देवास/हाटपीपल्या। (अंकित कांठेड़) दिगंबर जैन मुनिराज श्री मुदितसागर जी महाराज गुजरात स्थित तीर्थक्षेत्र गिरनार जी की वंदना के दौरान लापता हुए। समाजजन तथा शासन प्रशासन की अब तक की खोजबीन में उनका पता नहीं चला। इस घटना से आहत जैन समाजजन ने महामहिम राष्ट्रपति जी एवं प्रधानमंत्री के नाम स्थानीय तहसीलदार निधि वर्मा को ज्ञापन सौंपा तथा सघन जांच की मांग की। सत्य अहिंसा के पथ पर निरंतर अग्रसर सकल जैन समाज का ऐसी पटना से व्यथित हो जाना कानून और व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
उल्लेखनीय है कि वितरागी आत्म स्वभाव को विकसित करते हुए आत्म कल्याण के पथ पर अग्रसर होते दिगंबर जैन मुनि सकल समाज की श्रद्धा और आस्था का केंद्र रहे हैं। इस संदर्भ में इस घटना को लेकर सकल समाज में गहन क्षोभ व्याप्त है। तीर्थ क्षेत्रों पर समय-समय पर होने वाली विघ्नसंतोषी तत्वों की अनाधिकार चेष्टा से भी समाज आहत होता रहा है। महामहिम राष्ट्रपति जी एवं माननीय प्रधानमंत्री जी इस संदर्भ में संज्ञान लेकर गुजरात सरकार को आवश्यक रूप से दिशा निर्देशित करें, ऐसी भावना व्यक्त की गई।
सर्वश्री अशोककुमार वी. छाबड़ा , पवनकुमार चांदवाड, विनोद सिसोदिया, सुरेश झांझरी,महेंद्र गंगवाल, संजय धारीवाल, अखिल पाटनी, अशोककुमार टोंग्या, संजय पांड्या अजीत झांझरी, दीपक पांड्या तथा विपिन बांछल प्रमुख रूप से उपस्थित थे। ज्ञापन का वाचन अशोक आर. छाबड़ा ने किया।
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