देवास। कोर्ट में नेशनल लोक अदालत के दौरान एक अनूठे विवाह का नजारा चर्चा का विषय बना। दुल्हा कोर्ट में घोडी पर बैठकर अपनी दुल्हन को लेने आया। इस नजारा को देखकर लोग चर्चा करने लगे की कोर्ट में भी शादी का आयोजन होने लगा है क्या। तब पता चला कि दो वर्ष से अलग रह रहे पति और पत्नी को कुटुब न्यायालय ने समाईश देकर मिलवाया है। पहले दोनों का विवाह सम्मेलन में हुआ था। इस वजह से दुल्हा घोड़ी पर बैठ नहीं पाया था। इस कारण दुल्हा घोड़ी पर बैठकर आया । दुल्हन के साथ बराती भी आए और ढोल-ढमाके के साथ ही आतिशबाजी भी कोर्ट परिसर में की गई। जिसके बाद न्यायालय में दोनों पति और पत्नी ने एक दूसरे को वर-माला पहनाई और एक दूसरे का मुंह भी मीठा कराया। दुल्हा और दुल्हन पक्ष के लोगों के चहरे पर खुशी नजर आई। इस अनूठे विवाह के साक्षी खुद न्यायाधीश और वकील बने। वहीं दुल्हे की माता ने अपनी बहु को नई साड़ी और गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। जिसके बाद दुल्हा अपनी दुल्हन को कोर्ट से लेकर गया। इस अनूठे विवाह को देखने के लिए बड़ी संख्या में वकिलों के साथ जनता भी सहभागी बनी। पति और पत्नी फिर से मिलवाने वाले जग गंगाचरण दुबे ने पहले भी 17 सालों से अलग रहे रहे पति और पत्नी को कुछ दिनों पहले मिलवाया था। जिसमें बैंक नोट प्रेस से रिटायर कर्मचारी और उनकी पत्नी को सेव की सब्जी बनाकर खिलावकर मिलन करवाया था।
देवास। कोर्ट में नेशनल लोक अदालत के दौरान एक अनूठे विवाह का नजारा चर्चा का विषय बना। दुल्हा कोर्ट में घोडी पर बैठकर अपनी दुल्हन को लेने आया। इस नजारा को देखकर लोग चर्चा करने लगे की कोर्ट में भी शादी का आयोजन होने लगा है क्या। तब पता चला कि दो वर्ष से अलग रह रहे पति और पत्नी को कुटुब न्यायालय ने समाईश देकर मिलवाया है। पहले दोनों का विवाह सम्मेलन में हुआ था। इस वजह से दुल्हा घोड़ी पर बैठ नहीं पाया था। इस कारण दुल्हा घोड़ी पर बैठकर आया । दुल्हन के साथ बराती भी आए और ढोल-ढमाके के साथ ही आतिशबाजी भी कोर्ट परिसर में की गई। जिसके बाद न्यायालय में दोनों पति और पत्नी ने एक दूसरे को वर-माला पहनाई और एक दूसरे का मुंह भी मीठा कराया। दुल्हा और दुल्हन पक्ष के लोगों के चहरे पर खुशी नजर आई। इस अनूठे विवाह के साक्षी खुद न्यायाधीश और वकील बने। वहीं दुल्हे की माता ने अपनी बहु को नई साड़ी और गुलाब का फूल देकर स्वागत किया। जिसके बाद दुल्हा अपनी दुल्हन को कोर्ट से लेकर गया। इस अनूठे विवाह को देखने के लिए बड़ी संख्या में वकिलों के साथ जनता भी सहभागी बनी। पति और पत्नी फिर से मिलवाने वाले जग गंगाचरण दुबे ने पहले भी 17 सालों से अलग रहे रहे पति और पत्नी को कुछ दिनों पहले मिलवाया था। जिसमें बैंक नोट प्रेस से रिटायर कर्मचारी और उनकी पत्नी को सेव की सब्जी बनाकर खिलावकर मिलन करवाया था।
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