देवास। शहर में शुक्रवार की समाजसेवियों की एक टीम ने करवाया अनोखा रोज़ा इफ्तार का कार्यक्रम रखा। जिसमे आने वाले सभी रोज़दार को अपने साथ अपनी और अपने साथी के लिए इफ्तारी ले कर आना था। कार्यक्रम का आयोजन नायता जमातखाने में रखा गया था, अक्सर होने वाले रोज़ा इफ्तार में होता यूं है कि इफ़्तार रखने वाला स्वयं या संस्था जो भी हो खुद इफ्तारी का इंतज़ाम रखते है। इस अनोखे इफ्तार प्रोग्राम का कोई कार्ड या किसी को जाकर निमंत्रण नही दिया गया बल्कि शोशल मीडया पर एक मैसेज़ के जरिये इसका निमंत्रण सभी को दिया गया । जिसमे लिखा गया था कि इफ़्तार प्रोग्राम में आपको मोहब्बत बाटने आना है और शर्त ये है कि आपके साथ इफ्तारी भी साथ लाना है। चाहे कुछ भी लाए लेकिन जरूर लेकर आए। इस नई पहल में देवास के जिंदादिल लोगो ने बहुत जोश के साथ भाग लिया और सभी अपने घरों से ढेर सारी इफ्तारी लेकर आए।
समाजसेवियों की टीम ने बताया कि ये आयोजन आपसी भाईचारा बढ़ाने और मोहब्बत बाटने के लिए किया गया था।
जिसमे हमारी तरफ से इफ्तारी में सिर्फ ठंडा पानी और शरबत का इंतज़ाम किया गया, बाकी इफ्तारी आए हुए लोग ही अपने साथ लाए। एक खास बात और ये भी रही कि इस इफ्तार में शहर के दोनों काज़ी सीनियर पाती के काज़ी मौलाना इरफान अहमद अशरफी व जूनियर पाती के काज़ी अबुल कलाम साहब भी तशरीफ़ लाए।
इफ्तार के बाद मग़रिब की नमाज़ भी नायता जमातखाने में अदा की गई और देश की तरक़्क़ी के लिए दुआ की गई।
कार्यक्रम में शक़ील क़ादरी और अय्यूब भारती जी का मार्गदर्शन रहा।
अफ़ज़ल गाज़ी, अकरम भाई, शावेज अली, मलिक शेख, फैज़ान भाई, इरफान शेख, शोएब शेख, सरफराज पठान, वसीम शेख, ज़ुबैर मंसूरी, आज़ाद शेख,अदनान शेख, इमरान सदर, जैद डॉक्टर, ये वो नाम है जिसने इस प्रोग्राम को दो दिनों में कामयाब बनाया।
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