बीजेपी नेताओं ने पप्पू-पप्पू तो कांग्रेस ने गुलाम-गुलाम के नारे लगाने शुरू कर दिए
देवास। शहर में बुधवार शाम को सयाजी गेट के सामने चामुंडा काम्पलेक्स पर एक निजी चैनल का टॉक शो का आयोजन किया था। इस टॉक शो में कांग्रेस की और से शहर अध्यक्ष मनोज राजानी और पूर्व महापौर जयसिंह ठाकुर को बुलाया था। वहीं भाजपा से विधायक गायत्री राजे पवार, महापौर सुभाष शर्मा और जिला योजना समिति के सदस्य एवं इटावा के पार्षद दिलीप बांगर को टॉक शो के लिए आमंत्रित किया गया था। विधायक ने अपने प्रतिनिधि के रूप में दुर्गेश अग्रवाल को भेजा था। टॉक शो में 5 नेताओं को बुलाया था। नेता अपने साथ दर्जनों समर्थकों को लेकर आ गए। टॉक शो में कांग्रेस शहर अध्यक्ष मनोज राजानी और महापौर सुभाष शर्मा के बाद जैसी ही दिलीप बांगर से एंकर ने बात करना शुरू की। वैसे ही भाजपा नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया। भाजपा नेताओं का कहना था कि बांगर को इटरव्यू मत लो। इस कारण यह था कि बांगर वैसे ही पैलेस के विरोध में शहर में पर्चे बांटकर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरने का ऐलान कर चुके है। बांगर के इंटरव्यू से भाजपा नेताओं को भय था कि वो पैलेस के विरोध में तीखी बात करेंगे। इसी भय के कारण एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू कर दिया। बीजेपी नेताओ ने पप्पू-पप्पू तो कांग्रेस ने गुलाम-गुलाम के नारे लगाने शुरू कर दिए। भाजपा और कांग्रेस नेताओं ने आदर्श आचार संहिता का उलघन करते हुए टॉक शो को अखाड़ा बना दिया। दिल्ली से आए चैनल के एंकर से माइक तक छुड़ाने का प्रयास किया और एंकर से बदतमीजी करते हुए धक्कामुक्की भी की गई। एंकर के साथ देवास के रिपोर्टर अरविंद चौकसे ने भाजपा और कांग्रेस के नेताओं को समझाईश देने की कोशिश की लेकिन जब नेताओं ने अपनी बदतमीजी नहीं छोड़ी तो एंकर ने आखिर टॉक शो बीच मे बंद कर दिया और देवास की राजनीति को पूरे देश की सबसे गंदी राजनीति कहते हुए चले गए। उनका कहना था कि इस तरह की नेताओं की बदतमीजी आज तक किसी शहर में नहीं देखी। अब ऐसे नेता शहर का विकास कैसे करेंगे यह समझा जा सकता है। जो नेता चौथे स्तम्ब के साथ अभद्र व्यवहार कर रहे तो ये नेता शहर की जनता को वोट के लिए चुनाव में उपयोग करने के बाद 5 साल के लिए भूल जाएगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.