- आरोपी जंगल में वन्य प्राणियों का शिकार करने के लिए हथियार लेकर घूमते थे
- घटना में प्रयुक्त हथियार, कारतूस व बरामद, हिरण व सांभर के सिंग किए आरोपियों से जब्त
देवास। तीन दिनों पूर्व 4 व 5 फरवरी के दरमियान जिले के पुंजापुरा क्षेत्र में रतनपुर के जंगल में वनरक्षक का खून से लतपथ शव मिला था। असल में हुआ यह था की वनरक्षक मदनलाल वर्मा बीट का भ्रमण करने के लिए जंगल की और गए थे। जहां से वह पुन: बीट मुख्यालय पर वापस नहीं लौटे थे, इस बात की सूचना मिलते ही उदयनगर थाना प्रभारी टीम के साथ रतनपुर के जंगल में पहुंचे जहां आसपास के क्षेत्र में तलाश किया तो उस दौरान भूरिया तालाब के पास एक शव व बाइक मिली, जिसकी शिनाख्त की तो पता चला की उक्त शव वनरक्षक मदनलाल वर्मा है जो पुंजापुरा रेंज में पदस्थ है। जिसके बाद वनरक्षक का एक विडियो भी वायरल हुआ जिसमें यह दिखाई दिया था की वह किन्हीं लोगों का पीछा कर रहे हैं और अचानक से उन पर गोलीयों से फायर होता है और वहीं उनकी मौत हो जाती है। उक्त विडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने मामले को लेकर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध उदयनगर थाने में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपियों को तलाशने के लिए चार विशेष टीमों का गठन किया था, जिसके चलते मुखबिर की सूचना के आधार पर जंगल में छुपे दो आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा था। वहीं घटना में दो आरोपी मौके से फरार हो गए थे। इन आरोपियों के पास से हथियार व वन्य प्राणियों के सिंग भी मिले हैं जिन्हें जब्त कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक डॉ शिव दयाल सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया कि 4-5 फरवरी को सूचना मिली की रतनपुर के घने जंगल में वनरक्षक मदनलाल वर्मा बीट भ्रमण हेतु गये थे जो अभी तक अपने बीट मुख्यालय वापस नहीं पहुंचे है। उक्त सूचना थाना प्रभारी उदयनगर को प्राप्त हुई। सूचना मिलने के उपरांत ही थाना प्रभारी अपनी टीम को लेकर रतनपुर जंगल में पहुंचे एवं आसपास के जंगलो में सर्च किया गया सर्च के दौरान भूरिया तालाब के पास एक शव एवं मोटरसाइकिल मिली शव की पहचान के उपरांत पता चला की उक्त शव वनआरक्षक मदनलाल वर्मा जो कि वनरक्षक के पद पर पुंजापुरा रेंज की रतनपुर बीट में पदस्थ है। थाना प्रभारी उदयनगर राजाराम वास्कले द्वारा इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। अज्ञात आरोपी के विरुद्ध थाना उदयनगर में अपराध क्रमांक 32/2021 धारा 302, 353, 186, 333, 34 भादवि एवं 2/52 वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम का कायम कर विवेचना में लिया गया। तत्काल अज्ञात आरोपियों की पतारसी हेतु चार विशेष टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा मुखबिर सूचना व तकनीकी साक्ष्यों के माध्यम से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर वनरक्षक सनसनीखेज हत्या का खुलासा किया उक्त दोनों आरोपी छोटी तलाई के पास जंगली जानवरो का शिकार करने के लिए हथियार लेकर आये हुए थे जिन्हें वनरक्षक बीट भ्रमण के दौरान देख लिया और पकडऩे के लिए बाइक से पीछा किया तो आरोपी मोहन द्वारा भारमार बंदूक से फायर कर वनरक्षक की हत्या की गई। उपरोक्त अतिरिक्त दो अन्य आरोपी भी इस घटनाक्रम में शामिल थे, जो फरार है। पुलिस अधीक्षक ने बताया की आरोपी वन्य प्राणियों का शिकार करने की नियत से अक्सर जंगलो में हथियार लेकर घुमते रहते थे, जिन्होनें उक्त वारदात को अंजाम दिया था।
यह सामाग्री हुई आरोपियों से जब्त
आरोपियों के पास से एक भरमार बंदूक, तीन छर्रे, गोलीनुमा लोहे के 4 बडे छर्रे, गोलीनुमा लोहे के 5 छोटे, 5 ग्राम बारूद 1 सांभर का सिंग, 1 हिरण का सिंग बैटरी की लेड 7 टुकडे, रेतड़ी लोहे की, परक्यूशन केप आरोपियों के पास से पुलिस ने जब्त किए थे।
यह हैं चार आरोपी दो गिरफ्त में, दो फरार
पुलिस अधीक्षक ने बताया की वारदात को अंजाम देने में चार आरोपी थे जिनमें दो आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा है जिनमें मोहन पिता रायसिंह वास्केल जाति भिलाला उम्र 40 साल निवासी कटुक्या पीपरी थाना उदयनगर, गुलाब पिता मल्ला रावत जाति भिलाला उम्र 60 साल निवासी कटुक्या पीपरी थाना उदयनगर है। वहीं दो आरोपी फरार है जिनमें ध्यानसिंह पिता रामसिंह जाति भिलाला निवासी कटुक्या पीपरी थाना उदयनगर, दीपसिंग पिता रामसिंह जाति भिलाला नि.कटुक्या पीपरी थाना उदयनगर है।
इनका रहा सराहनीय कार्य
वारदात में आरोपियों को पकडऩे के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (कन्नौद) सूर्यकांत शर्मा के नेतत्व में अनुविभागीय अधिकारी राकेश व्यास एवं थाना प्रभारी उदयनगर राजाराम वास्कले तथा थाना उदयनगर की टीम द्वारा उक्त अंधेकत्ल को अल्प समय अवधि में सुझलाने में सराहनीय योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक द्वारा नगद पुरस्कार से पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।
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