देवास/सोनकच्छ। लॉक डाउन में देश मे सभी दुकानें बंद है वही सोनकच्छ थाना अंतर्गत ब्लैकर को पुलिस ने बैलगाड़ी से देशी शराब का परिवहन करते हुए पकड़ा। शराब माफिया ने बैलगाड़ी का अलग तरीका अपनाया लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए। थाना प्रभारी उपेंद्र छारी ने बताया कि बैलगाड़ी से राजपाल सिंह पिता बजे सिंह सेंधवा 20 वर्ष निवासी ग्राम मुण्डलाना नामक युवक रात में बैलगाड़ी से देशी शराब ले जा रहा था। उसके पास से पुलिस ने कुल 28 पेटी देशी शराब जब्त की है। साथ ही धारा 34(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इतनी बड़ी मात्रा में शराब का पकड़ा जाना आबकारी विभाग की कार्य प्रणालीपर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। जब पुलिस इतनी मात्रा में शराब पकड़कर कार्यवाही कर रही है तो आबकारी विभाग लहान जब्त कर वाहवाही करने में ही खुश है। बहरहाल देखने वाली बात होगी कि लॉक डाउन में बिक रही अवैध शराब का यह सिलसिला कैसे रुकेगा या फिर लॉक डाउन के बाद समाप्त होने और देवास में दुकानें शुरू होने के बाद ही यह सिलसिला समाप्त होगा । शराब के जखीरे को पकड़ने मे टीआई उपेंद्र छारी, आरक्षक विकास राजावत, सुधीर राजावत, लक्ष्मण सिंह बघेल, उमेश सिंह और सैनिक सुनील परमार की मुख्य भूमिका रही।
देवास/सोनकच्छ। लॉक डाउन में देश मे सभी दुकानें बंद है वही सोनकच्छ थाना अंतर्गत ब्लैकर को पुलिस ने बैलगाड़ी से देशी शराब का परिवहन करते हुए पकड़ा। शराब माफिया ने बैलगाड़ी का अलग तरीका अपनाया लेकिन पुलिस के हत्थे चढ़ गए। थाना प्रभारी उपेंद्र छारी ने बताया कि बैलगाड़ी से राजपाल सिंह पिता बजे सिंह सेंधवा 20 वर्ष निवासी ग्राम मुण्डलाना नामक युवक रात में बैलगाड़ी से देशी शराब ले जा रहा था। उसके पास से पुलिस ने कुल 28 पेटी देशी शराब जब्त की है। साथ ही धारा 34(2) के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। इतनी बड़ी मात्रा में शराब का पकड़ा जाना आबकारी विभाग की कार्य प्रणालीपर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। जब पुलिस इतनी मात्रा में शराब पकड़कर कार्यवाही कर रही है तो आबकारी विभाग लहान जब्त कर वाहवाही करने में ही खुश है। बहरहाल देखने वाली बात होगी कि लॉक डाउन में बिक रही अवैध शराब का यह सिलसिला कैसे रुकेगा या फिर लॉक डाउन के बाद समाप्त होने और देवास में दुकानें शुरू होने के बाद ही यह सिलसिला समाप्त होगा । शराब के जखीरे को पकड़ने मे टीआई उपेंद्र छारी, आरक्षक विकास राजावत, सुधीर राजावत, लक्ष्मण सिंह बघेल, उमेश सिंह और सैनिक सुनील परमार की मुख्य भूमिका रही।
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