मामला रायसेन जिले के जिले के खमरिया टोला गांव का है। तेजराम ने सुसाइड नोट में इस बात का भी जिक्र किया है कि वह अकेला मरना चाहता था, लेकिन उसकी पत्नी ओमवती ने भी साथ में मरने की इच्छा जताई। उसका कहना था कि मैं किसके सहारे जिऊंगी। देवरी के खमरिया टोला गांव में 22 वर्षीय तेजराम केवट और पत्नी 20 वर्षीय ओमवती बाई को शुक्रवार घर के अंदर फांसी पर लटका देखा गया। इसके बाद यह जानकारी देवरी पुलिस को दी गई। देवरी थाना प्रभारी देवेंद्र पाल अपने टीम के साथ गांव पहुंचे। और दोनों के शव फांसी फंदे से उतार कर उन्हें पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम करवाने के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
तीन दिन पहले ही ससुराल आई थी पत्नी
सिखावन निवासी मृतिका ओमवती केवट तीन दिन पहले ही रक्षाबंधन मनाने के बाद अपनी ससुराल खमरिया टोला आई थी। यह जानकारी देते हुए मृतिका के चाचा संतोष केवट ने बताया कि ओमवती और तेजराम की 29 अप्रैल 2018 को बड़े ही धूमधाम से शादी हुई थी। उनकी भतीजी शादी के बाद ससुराल में खुश थी। मुलायम केवट और उसके तीनों बेटे तेजराम, भूपेंद्र और संदीप मकान बनाने का काम करते हैं। तेजराम और भूपेंद्र जुड़वा भाई है। मिस्त्री के रूप में मिलने वाली राशि से ही परिवार का खर्च चलता है। चाचा राजू केवट ने बताया कि तेजराम को दाद-खाज की बीमारी थी, इसका इलाज भी चल रहा था।
स्वेच्छा से लगाई फांसी
थाना प्रभारी देवरी देवेंद्र पाल ने बताया कि तेजराम और ओमवती ने मरने से पहले शादी का लिबास भी पहना। दोनों एक ही साड़ी से फांसी पर लटके मिले हैं। सुसाइट नोट में दोनों ने मर्जी से आत्म हत्या करने की बात लिखी है। पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
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