देवास। नवरात्रि समापन पर माता दुर्गा का ऐतिहासिक विर्सजन चल समारोह शनिवार को शहर में बढ़ी धूमधाम के साथ निकला जिसमें शहर सहित आसपास के क्षेत्रों की अनेक माता की विशाल प्रतिमाएं शामिल हुई। जिन्हें निहारने के लिए शहर सहित आसपास के क्षेत्रों के हजारों श्रद्धालु शहर पहुंचे और माता जगदम्बे को अंतिम विदाई दी। दरअसल शनिवार को शहर में माता जगदम्बे का विशाल चलसमारोह निकला जिससे पूरा शहर भक्तिमय हो गया। दोपहर 1 बजे बाद शुरु हुआ ऐतिहासिक चलसमारोह देर शाम तक चलता रहा। माता दुर्गा के ऐतिहासिक विर्सजन चल समारोह में खेड़ापति मारुति मंदिर पर सबसे पहले मां तुलजा भवानी व चामुण्डा माता की प्रतिमा बेलगाड़ी पर सवार होकर आई और चलसमारोह का शुभारंभ हुआ। उसके बाद प्रतिमाओं के आने का सिलसिला शुरु हुआ। जो शहर के प्रमुख चौराहों सयाजी द्वार से शुरु होकर खेड़ापति मंदिर, तहसील चौराहा, नावेल्टी चौराहा, अलंकार मार्केट, पीठा रोड, तीन बत्ती चौराहा, जवाहर चौक,नयापुरा, जनता बैंक चौराहा और यहां से पुन: नावेल्टी चौराहा व फिर एकता क्लब चौराहे से मीरा बावड़ी होते हुए एबी रोड पर समाप्त हुई।
देवास। नवरात्रि समापन पर माता दुर्गा का ऐतिहासिक विर्सजन चल समारोह शनिवार को शहर में बढ़ी धूमधाम के साथ निकला जिसमें शहर सहित आसपास के क्षेत्रों की अनेक माता की विशाल प्रतिमाएं शामिल हुई। जिन्हें निहारने के लिए शहर सहित आसपास के क्षेत्रों के हजारों श्रद्धालु शहर पहुंचे और माता जगदम्बे को अंतिम विदाई दी। दरअसल शनिवार को शहर में माता जगदम्बे का विशाल चलसमारोह निकला जिससे पूरा शहर भक्तिमय हो गया। दोपहर 1 बजे बाद शुरु हुआ ऐतिहासिक चलसमारोह देर शाम तक चलता रहा। माता दुर्गा के ऐतिहासिक विर्सजन चल समारोह में खेड़ापति मारुति मंदिर पर सबसे पहले मां तुलजा भवानी व चामुण्डा माता की प्रतिमा बेलगाड़ी पर सवार होकर आई और चलसमारोह का शुभारंभ हुआ। उसके बाद प्रतिमाओं के आने का सिलसिला शुरु हुआ। जो शहर के प्रमुख चौराहों सयाजी द्वार से शुरु होकर खेड़ापति मंदिर, तहसील चौराहा, नावेल्टी चौराहा, अलंकार मार्केट, पीठा रोड, तीन बत्ती चौराहा, जवाहर चौक,नयापुरा, जनता बैंक चौराहा और यहां से पुन: नावेल्टी चौराहा व फिर एकता क्लब चौराहे से मीरा बावड़ी होते हुए एबी रोड पर समाप्त हुई।
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