झाबुआ। (रहीम शेरानी मुकेश वसुनिया) झाबुआ राणापुर पटेलिया आदिवासी समाज द्वारा चैत्र नवरात्रा गुड़ी पड़वा के पावन अवसर पर 201 फीट लंबी चुनरी यात्रा नगर में निकाली गई। आयोजन का यह लगातार चाैथा साल था। श्रीकृष्ण गार्डन में चुनरी की पूजा-अर्चना के बाद यात्रा प्रारंभ की गई। 201 मीटर लंबी चुनरी लेकर मां के भक्त नगर भ्रमण को निकले तो चुनरी यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। चुनरी यात्रा में शामिल महिलाओं युवतियां और बच्चों में चुनरी को थामने की होड़ मची हुई थी। जगह-जगह माता की चुनरी की पूजा व स्वागत किया गया। यात्रा में एक जैसी चुनरी साड़ी धारण किये हुई महिलाएं शामिल थी, जो विशेष आकर्षण का केंद्र रही। पुरुष अपनी पारंपरिक वेशभूषा में धोती-कुर्ता व बच्चे माताजी का टी शर्ट पहना हुआ थे बालिकाएं सिर पर कलश लिए तपती धूप में माता जी के जयकारे लगाते हुए पैदल चल रहीं थी। चुनरी यात्रा में डिजे की भक्तिमय धुनों पर लोग मद मस्त होकर नृत्य कर रहे थे। वहीं प्रत्येक चौराहे पर डांडिया रास खेला गया। युवा सेवा संघ व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने शिवाजी चौक पर शीतल पेयजल की व्यवस्था एवं फूलों से यात्रा का स्वागत किया। श्री कृष्ण गार्डन से कालिका माता मंदिर तक निकली चुनरी यात्रा का नगर में प्रत्येक चौराहों पर भव्य स्वागत हुआ तो पुष्पों की वर्षा भी हुई। यात्रा के दौरान पूरा नगर भक्तिमय हो गया। आयोजन में ढोल, नगाड़े, ताशे मांदल, डीजे एवं आदिवासी नृत्य दल आकर्षण का केंद्र रहे तो वही संत समागम से माहौल धर्ममयी हो गया। चुनरी यात्रा नगर के श्री कृष्ण गार्डन से शिवाजी चौक, पुराना बस स्टैंड, सुभाष चौपाटी, साेनी गली, जवाहर मार्ग होते हुए मां कालिका माता मंदिर पंहुचकर वहां पर चुनरी चढ़ाकर एवं महा आरती उतारी गई। महाआरती के उपरांत विशाल भंडारे का लाभ ग्रामीण एवं नगर वासियो ने लिया।
झाबुआ। (रहीम शेरानी मुकेश वसुनिया) झाबुआ राणापुर पटेलिया आदिवासी समाज द्वारा चैत्र नवरात्रा गुड़ी पड़वा के पावन अवसर पर 201 फीट लंबी चुनरी यात्रा नगर में निकाली गई। आयोजन का यह लगातार चाैथा साल था। श्रीकृष्ण गार्डन में चुनरी की पूजा-अर्चना के बाद यात्रा प्रारंभ की गई। 201 मीटर लंबी चुनरी लेकर मां के भक्त नगर भ्रमण को निकले तो चुनरी यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। चुनरी यात्रा में शामिल महिलाओं युवतियां और बच्चों में चुनरी को थामने की होड़ मची हुई थी। जगह-जगह माता की चुनरी की पूजा व स्वागत किया गया। यात्रा में एक जैसी चुनरी साड़ी धारण किये हुई महिलाएं शामिल थी, जो विशेष आकर्षण का केंद्र रही। पुरुष अपनी पारंपरिक वेशभूषा में धोती-कुर्ता व बच्चे माताजी का टी शर्ट पहना हुआ थे बालिकाएं सिर पर कलश लिए तपती धूप में माता जी के जयकारे लगाते हुए पैदल चल रहीं थी। चुनरी यात्रा में डिजे की भक्तिमय धुनों पर लोग मद मस्त होकर नृत्य कर रहे थे। वहीं प्रत्येक चौराहे पर डांडिया रास खेला गया। युवा सेवा संघ व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने शिवाजी चौक पर शीतल पेयजल की व्यवस्था एवं फूलों से यात्रा का स्वागत किया। श्री कृष्ण गार्डन से कालिका माता मंदिर तक निकली चुनरी यात्रा का नगर में प्रत्येक चौराहों पर भव्य स्वागत हुआ तो पुष्पों की वर्षा भी हुई। यात्रा के दौरान पूरा नगर भक्तिमय हो गया। आयोजन में ढोल, नगाड़े, ताशे मांदल, डीजे एवं आदिवासी नृत्य दल आकर्षण का केंद्र रहे तो वही संत समागम से माहौल धर्ममयी हो गया। चुनरी यात्रा नगर के श्री कृष्ण गार्डन से शिवाजी चौक, पुराना बस स्टैंड, सुभाष चौपाटी, साेनी गली, जवाहर मार्ग होते हुए मां कालिका माता मंदिर पंहुचकर वहां पर चुनरी चढ़ाकर एवं महा आरती उतारी गई। महाआरती के उपरांत विशाल भंडारे का लाभ ग्रामीण एवं नगर वासियो ने लिया।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.