देवास। शहर में मुस्लिम समाज के जिम्मेदारों और मुहर्रम कमेटियों के मुखियाओं द्वारा प्रशासन- पुलिस को भरपूर सहयोग करने के बावजूद, मुहर्रम के आयोजन प्रशासनिक-पुलिस गाइड लाईन के अनुसार ही करने पर भी प्रशासन पुलिस से सहयोग नहीं मिल रहा है। मुस्लिम समाज से जुड़े कुछ जागरूक नागरिकों ने बताया कि भीड़ वाले आयोजन निरस्ती के बाद रात में खास जगह रखे गये ताजियों के दर्शन (जियारत) करना भी प्रतिबंधित किया जा रहा है। मुस्लिम महिलाएं रात में ही घर के काम से फ्री होकर दर्शन (जियारत) करने आती हैं। स्थानीय पुलिस द्वारा 10 बजे के बाद दर्शनों पर रोक लगाना आस्था और अकीदत पर नाजायज अंकुश बताया जा रहा है। जनता इसे प्रशासन की मनमानी और पक्षपात कह रही है। मुहर्रम कमेटी और आयोजन से जुड़े जिम्मेदार भी पुलिस के इस प्रतिबंध से नाराज दिखाई दे रहे है। जनता का कहना है दर्शन (जियारत) की छूट 12 बजे तक होनी चाहिए। इसलिए कि कम संख्या में महिलाएं और अन्य निरंतर दर्शन कर जाते रहे। अभी 10 बजते ही पुलिस दर्शन करने से रोकने लगती है। गाइडलाईन का पालन करते हुए दर्शन करना नियमों के विरुद्ध नहीं है। प्रशासन पुलिस के जिम्मेदारों को जनता की श्रद्धा का सम्मान करते हुए दर्शन की छूट 12 बजे करनी चाहिए। यही कहना है की जनता और जिम्मेदारों का। इस संबंध में कलेक्टर महोदय से बात करना चाही तो कलेक्टर महोदय से बात नही हो पाई।
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