रही है डॉक्टर आएगा, डॉक्टर बोल रहा है तहसीलदार आएगा व तहसीलदार बोल रहे पोस्टमार्टम करने वाले आएंगे। ये क्या है? पेशंट की डेथ कैसे हुई पहले ये इसकी जानकारी लेनी चाहिए। क्योंकि बिल्कुल स्वस्थ पेशंट था रात में उसको स्वस्थ भर्ती करवाया गया था। इनका पति देश की सेवा कर रहा है जो जम्मू कश्मीर के बारामुला में ड्यूटीरत है।
इधर तहसीलदार शिवानी श्रीवास्तव ने बताया कि वंदना पति अरविंद एक नवविवाहित महिला है जिनकी उम्र 24 वर्ष बताई जा रही है उनका पंचनामा बनाने के लिए मुझे फ़ोन आया था जिनका पंचनामा बनाने के लिए मैं यहां आयी थी। देरी के आरोप में तहसीलदार ने बोला कि उन्हें मुश्किल से 5 से 10 मिनट पहले ही पंचनामा बनाने के लिए फोन आया।
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